मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर में पत्नी से झगड़ा होने के बाद पिता ही बेटी का हत्यारा बन गया. दरअसल, चंबल नदी में 4 साल की बच्ची को फेंके जाने की खबर के बाद सनसनी फैली हुई है. आरोप है कि बच्ची के पिता ने ही बच्ची को पानी में फेंका है. पुलिस प्रशासन और गोताखोरों की टीम लगातार बच्ची को ढूंढने का प्रयास कर रही है।
पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। फिलहाल गोताखोरों की टीम बच्ची की तलाश में जुटी हुई है. एसपी अनुराग सुजानिया ने बताया कि, आरोपी पिता ने पूछताछ में अपनी चार साल की बेटी को चंबल नदी में फेंकने की बात कबूल की है. फिलहाल पुलिस ने गोताखोरों की मदद से बच्ची की तलाश शुरू कर दी है।
पूरा मामला-पुलिस के अनुसार ये पूरा मामला भानपुरा थाना क्षेत्र के कोटड़ी टैंक का है. यहां रहने वाले रघुनंदन मीणा का अपनी पत्नी से विवाद हुआ था. जिसके बाद सोमवार को वह 4 साल की बच्ची चेतना को लेकर घर से निकला था. मंगलवार सुबह जब वह घर पहुंचा तो बच्ची उसके साथ नहीं थी. जिसके बाद पत्नी ने पुलिस को खबर दी. पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने गांधी सागर में बच्ची को फेंके जाने की बात कबूली है. जिसके बाद पुलिस बच्ची की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस के अनुसार कोटड़ी टैंक के रहने वाले रघुनंदन मीणा का अक्सर पत्नी से विवाद होता रहता था. पत्नी उसे छोड़कर जाने की धमकी देती थी. जिस दिन उसने बच्ची को नदी में फेंका उस दिन भी दोनों के बीच विवाद हुआ था. इसके बाद आरोपी रघुनंदन सबसे छोटी बेटी चेतना को अपने साथ लेकर चला गया था।
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फर्जी वकालतनामा पेश करने वाले वकील ने न्यायाधीश पर फेंका जूता, केस दर्ज
आगर मालवा। फर्जी वकालत नामा पेश करने वाले एक अभिभाषक नितिन अटल ने अपना आपा खोकर प्रथम जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश प्रदीप दुबे के ऊपर न्यायालय में जूता फेंका जो पीठासीन अधिकारी के कान पर लगा। पुलिस ने न्यायालय के नायब नाजिर की रिपोर्ट पर उक्त अभिभाषक नितिन अटल के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया है घटना के बाद से ही अभिभाषक अटल फरार है।
पूरा मामला- सोमवार शाम न्यायालय की कार्यवाही चल रही थी प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रदीप दुबे न्यायालीन कार्य कर रहे थे इसी दौरान अभिभाषक नितिन अटल ने उनसे ही जुड़े मामले जिसमें नितिन अटल व उसका भाई पक्षकार हैंं, में अभिभाषक पुष्पराज सिंह का वकालतनामा पेश किया जिस पर दूसरे पक्ष की वकील कौसर खान ने आपत्ति लेते हुए कहा कि जिस अभिभाषक पुष्पराज सिंह का वकालतनामा पेश किया गया है यह उनके हस्ताक्षर नहीं है वकालत नामे पर फर्जी हस्ताक्षर हैं।
बौखलाए नितिन अटल ने न्यायाधीश से अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया वह कहने लगा कि मेरा वकालत नामा वापस कर दे हैं। डाइज पर रखी फाइल में से वकालतनामा खीचने का भी उसने प्रयास किया। जब न्यायाधीश ने उसे ऐसा करने से मना किया तो गाली गलौज करते हुए नितिन अटल ने अपना जूता उतार लिया और पीठासीन अधिकारी को मारने हेतु फेंका जो उनके कान में लगा जिससे उनके कान में चोट आई। इस दौरान नितिन अटल ने डाइज पर चढ़कर केस की फाइल छीनने का प्रयास किया। चिल्ला चोट करते हुए शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई। नितिन अटल अपना मोबाइल लेकर स्वयं ही चिल्लाते हुए रिकॉर्डिंग करने लगा वह कहने लगा कि मेरे साथ गलत किया जा रहा है मुझे छोड मुझे छोड़े हैं तथा अपने मोबाइल में रिकॉर्डिंग करने लगा। जब न्यायालय में मौजूद स्टाफ एवं कोर्ट मुंशी ने रोकने का प्रयास किया तो वह पीठासीन अधिकारी को उंगली दिखाकर जान से मारने की धमकी देने लगा। बीच बचाव करने आए न्यायालय के कर्मचारियों ने उसे रोका तो अभिभाषक अटल वहां से फरार हो गया, लेकिन उसका मोबाइल कोर्ट में गिर गया। उक्त घटना से न्यायालय में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही एएसपी निशा रेड्डी सीएसपी मोतीलाल कुशवाहा व थाना प्रभारी दलबल के साथ न्यायालय पहुंच गए कुछ देर बाद कलेक्टर राघवेंद्र सिंह व एसपी विनोद कुमार सिंह भी न्यायाधीश दुबे से मिलने पहुंचे। बाद में नायब नाजिर ज्ञान सिंह किरार की शिकायत पर पुलिस ने धारा धारा 332, 353 294,506 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया है।
उक्त मामले की जानकारी लगने के बाद मध्य प्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद ने अभिभाषक नितिन अटल की सनद आगामी आदेश तक निलंबित कर दी है। इस संबंध में मध्य प्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद की कार्यकारी सचिव गीता शुक्ला ने पत्र भी अभिभाषक अटल को जारी कर दिया है।
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आवारा कुत्तों का आतंक: ग्वालियर में 24 घंटे में 455 से ज्यादा लोगों को बनाया शिकार, मचा कोहराम
ग्वालियर।। इन दिनों मध्य प्रदेश में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ते जा रहा है। प्रदेश में सबसे ज्यादा ग्वालियर में आवारा कुत्तों का कोहराम है। यहां पिछले 24 घंटे में 455 से ज्यादा लोगों को कुत्तों ने अपना शिकार बनाया। यहां हर दिन एक सैंकड़ा से अधिक लोग डाग बाइट के शिकार हो रहे है।
शहर में आवारा कुत्तों का आतंक दिन पर दिन बढ़ते जा रहा है। हर दिन एक सैंकड़ा से अधिक लोग डाग बाइट के शिकार हो रहे। यहां पिछले 24 घंटे में 455 से ज्यादा लोगों को आवारा कुत्तों ने अपना शिकार बनाया। शहर के मुरार जिला अस्पताल में 180 डॉग बाइट के मरीज पहुंचे, तो जयरोग्य अस्पताल में 131, वहीं हज़ीरा सिविल अस्पताल में 77 डॉग बाइट के मरीज पहुंचे। इन सभी का उपचार किया जा रहा है। इधर डबरा सिविल अस्पताल में 39 डॉग बाइट के मामले सामने आए है। तो भितरवार अस्पताल में 28 डॉग बाइट के मामले दर्ज किए गए।
ग्वालियर में आवारा कुत्तों के खौफ का आलम यह है कि चौक-चौराहे और गली-मोहल्ले हर जगह आवारा कुत्तों के झुंड मिल जाते हैं। जो पल भर में ही लोगों पर हमला कर देते हैं। यही वजह है कि लोग अपने बच्चों को घरों से अकेले नहीं निकलने दे रहे हैं।