भोपाल। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के इंदौर खंडपीठ में आज धार भोजशाला मामले की सुनवाई हुई। हिन्दू पक्ष के वकील ने आर्कियोलॉजिकल सर्वे की मांग की थी। इस विषय पर आज बहस हुई है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इस मामले को भी अयोध्या जैसा मामला माना और टिप्पणी करते हुए कहा यह मामला भी अयोध्या जैसा ही है। इसलिए भोजशाला मामले में जितनी भी याचिका लगी है उनकी लिस्टिंग कर कोर्ट के सामने प्रस्तुत की जाए। इसके साथ ही फैसले को फिलहाल कोर्ट ने सुरक्षित रख लिया है।
हिंदू पक्ष के वकील ने कोर्ट के समक्ष तथ्य रखे थे कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया की 1903 की रिपोर्ट में यहां सरस्वती मंदिर की पुष्टि हुई थी। यहां पर सरस्वती माता की मूर्ति लंदन के एक म्यूजियम में कैद है और इसके साथ ही मंदिर के पुराने गुंबजों पर संस्कृत में लिखे श्लोक के फोटो भी हिंदू पक्ष की वकील की तरफ से कोर्ट में प्रस्तुत किए गए हैं। इसीलिए इस मामले की भी ज्ञानवापी की तरह ही आर्कियोलॉजिकल सर्वे कराकर कोर्ट अपना फैसला सुनाए। फिलहाल इस पूरे मामले में हाईकोर्ट ने फैसले को सुरक्षित रखते हुए जबलपुर हाईकोर्ट में भी याचियों की जानकारी मांगी है। याचिकाओं की जानकारी आने के बाद ही कोर्ट अब आगे अपना फैसला सुनाएगी।
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पटवारी भर्ती में गड़बड़ी से नाराज सैकड़ों युवाओं ने घेरा कलेक्टर कार्यालय
इंदौर। पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी हुई है और सरकार इसे दबाना चाह रही है। स्थानीय कलेक्टर कार्यालय को घेर कर दो घंटे तक बैठे रहे सैकड़ों युवाओं ने यह आरोप लगाया है। सरकार द्वारा भर्ती परीक्षा से चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति रोकने और एसआइटी गठित कर नए सिरे से जांच की मांग की है। प्रदर्शन करने वाले युवाओं ने भीड़ के बीच कुछ प्रवेश पत्रों की प्रतियों को भी लहराया। कुछ उम्मीदवारों के नाम लेते हुए उन्होंने दावा किया कि साफ जाहिर हो रहा है कि भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की गई है।
कम से कम साढ़े तीन सौ युवा पटवारी भर्ती के खिलाफ प्रदर्शन करने स्थानीय कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन (एनईवाईयू) की अगुवाई में पहुंचे युवाओं को कलेक्टर कार्यालय से पहले ही सड़क पर बेरिकेड लगाकर पुलिस ने रोक लिया। करीब दो घंटे तक सड़क पर बैठकर नारेबाजी करते हुए युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इन्होंने मांग की कि बीती सरकार के कार्यकाल में हुई पटवारी भर्ती परीक्षा में तमाम गड़बड़ियां हुई थी।
इस पर शोर मचा और कई सबूत सामने आए तो तत्कालिन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने एक पूर्व जज को जांच सौंपी थी। अब सरकार 25 फरवरी से इस चयन परीक्षा से चुने उम्मीदवारों को नियुक्ति दे रही है। बिना जांच रिपोर्ट सार्वजनिक किए नियुक्तियों की हड़बड़ी जाहिर कर रही है कि सरकार धांधली को दबाना चाहती है। युवाओं ने मांग रखी कि एसआइटी बनाकर भर्ती प्रक्रिया की पूरी जांच हो। चीफ जस्टिस मप्र के साथ इसमें तकनीकी विशेषज्ञ भी रखे जाए, क्योंकि पूरी परीक्षा आनलाइन हुई थी।
प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन को युवाओं ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें पटवारी भर्ती से जुड़ी मांगों के साथ अन्य मांगे भी रखी गई। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने कहा कि यहां कई लोग ऐसे हैं जिन्हें पटवारी भर्ती परीक्षा में एक-दो नंबरों से बाहर कर दिया गया। ये इसलिए हुए क्योंकि भ्रष्टाचार कर अयोग्यों को चयनित किया गया। परीक्षा के बाद ही सामने आ गया था कि कई मेरिट होल्डरों को सामान्य ज्ञान तक नहीं है और वे पैसे देकर चयन होने की बात कैमरे पर स्वीकार कर चुके हैं। ज्ञापन के बाद सरकार को दो दिन का समय दिया है। इसके बाद मांगे पूरी नहीं हुई तो प्रदेशभर के छात्र भोपाल पहुंचेंगे और अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे। मांगे भी रखी
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बुर्का पहनकर आई 4 महिलाएं, दुकानदार को बातों में उलझाकर पार किए गहने, CCTV में कैद हुई वारदात
मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में हैरान करने वाली चोरी की घटना सामने आई है। जहां चार महिलाओं ने दुकानदार को बातों में उलझाकर सोने के गहने पार कर दिए। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। मामला रायसेन जिले के मण्डीदीप थाना क्षेत्र का है। पुलिस महिलाओं की तलाश में जुटी है।
4 महिलाओं ने 23 ग्राम सोने से भरा बॉक्स पार कर दिया। महिलाएं बुर्का पहरकर दुकान में दाखिल हुई थी। वीडियो में देखा जा सकता है कि चार महिलाएं दुकान में आती हैं। दो महिलाएं दुकानदार से कुछ पूछताछ करती हुई दिखाई दे रही है। इसी दौरान दो महिलाएं गहने देखने बहाने अंदर की ओर जाती है। दो महिलाओं ने दुकानदार को उलझा रखा था। इतने में ही अंदर बैठी दो महिलाओं ने गहने का बॉक्स बुर्के में छिपा लिया।
जानकारी के अनुसार बॉक्स सोने के 9 जोड़ी टॉप्स से भरा था। बुर्का पहने 4 महिलाओं ने घटना को अंजाम दिया। चोरी की पूरी वारदात CCTV कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज किया है और CCTV फुटेज के आधार पर आरोपी महिलाओं की तलाश में जुटी हुई है।