This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर CISF में प्रशिक्षण लेने पहुंचे जवान, छह पर केस

User Rating: 5 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Active
 

खरगोन। जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर बड़वाह में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) में प्रशिक्षण लेने पहुंचे जवानों के निवास प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इस मामले में अब तक छह जवानों पर केस दर्ज किया गया है।
चौंकाने वाले बात यह है कि इन जवानों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिया गया था। इसके बाद इनको आरक्षक का पदभार ग्रहण करने एवं प्रशिक्षण के लिए क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र बड़वाह रिपोर्ट करनी थी। यहां उनको बतौर आरक्षक नियुक्त कर दो वर्ष की परिवीक्षा अवधि में रखा गया। इसके बाद जब इनके दस्तावेजों की जांच की गई तो उसमें कुछ के निवास प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। सीआइएसएफ ने निवास प्रमाणपत्रों की जांच कराई तो प्रथमदृष्टया प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए।
जवान अनिल पुत्र अंबिका यादव त्रिपुरा राज्य के जिला वेस्ट त्रिपुरा के सीधिया आश्रम गांव का निवासी है। इसके निवास प्रमाण पत्र की जांच में जिलाधिकारी एवं कलेक्टर कार्यालय पश्चिम त्रिपुरा द्वारा प्रमाणित कर बताया गया कि प्रशिक्षणार्थी के संबंध में मूल निवास प्रमाण पत्र की जांच तहसीलदार सदर ओर जिरानिया, पश्चिम त्रिपुरा से कराई गई। यह पाया गया कि अनिल यादव के संबंध में मूल निवास प्रमाण पत्र तहसीलदार सदर ओर जिरानिया पश्चिम त्रिपुरा द्वारा जारी नहीं किया गया है।
मामले में सीआइएसएफ ने बावड़ी रोड बलिया निवासी सुधीर कुमार पुत्र अवधेश पाठक, अंशुल कुमार पुत्र जोगेंद्र सिंह निवासी अशोक नगर थाना जसरथपुरा एटा उत्तरप्रदेश, बिहार के सूरज कुमार पुत्र सुधांशु प्रसाद ग्राम नंदनामा थाना रामगढ़ जिला लखीसराय एवं गोपाल पुत्र अभय नंदन सिंह निवासी ग्राम नंदनामा जिला लखीसराय के विरुद्ध पुलिस कार्रवाई को लिखा। वहीं गाजीपुर जिले के निवासी अनिल यादव पुत्र अंबिका यादव एवं उत्तर प्रदेश के ओरेया जिले के ग्राम कोठी निवासी पंकज कुमार पुत्र सुरेंद्रसिंह लौधी के विरुद्ध भी कार्रवाई के लिए पुलिस को पत्र लिखा गया।

------------------------------
आदिवासी युवक की पिटाई के बाद SP पर गिरी गाज, इन जिलों के पुलिस अधीक्षक को भी हटाया गया
भोपाल। मध्य प्रदेश की पुलिस विभाग में देर रात बड़ा फेरबदल हुआ है। एक दर्जन आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया गया है। बैतूल में आदिवासी युवक की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी को हटा दिया गया है। वहीं नीमच, उज्जैन और दतिया एसपी का भी तबादला कर दिया गया है। प्रदीप शर्मा को दतिया से हटाकर उज्जैन पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।
इसी के साथ खरगोन रेज के IG चंद्रशेखर सोलंकी का तबादला कर उन्हें इंदौर रेंज विशेष सशस्त्र बल का IG बनाया गया है। उज्जैन रेंज IG अनिल सिंह कुशवाहा को जबलपुर रेंज का IG बनाया गया है। 2006 बैच के आईपीएस अरविंद कुमार सक्सेना को पुलिस मुख्यालय में सुरक्षा विभाग का जिम्मा दिया गया है। उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा को अतिरिक्त आवासीय आयुक्त मध्यप्रदेश भवन नई दिल्ली बनाया है।
पुलिस महानिरीक्षक आरएस परिहार को पुलिस मुख्यालय में पीटीआरआई का जिम्मा दिया गया है। आईपीएस विनीत खन्ना को पुलिस मुख्यालय में चयन एवं भर्ती की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हिमानी खन्ना को महिला सुरक्षा, मिथिलेश शुक्ला को ग्वालियर रेंज में विशेष सशस्त्र बल की जिम्मेदारी दी गई है। अनुराग शर्मा को सीआईडी (अपराध अनुसंधान विभाग) पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है।
-------------------------------
मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जमा किए नामांकन पत्र
भोपाल। मध्य प्रदेश से दो अप्रैल को रिक्त हो रहे राज्य सभा के पांच स्थानों के लिए गुरुवार को भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र जमा किए। भाजपा के प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री एल मुरूगन, श्रीक्षेत्र वाल्मीकि धाम आश्रम के पीठाधीश्वर उमेश नाथ महाराज, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया एवं किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर ने पहले नामांकन पत्र जमा किए।
इसके बाद कांग्रेस के अशोक सिंह पार्टी नेताओं के साथ विधानसभा पहुंचे और रिटर्निंग आफिसर संजय गुप्ता के समक्ष नामांकन पत्र जमा किया। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह उपस्थित नहीं थे। नामांकन पत्रों की जांच शुक्रवार को होगी और 20 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 230 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 163, कांग्रेस के 66 और भारत आदिवासी पार्टी से एक विधायक है। दलीय स्थिति के अनुसार निर्विरोध निर्वाचन होना तय है।
भाजपा के चारों प्रत्याशी नामांकन जमा करने के पूर्व प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां से पार्टी पदाधिकारियों के साथ विधानसभा भवन स्थित राज्य सभा चुनाव के लिए बनाए रिटर्निंग आफिसर के कार्यालय पहुंचे। मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा समेत मंत्री, विधायक और पार्टी पदाधिकारियों की उपस्थिति में नामांकन पत्र जमा किए।
मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जिस प्रकार से राज्य सभा और लोकसभा में जिस तरह से प्रत्याशी का चयन होता है, वह उज्जवल परंपरा है। अलग-अलग क्षेत्रों हमारे प्रत्याशियों ने योगदान दिया है। राज्य सभा में ये सभी चयनित होने के बाद मध्य प्रदेश का पक्ष रखेंगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि संगठन के काम जमीन से लेकर सामाजिक क्षेत्र में भूमिका निभाने वालों को प्रत्याशी बनाया है। केंद्रीय नेतृत्व के आदेश पर एल मुरुगन को प्रत्याशी बनाकर तमिलनाडु को भी ताकत मध्य प्रदेश ने दी है। सामाजिक समरसता को लेकर काम करने वाले उमेश नाथ महाराज, पंच, सरपंच, नगर पालिका की अध्यक्ष रहीं और महिला सशक्तीकरण का काम करने वाली माया नारोलिया और किसान नेता बंशीलाल गुर्जर को मौका दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, अजय सिंह, हेमंत कटारे सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में अशोक सिंह ने नामांकन पत्र जमा किया। मीडिया से पटवारी ने कहा कि अशोक सिंह ने निस्वार्थ भाव से पार्टी की सेवा की। उमंग सिंघार ने प्रदेश में भाजपा ने उत्तर प्रदेश और बिहार के चुनाव समीकरणों को देखते हुए डा.मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया है। हमने ग्वालियर-चंबल में सेंधमारी के लिए अशोक सिंह के रूप में बड़ा नेता दिया है। एक नई शुरुआत होगी और सिंधिया के किले को ध्वस्त करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे।