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घर से बिना बताए चली गई पत्नी, पति ने नाबालिग साली का कर लिया अपहरण

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हरदा। सिराली थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 11 वर्षीय नाबालिग बालिका का उसके ही जीजा ने सिर्फ इसलिए अपहरण कर लिया क्योंकि उसकी पत्नी बिना बताए घर से चली गई थी। मामला पुलिस तक पहुंचते ही नाबालिग की तलाश शुरू कर दी गई। महज दो घंटे की मशक्कत के बाद नाबालिग को ढूंढ लिया गया। पुलिस ने नाबालिग साली को उसके जीजा के चंगुल से आजाद करवाकर उसके माता-पिता के हवाले कर दिया।
इस मामले की सूचना 28 फरवरी की रात करीब 11 बजे थाना सिराली अंतर्गत डायल 100 को मिली थी। पुलिस को सूचना देकर बताया गया कि अज्ञात व्यक्ति नाबालिग को जबरदस्ती उठाकर ले गया है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में मामला आते ही सिराली पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए घटनास्थल के पास पहुंचकर नाबालिग व अज्ञात आरोपित के बारे पूछताछ की।
घटना स्थल से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर नीमढाना के जंगल में आरोपित तीस वर्षीय नानूराम पिता मदन राठिया, निवासी गोपीपुर थाना कमलापुर, जिला देवास के कब्जे से नाबालिग को बरामद किया गया। इसके बाद पुलिस नाबालिग को लेकर उसके स्वजन के पास पहुंची और उसे सौंप दिया गया।
पुलिस ने आरोपित नानूराम को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की। उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपित नानूराम नाबालिग बालिका का जीता है। पूछताछ पर आरोपित ने बताया कि उसकी पत्नी राजंती ससुराल से बिना बताए कहीं चली गई। इसके बाद उसने पत्नी की छोटी बहन के अपहरण की योजना बनाई। स्वजनों की शिकायत पर धारा 363 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया।
मालूम हो कि मकड़ाई वन परिक्षेत्र के गांवों से मानव तस्करी की कई घटनाएं हो चुकी है। किंतु अभी तक पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है। अपहरण के इस मामले में सिराली थाना प्रभारी नगर निरीक्षक अमित भावसार, उप निरीक्षक गोपाल प्रसाद पाल, उप निरीक्षक अशोक सहित स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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सट्टा किंग गिरीश निकला महादेव एप का मास्टरमाइंड, ED ने किया गिरफ्तार
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. ED ने यह कार्रवाई महादेव सट्टा एप मामले में की है. जानकारी के मुताबिक भोपाल से ईडी ने गुरुवार रात सट्टा किंग गिरीश तलरेजा को गिरफ्तार कर लिया है.
5 साल पहले कोलार से गिरफ्तार हुआ सट्टा किंग गिरीश तलरेजा महादेव एप का मास्टरमाइंड निकला. साल 2019 में आरोपी तलरेजा दुबई जाने की फिराक में था. हालांकि सीआईएसएफ ने मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था. जिसके बाद 2019 में भोपाल पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर हिरासत में लिया था.
महादेव ऐप मामले में गिरीश तलरेजा रहा मास्टरमाइंड को ED ने कल देर रात गिरफ्तार कर लिया है. तलरेजा पर महादेव ऐप के जरिये कमाई को ब्लैक से व्हाइट करने का जिम्मा था. ED ने पूरी कार्रवाई मनी लांड्रिंग के मामले में की.
जानकारी के मुताबिक ईडी को जांच के दौरान तलरेजा और रतनलाल जैन के शुभम सोनी के साथ करोड़ों रुपयों का ट्रांसजेक्शन मिला था. भोपाल ईडी आज तलरेजा को रायपुर ईडी को सौंपेगी. वहीं फरार चल रहे रतनलाल जैन की तलाश जारी है.
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14 लाख रुपए वसूले : लोन एप की जाल में फंसा पुलिस कांस्टेबल, ठगों ने अश्लील फोटो-वीडियो भेज किया ब्लेकमैल
भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल में एक बार फिर लोन एप के जरिए ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया है। इस बार जालसाजों ने पुलिस कांस्टेबल को अपना निशाना बनाया और अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 50 हजार की जगह 14 लाख वसूल लिए।
दरअसल भोपाल के एक कांस्टेबल ने sunny लोन एप के जरिए जरूरत पड़ने पर 50 हजार का लोन लिया था। लेकिन कांस्टेबल के लिए ये 50 हजार का लोन अब मुसीबत बन गया है। लोन एप के एजेंट ने पुलिसकर्मी का फोटो को मॉर्फिंग कर अश्लील वीडियो बनाया और फिर पुलिसकर्मी को भेज कर उसे वायरल करने की धमकी देकर धीरे-धीरे 14 लाख रुपए वसूल लिए।
मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित के परिवार को एजेंटों ने फोन लगाकर ये कहा कि कांस्टेबल को उन्होंने बंधक बनाकर रखा है उन्हें 3 लाख की फिरौती चाहिए। इसके बाद मामला साइबर क्राइम पहुंचा। जिसके बाद पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की है।
इससे पहले भी भोपाल में लोन एप के जरिए वसूली से परेशान होकर रातीबड़ इलाके में विश्वकर्मा परिवार के चार सदस्यों ने आत्महत्या कर ली थी। लोन एप के मामले में हमेशा यह देखा जाता है की शुरुआत में लोन एप कंपनी आसानी से लोन दे देती है। लेकिन हिडन करके कई कंडीशन डाली जाती है जो कस्टमर को नहीं बताई जाती है और यहीं से शुरू होता है ठगी का असली खेल। लोन एप कंपनी पीड़ित का मॉर्फिंग कर अश्लील वीडियो तैयार करती है इसी का फायदा उठाकर वो लोगों को परेशान करते हैं जिससे प्रताड़ित होकर कई लोग अपनी जान दे देते हैं।