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रिहायशी इलाकों में अवैध गैस रिफिलिंग, 225 सिलेंडर जब्त

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इंदौर। हरदा हादसे के बाद जिला प्रशासन के अफसर नींद से जागे हैं। शहर में अवैध कारोबार में लिप्त लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। शनिवार को खाद्य एवं प्रशासन विभाग व क्राइम ब्रांच की टीम ने खजराना के तंजीम नगर व खिजराबाद में अवैध गैस रिफिल करने वालों पर कार्रवाई कर 225 सिलेंडर जब्त किए। अधिक मुनाफा कमाने के लिए घरेलू गैस सिलेंडरों से व्यावसायिक गैस सिलेंडर बनाने का काम यहां हो रहा था। संकरे घर में एक सिलेंडर से दूसरे सिलेंडर में गैस भरी जा रही थी। इसे गैस एजेंसियों को भी सप्लाई कर रहे थे।
टीम ने खजराना की खिजराबाद कॉलोनी में शाकिर शाह के घर दबिश दी। रहवासी क्षेत्र के तीन मंजिला मकान में पांच परिवार किराए से रहते हैं। तीसरी मंजिल पर यह काम हो रहा था। 14 किलो के घरेलू सिलेंडर से 19 किलो के व्यावसायिक सिलेंडर के साथ पांच व तीन किलो के सिलेंडर भरे जाते थे। यहां से 45 खाली व 46 भरे हुए सिलेंडर जब्त किए। मोटर लगी एक गैस अंतरण मशीन, 5 नग गैस अंतरण पाइप, कई गैस कंपनी के सील कैप व तौल कांटा भी बरामद हुआ।
खजराना के तंजीम नगर के मुर्गी केंद्र िस्थत अतहर शेख व असद शेख के घर दबिश दी। रहवासी क्षेत्र के इस मकान में भी घरेलू गैस को व्यावसायिक सिलेंडरों में भरा जा रहा था। 60 भरे सिलेंडर सहित कुल 129 सिलेंडर मिले। 2 गैस अंतरण इलेक्ट्रिक मशीन, 8 गैस अंतरण पाइप, 22 गैस अंतरण यंत्र व दो इलेक्ट्रिक तौल कांटा जब्त किए।
अपर कलेक्टर गौरव बेनल व खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के आपूर्ति नियंत्रक एमएल मारू ने बताया कि आरोपियों ने राजेश जायसवाल अन्नपूर्णा गैस एजेंसी मक्सी (देवास) से इन्हें लेना व शिवानंद गैस एजेंसी फूटी कोठी को व्यावसायिक सिलेंडर बेचना बताया है। जांच दल द्वारा शिवानंद गैस एजेंसी की भी जांच की जा रही है। इन पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
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किसान के घर जन्मा 3 आंख और दो नाक वाला अद्भुत बछड़ा: शिव का अवतार मानकर पूजा कर रहे ग्रामीण
शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में एक अजब-गजब मामला सामने आया है। यहां कुल्लुहा गांव में अविश्वसनीय घटना देखने को मिली है जहां एक गाय ने दुर्लभ बछड़े को जन्म दिया है। इस अनोखे बछड़े के पास दो नहीं बल्कि तीन आंख है। साथ ही दो नाक है।
यह दुर्लभ बछड़ा जन्मा है जिले के जनपद पंचायत बुढार के ग्राम पंचायत अतरिया के ग्राम कुल्लुहा में एक किसान के घर एक गाय ने बछड़े को जन्म दिया है। जैसे ही यह बात फैली, बड़ी संख्या में बछड़े को “भगवान शिव का अवतार” मानकर उसकी पूजा करने के लिए लोगों का किसान के घर पहुंचना शुरू हो गया।
कुल्लुहा गांव में एक किसान रत्न सिंह के घर मे उनकी गाय ने 10 फरवरी को ऐसे बछड़े को जन्म दिया जिसकी तीन आंखें और नाक में चार छेद हैं। इसकी दो आंखें तो एकदम ठीक जगह पर हैं। लेकिन तीसरी आंख भगवान शिव की तरह माथे पर बीचों बीच हैं।
इस अनोखे बछड़े के जन्म के बाद से लोग इसे भगवान शिव का साक्षात अवतार मानने लगे हैं। इसकी पूजा करने के लिए ग्रामीण लगातार किसान के घर पहुंच रहे है। अद्भुद जन्मा बछड़ा इन दिनों गांव समेत आस पास के इलाकों में कौतूहल का विषय बना हुआ है। अब ये बछड़ा काफी सुर्खियां बटोर रहा है।
गांव के लोगों ने ऐसा पहली बार देखा इसलिए हर कोई यह खबर सुनकर भौंचक्का रह गया। ज्यादातर लोग इसे धार्मिक आस्था से जोड़कर देख रहें हैं। बछड़े के तीन आंख होने के कारण ऐसे धार्मिक आस्था से भी जोड़ा गया, जिस वजह से लोगों ने पैसे भी चढ़ाएं और पूजा-अर्चना भी की।
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब इस तरह किसी दुर्लभ बछड़े को देखा गया है। इससे पहले भी तीन पैर, तीन कान, दो सिर वाले जानवरों के जन्म के मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन जब भी ऐसे मामले सामने आते हैं लोग उसे भगवान का चमत्कार समझ बैठते हैं।
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राम मंदिर का केस लड़ने वाले वकील को राष्ट्रपति बनाने की मांग, बीजेपी लीगल सेल ने भेजा ज्ञापन
भोपाल। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि का क़ानूनी केस लड़ने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील के.परासरण को भारत का अगला राष्ट्रपति बनाने की मांग शुरू हो गई है। एमपी बीजेपी विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक अशोक विश्वकर्मा ने भोपाल कलेक्टर के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजा है।
बता दें कि करीब 500 साल के संघर्ष के बाद आखिरकार भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हुई है। अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने के बाद अदालत में राम जन्मभूमि मामले के पक्षकारों की ओर से कानूनी लड़ाई लड़ने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील के.परासरण को भारत का अगला राष्ट्रपति बनाने की मांग उठी है।
बीजेपी लीगल सेल के प्रदेश सह संयोजक अशोक विश्वकर्मा का कहना है कि के. परासरण के राष्ट्रपति बनने पर प्रभु श्रीराम में मानने वाले लोग खुद को गौरवान्वित महसूस करेंगे। पीएम के नाम ज्ञापन में विश्वकर्मा ने लिखा है कि ‘मैं आज तक परासरण जी से न तो मिला हूं, न ही वो मुझे जानते हैं। लेकिन, यह मेरा आत्मीय भाव है कि द्रौपदी मुर्मू के बाद उन्हें देश का राष्ट्रपति बनाया जाए।
कौन हैं राम मंदिर का केस लड़ने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील के.परासरण -
तमिलनाडु के श्रीरंगम में 1927 को जन्मे परासरण ने 1958 में सुप्रीम कोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस शुरू की। अपने छह दशक के करियर में उन्होंने कई अहम मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हिंदू शास्त्रों के अच्छे जानकार परासरण वकीलों के खानदान से आते हैं। वे दो बार देश के अटॉर्नी जनरल रह चुके हैं।
जब देश में इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल लगाया गया तब वह तमिलनाडु के एडवोकेट जनरल थे।
1980 में वह देश के सॉलिसिटर जनरल बने और 1983 से 1989 तक वह देश के अटॉर्नी जनरल रहे।
उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में पद्म भूषण तो मनमोहन सरकार में पद्म विभूषण से नवाजा गया।
वे राष्ट्रपति द्वारा छह साल के लिए राज्यसभा के लिए भी चुने गए।