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एटीएम को गैस कटर से काटकर 22 लाख रुपये की चोरी

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मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के संबलगढ कस्बे में चोरों ने एसबीआई के एटीएम के बॉक्स को गैस कटर से काटकर 22 लाख रुपये की चोरी कर ली है। यह घटना मंगलवार देर रात की बताई जा रही है। सुबह लोगों ने कटा हुआ एटीएम देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने एटीएम और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग देखकर बदमाशों की पहचान करने में जुट गई है।
सबलगढ़ कस्बे में अंबेडकर स्कूल के पास स्थित एसबीआई बैंक के एटीएम को बीती रात चोरों ने अपना निशाना बनाया है। गैस कटर की सहायता से एटीएम काटकर एक बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया है। फिलहाल इस घटना से बैंक प्रबंधन ही नहीं आमलोग भी सहमें हुए हैं।
वहीं मुरैना एडिशन एसपी अरविंद सिंह ठाकुर का कहना है कि सबलगढ़ थाना क्षेत्र में एक एटीएम कटने की सूचना मिली है। लेकिन अभी तक एसबीआई बैंक वालों ने नहीं बताया कि कितने रुपए निकले है। लेकिन पुलिस लगातार जांच में लगी हुई है जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

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कांग्रेस पर भड़के लक्ष्मण सिंह, ट्वीट कर के अपनी ही पार्टी को दिया ज्ञान
भोपाल। मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। राजधानी भोपाल में हुई BJP विधायक दल की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। जहां, डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री चुना गया है। वहीं अब राजधानी भोपाल में नए सीएम ने शपथ भी ले लिया इस दौरान 6 राज्यों के मुख्यमंत्री समेत प्रधान मंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे।
इसी कड़ी कांग्रेस की करारी हार के बाद एमपी कांग्रेस उस हार पर आत्मचिंतन कर रही है। इधर नए मुख्य मंत्री ने शपथ लिया तो दूसरी तरफ़ वे कांग्रेस विचार विमर्श कर रहे है। बता दें बीजेपी के जातीय समीकरण वाले फैसले को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह अपनी पार्टी को आड़े हांथो ले लिया।
कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, भाजपा ने जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को मुख्य मंत्री बना कर एक नई परंपरा शुरू की है।कांग्रेस के कार्यकर्ता भी उम्मीद लगा कर बरसों से इंतजार कर रहे हैं, विपक्ष में उन्हें सर्वोच्च पद देकर उनका मनोबल बढ़ाया जा सकता है, जैसा खड़गे जी को नियुक्त किया है।
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त्रि-स्तरीय पंचायत उपचुनाव की तैयारियां तेज, 22 दिसंबर तक जमा होंगे नाम निर्देशन पत्र
मध्य प्रदेश । मध्य प्रदेश में हाल ही में विधानसभा चुनाव का रिजल्ट सामने आया है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की है। जिसके बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ भी हो गई है। वहीं, अब मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायतों के उप निर्वाचन का कार्यक्रम जारी कर दिया है। जिसके लिए बड़वानी में भी जोरो-शोरो से तैयारी की जा रही है। यहां पर 38 पंच और दो सरपंच पद के लिए चुनाव किया जाएगा। कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. राहुल फटिंग ने चुनाव को लेकर रूपरेखा तैयार करते हुए रिटर्निंग, सहायक रिटर्निग अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है, जो इस कार्रवाई को संपन्न करवाएंगे।
निर्वाचन कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, ठीकरी में सरपंच और 15 पंच पद के लिए तहसीलदार को रिटर्निंग अधिकारी, नायब तहसीलदार अरविंद पाराशर को सहायक रिटर्निग अधिकारी, विकासखंड सेंधवा में सरपंच पद के लिए तहसीलदार मनीष पांडे को रिटर्निंग अधिकारी, तहसीलदार वरला संतोष कोठारी को सहायक अधिकारी, विकासखंड राजपुर में 22 पंच पद के लिए तहसीलदार गणपत सिंह डावर को रिटर्निंग अधिकारी, नायब तहसीलदार श्रीराम कासड़े को सहायक रिटर्निंग अधिकारी, विकासखंड पाटी में पंच पद के लिए तहसीलदार भूपेन्द्र भिड़े को रिटर्निंग अधिकारी और नायब तहसीलदार बड़वानी बाबूसिंह निनामा को सहायक रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त किया गया है।
बता दें कि निर्वाचन आयोग द्वारा 15 दिसंबर को सूचना प्रकाशित किया जाएगा। जिसमें सीटों के आरक्षण और मतदान केद्रों की सूची के बारे में जानकारी दी जाएगी।
बता दें कि आयोग द्वारा निर्देशन पत्र जमा करने की अंतिम तारीख 22 दिसंबर, दोपहर 3 बजे तक होगी।
जिसके बाद 23 दिसंबर को नाम निर्देशन पत्रों की समीक्षा की जाएगी।
इस दौरान जो लोग अपना नाम वापस लेना चाहते हों वो 26 दिसंबर, दोपहर 3 बजे तक ले सकते हैं।
नाम तय होने के बाद 26 दिसंबर को प्रतीक चिन्ह का आवंटन किया जाएगा।
वहीं, 5 जनवरी को सुबह 7 बजे से 3 बजे तक मतदान किए जाएंगे।
उसी दिन मतदान समाप्ति के बाद पंच पद की गणना होगी।
फिर 9 जनवरी को सरपंच पद की मतगणना की जाएगी।
अंत में 11 जनवरी को पंच पद के निर्वाचन परिणाम की घोषणा कर दी जाएगी।
बता दें कि त्रि-स्तरीय पंचायत उपचुनाव महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि ये स्थानीय स्तर पर नेताओं का चयन करने की एक प्रक्रिया होती है। ये चुनाव तीन स्तरों पर होते हैं – ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला परिषद्। इन चुनावों में लोगों को अपने प्रतिनिधियों का चयन करने का मौका मिलता है जो कि समाज के विकास और प्रशासनिक कार्यों में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं।