नई दिल्ली। गुजरात के वडोदरा शहर में चोरी करते हुए पकड़ी गईं लड़कियां भीड़ बचने के लिए निर्वस्त्र होकर सड़क पर घूमने लगीं। उनकी यह चाल भी काम में नहीं आई। भीड़ ने फिर भी उनको जमकर पीटा। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लड़कियों को कपड़े पहनाएं और अपने साथ ले गई।
डीसीपी जोन 4 पन्ना मोमाया ने बताया कि कारेलीबाग इलाके में इंग्लैंड ड्राई क्लीनर नाम से पानी की टंकी के पास कपड़े धोने की दुकान है। दुकान के मालिक को भूख लगी तो वह खाना लेने के लिए अपने की तरफ गए। इस दौरान दुकान इकबाल नाम का एक कर्मचारी मौजूद था। इसी दौरान चार लड़कियां दुकान में यह समझकर घुसीं कि वहां कोई नहीं है। उन्होंने मौका देखकर दुकान के गल्ले से रुपए निकाले और भागने लगीं। यह देख इकबाल ने चिल्लाना शुरू कर दिया और उनके पीछे दौड़ लगा दी।
अधिकारी ने बताया कि लड़कियों ने जब अपने आपको घिरता हुआ देखा तो उन्होंने भीड़ से बचने के लिए अपने सारे कपड़े उतार दिए। वह सड़क नग्न घूमकर तमाशा करने लगीं। यह देखने के बाद भीड़ को पहले तो कुछ समझ नहीं आया। भीड़ ने कुछ देर बाद लड़कियों को पीटना शुरू कर दिया। पिटाई से घबराकर लड़कियां घबरा गईं और हाथ-पैर जोड़कर माफी मारने लगीं।
पुलिस ने महिला हेल्पलाइन टीम 181 पर कॉल कर बुला लिया। सभी लड़कियों की काउंसलिंग की गई और चोरी किए 9300 रुपए बरामद कर लिए। कारेलीबाग पुलिस ने कानूनी कार्रवाई की है।
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सुकमा-बीजापुर जिले की सीमा के बीच मुठभेड़, 11 जवान घायल, चार की हालत गंभीर
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। मुठभेड़ में 11 जवान घायल हुए हैं। चार जवानों की हालत गंभीर बताई जा रही है, उन्हें एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए रायपुर लाने की तैयारी की जा रही है। मुठभेड़ जगरगुंडा थाना के टेकलगुड़ेम गांव में हुई है। बीते चार घंटों से मुठभेड़ जारी है। फिलहाल आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार टेकलगुड़ेम गांव में नया पुलिस कैंप खोला गया है। यहां से कोबरा, एसटीएफ व डीआरजी के जवान जोनागुड़ा-अलीगुड़ा क्षेत्र में सर्चिंग के लिए निकले थे। इसी दौरान नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की।
खबर अपडेट की जा रही है..
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बीजेपी नेता की हत्या का मामला: पीएफआई से जुड़े 15 दोषियों को सुनाई मौत की सजा
नई दिल्ली। केरल की एक अदालत ने भाजपा ओबीसी विंग के नेता रंजीत श्रीनिवासन की हत्या के मामले में प्रतिबंधित इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 15 लोगों को मौत की सजा सुनाई।
केरल की एक कोर्ट ने मंगलवार को बीजेपी नेता रंजीत श्रीनिवासन की हत्या के मामले में बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने दिसंबर 2021 में भाजपा ओबीसी विंग के नेता रंजीत श्रीनिवासन की हत्या के मामले में प्रतिबंधित इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 15 लोगों को मौत की सजा सुनाई। अदालत ने नैसम, अजमल, अनूप, मोहम्मद असलम, अब्दुल कलाम उर्फ सलाम, अब्दुल कलाम, सफरुद्दीन, मनशाद, जसीब राजा, नवास, समीर, नजीर, जाकिर हुसैन, शाजी पूवथुंगल और शेरनस अशरफ को भाजपा नेता की बेरहमी से हत्या के दोषी ठहराया है।
आठ आरोपियों पर सीधे तौर पर हत्या करने का आरोप लगा। उनके खिलाफ धारा 302 (हत्या), 149 (गैरकानूनी जमावड़ा), 449 (मौत की सजा वाले अपराध को अंजाम देने के लिए घर में अतिक्रमण), 506 (आपराधिक धमकी), और 341 (गलत तरीके से रोकना) की धारा में मामला दर्ज किया गया। बाकी अन्य आरोपी हमलावरों के अपराध को अंजाम देने के दौरान घातक हथियारों के साथ भाजपा नेता के घर के बाहर पहरा दे रहे थे। उन्हें आईपीसी की धारा 302 r/w 149 और 447 (आपराधिक अतिक्रमण) के तहत दोषी ठहराया गया था।
जानिए पूरा मामला-19 दिसंबर, 2021 को भाजपा ओबीसी मोर्चा के राज्य सचिव रंजीत श्रीनिवासन पर उनके परिवार की मौजूदगी में उनके घर पर हमला किया गया। इस दौरान वे गंभीर रूप से घायल हो गए और इसके बार उनकी मौत हो गई। 20 जनवरी, 2024 को केरल की एक अदालत ने अलाप्पुझा में भाजपा ओबीसी विंग नेता की हत्या में शामिल 15 लोगों को दोषी ठहराया।