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अयोध्या में सुरक्षा चाक चौबंद: कई लेयर में ड्रोन रोधी तकनीक का किया जा रहा इस्तेमाल, ...शोभायात्रा पर पथराव,पुलिस ने आंसूगैस छोड़ी, 15 हिरासत में

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अयोध्या। राम मंदिर अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सोमवार को होने वाले समारोह को देखते हुए 13000 सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ टीम, बम रोधी और कुत्ते दस्ते और आरपीएफ कर्मियों को भी तैनात किया गया है।
राम मंदिर अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सोमवार को होने वाले समारोह को देखते हुए 13000 सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ टीम, बम रोधी और कुत्ते दस्ते और आरपीएफ कर्मियों को भी तैनात किया गया है।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन के हिस्सा रहे सभी लोगों को निमंत्रण दिया गया है। वे भी प्रतिष्ठा समारोह में शामिल रहेंगे। इस कार्यक्रम में देश के कई दिग्गज शामिल होंगे। ऐसे में हाई प्रोफाइल सिक्योरिटी की व्यवस्था की गई है।
सुरक्षा के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए कैंप बनाया हैं। एनडीआरएफ जवानों ने बीते कुछ दिनों में आपातकालीन स्थिति में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने का अभ्यास भी किया है।
उत्तर प्रदेश के डीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा निगरानी के लिए सीसीटीवी का उपयोग किया जा रहा है। 24 घंटे पूरे अयोध्या में 10 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ड्रोन रोधी तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए अलग अलग स्थानों पर कई स्तर में सिक्योरिटी की व्यवस्था की गई है। सरयू नदी के आसपास के इलाके में पुलिस गश्त कर रही है। वहीं, लता मंगेशकर चौक पर सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है। महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बम निरोधक और कुत्ते दस्ते निगरानी में मुस्तैद हैं।
इस भव्य समारोह में देश के विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियां शामिल हो रही हैं। अमिताभ बच्चन, मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी जैसे दिग्गज प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए देश भर से 4000 संतों को भी न्यौता भेजा गया है।

 

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शोभायात्रा पर पथराव, पुलिस ने आंसूगैस छोड़ी, 15 हिरासत में...
मेहसाणा। अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव है। इसे लेकर देशभर के राम भक्त काफी उत्साहित हैं। गुजरात के मेहसाणा जिले के खेरालु में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से एक दिन पहले रविवार (21 जनवरी) भगवान श्री राम की शोभायात्रा निकाली गई। जब ये जुलूस मस्जिद के पास से गुजर रहा था तब कुछ लोगों ने वहां से पथराव कर दिया।
भगदड़ मचने के बाद हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को 10 राउंड आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। पथराव करने वालों को पकड़ने के लिए इलाके में पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है।
IG वीरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि शाम 4 बजे शोभायात्रा बेलिम इलाके से निकल रही थी। तलाशी के बाद 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पथराव में 5 लोगों के घायल होने की खबर है। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई है।
शोभायात्रा के दौरान हुए पथराव में पांच लोगों को मामूली चोटें आई हैं। वहीं खेरालू के 62 साल के प्रवीण भाई अंबालाल बारोट एक शादी से आ रहे थे तभी असामाजिक तत्वों ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया। जिससे उनके सिर और हाथ में चोटें आईं। उनके सिर में 8 टांके लगे और हाथ में फ्रैक्चर हो गया है। उन्हें वडनगर सिविल हॉस्पिटल में रेफर किया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बेलिम इलाके में बनी मस्जिद के पास पथराव किया गया है। इसका वीडियो शोभायात्रा में शामिल कुछ लोगों ने रिकॉर्ड कर लिया। वीडियो में कुछ महिलाएं भी पत्थर फेंकती हुई नजर आ रही हैं। विवाद बढ़ने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस घायलों से पूछताछ कर रही है।
अयोध्या में 16 जनवरी से शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का रविवार 21 जनवरी को छठा दिन है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गईं। प्राण प्रतिष्ठा के लिए पीएम मोदी 22 जनवरी को ही अयोध्या आएंगे। वे सुबह 10.30 बजे महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरेंगे।
सुबह 11 बजे राम मंदिर पहुंचेंगे, यहां 3 घंटे रुकेंगे। प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से पहले PM राम मंदिर परिसर में लगी जटायु की प्रतिमा का इनॉगरेशन करके पूजा करेंगे।

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निर्मला सीतारमण बोलीं- तमिलनाडु में प्राण-प्रतिष्ठा का लाइव टेलीकास्ट बैन:भजन करने वालों धमकी दी जा रही; स्टालिन के मंत्री बोले- वित्तमंत्री का आरोप फेक
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तमिलनाडु सरकार पर राम मंदिर प्रोग्राम के लाइव स्ट्रीमिंग पर बैन लगाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में 200 से ज्यादा मंदिर हैं। यहां अयोध्या में होने वाले कार्यक्रमों के लाइव टेलीकॉस्ट पर रोक लगा दी गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मंदिरों में कार्यक्रम नहीं होने दे रही है। आयोजकों को धमकी दे रही है कि वे पंडाल तोड़ देंगे। यह हिंदू विरोधी काम है। सीतारमण ने सबूत के तौर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तमिल न्यूजपेपर की एक कटिंग पोस्ट की है।
सीतारमण के आरोप...तमिलनाडु में लोगों को भजन आयोजित करने, गरीबों को खाना खिलाने, मिठाइयां बांटने और जश्न मनाने से रोका और धमकाया जा रहा है, जबकि वे केवल अयोध्या में राम मंदिर अभिषेक समारोह में PM मोदी को देखना चाहते हैं।
केबल टीवी ऑपरेटरों को बताया गया है कि लाइव टेलीकास्ट के दौरान बिजली कटौती की संभावना है। सीतारमण ने इसे I.N.D.I.A गठबंधन के सहयोगी DMK का हिंदू विरोधी कदम बताया है।
तमिलनाडु सरकार अनौपचारिक लाइव टेलीकास्ट प्रतिबंध को उचित ठहराने के लिए कानून व्यवस्था के बिगड़ने का दावा कर रही है। यह एक झूठी और फर्जी कहानी है। अयोध्या फैसले के दिन कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं थी। देश-भर यह समस्या उस दिन भी नहीं थी जब माननीय प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर का शिलान्यास किया था। तमिलनाडु में रामभक्तों की भावना ने हिंदू विरोधी DMK सरकार को बेहद परेशान कर दिया है।
तमिलनाडु के मंत्री पीके शेखर बाबू ने ट्वीट किया कि राज्य में राम भक्तों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। वे भगवान राम के नाम पर पूजा करें। मंदिरों में भोजन दें या प्रसाद चढ़ाएं। वह पूरी तरह से स्वतंत्र हैं। अफसोस की बात है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अफवाह फैला रही हैं।

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असम में राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की:सुरक्षाकर्मी भीड़ से बचाते हुए बस में ले गए
इटानगर। कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान रविवार को असम में राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की हुई। राहुल को बचाते हुए उनके सिक्योरिटी गार्ड उन्हें बस के अंदर वापस ले गए। घटना के दौरान राहुल का काफिला सोनितपुर में था।
राहुल ले घटना को लेकर कहा- आज BJP के कुछ कार्यकर्ता झंडा लेकर हमारी बस के सामने आ गए। मैं बस से निकला, वो भाग गए। हमारे जितने पोस्टर फाड़ने हैं, फाड़ दो। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हमारी विचारधारा की लड़ाई है, हम किसी से नहीं डरते हैं। न ही नरेंद्र मोदी से, न असम के मुख्यमंत्री से।
कांग्रेस पार्टी ने न्याय यात्रा के काफिले पर 48 घंटे में दूसरी बार हमले का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लिखा- आज जब हमारा काफिला असम में रैली स्थल की ओर जा रहा था। तब जुमगुरीहाट में हिमंता बिस्वा सरमा के गुंडों ने महासचिव जयराम रमेश की गाड़ी पर पानी फेंका और स्टीकर फाड़ा।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा- भाजपा के लोगों ने हमारी सोशल मीडिया टीम के कैमरामैन और अन्य सदस्यों पर हमला किया, जिनमें 2 महिलाएं भी थीं। हिमंता, यह गीदड़ हरकतें करनी और करवानी छोड़ दो। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को तुम और तुम्हारे गुंडे नहीं रोक सकते।
इससे पहले 19 जनवरी की रात को भी कांग्रेस ने न्याय यात्रा के काफिले पर भाजपा के हमले का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें कुछ गाड़ियों के शीशे टूटे हुए दिख रहे थे। साथ ही कुछ लोग पार्टी के होर्डिंग-बैनर उखाड़ते दिख रहे थे।
उधर, असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी से 22 जनवरी (अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन) को नागांव जिले में श्री शंकरदेव के जन्मस्थल बोरदोवा सत्रा न जाने की अपील की। उन्होंने कहा- इससे देश में असम की गलत छवि बनेगी।
उन्होंने कहा- श्रीमंत शंकरदेव एक असमिया सामाजिक-धार्मिक सुधारक हैं। वे कवि, नाटककार और 15-16वीं शताब्दी से असम के सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास में एक विशाल व्यक्तित्व हैं। लेकिन उनकी भगवान राम से तुलना गलत है।
19 जनवरी की रात यात्रा पर हुए हमले पर बोलते हुए असम CM ने कहा- मेरी राहुल से अपील है कि वह 22 जनवरी को अल्पसंख्य बहुल इलाकों मोरीगांव, जागीरोड और नीली भी ना जाएं, क्योंकि यहां कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा बना हुआ है। हालांकि राज्य सरकार ने इन इलाकों में कमांडो तैनात कर रखे हैं।