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महाकौशल एक्सप्रेस के एसी कोच में चोरी, एसपी की पत्नी का पर्स उड़ा ले गए चोर

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ग्वालियर ट्रेन में एक पुलिस अधिकारी की पत्नी के साथ कुछ ऐसा हुआ जिससे पुलिस की चारों तरफ किरकिरी मची हुई है। दरअसल, एसपी की पत्नी ट्रेन में सफर कर रही थी। इसी दौरान उनका पर्स चोरों ने गायब कर दिया। इसके बाद जीआरपी में शिकायत दर्ज कराई गई है।
एसपी की पत्नी 7 मार्च को महाकौशल ट्रेन में जबलपुर से ग्वालियर जा रही थी। उनकी सीट फर्स्ट एसी कोच की बर्थ नंबर 22 में थी। इसी दौरान चोरों ने पर्स सहित पानी की बोतल और अन्य जरूरी सामान गायब कर दिया। ग्वालियर स्टेशन पहुंचने के बाद एसपी की पत्नी ने जीआरपी में शिकायत दर्ज कराई है। जीआरपी ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। मामला दर्ज होने के बाद ग्वालियर जीआरपी और जबलपुर जीआरपी चोरों की तलाश में जुट गई है। सुरक्षा पर सवाल भी उठ रहे हैं कि रेलवे के सबसे वीआईपी कोच में सफर करने वालों का सामान कैसे चोरी हो रहा है।

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आदिवासी महोत्सव : मांदल पर पहली थाप के साथ भगोरिया पर्व का आगाज
धार। शिवरात्रि पर्व पर परंपरानुसार धार के पास के ग्राम सुल्तानपुर के गंगा महादेव में मांदल पर छड़ी से पहली थाप लगते ही लोक सांस्कृति पर्व भगोरिया का आगाज हो गया। अब अब जिले में होली पर्व तक अलग-अलग जगह पर भगोरिया पर्व उल्लास के साथ मनाया जाएगा।
भगोरिया के तहत खासकर युवतियों में एक अलग ही उत्साह देखा गया। आदिवासी वेशभूषा में ड्रेस कोड में युवतियां आकर्षण का केंद्र रही। वहीं यहां भोलेनाथ का मंदिर होने से हजारों भक्त दर्शन करने पहुंचे। बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने से ग्रामीण क्षेत्र में जाम की स्थिति उत्पन्न हुई। हालांकि ग्रामीणों द्वारा जाम को खुलवाया गया।
गौरतलब है कि आदिवासी समाजजनों को लोक पर्व भगोरिया को लेकर समजजनों को पूरे साल इंतजार रहता है। यहां शिवरात्रि के पूर्व समाजजनों द्वारा भव्य तैयारियां की जा रही थी। करीब 40 से 45 गांव से मांदल दल पहुंचे। सुबह 11 बजे से मांदल दल पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका था। जैसे ही दोपहर दो बजी तो एक मांदल दल अपने बड़े समूह के साथ पहाड़ी पर पहुंचा। देखते ही देखते हजारों लोग इस दल में शामिल हो गए और भगोरिया की मस्ती में झूमता हुआ नजर आए।
गंगा महादेव मंदिर में अल सुबह से भक्तों के पहुंचने का सिलसिलाश शुरू हो चुका था। यहां धार, इंदौर, रतलाम सहित अन्य जिले से लोग दर्शन करने पहुंचे। शाम छह बजे तक करीब डेढ़ लाख भक्तों ने बाबा के दर्शन किए। यहां प्राकृतिक नजारों को देख हर कोई अद्भ्रुत नजर आया। शिवरात्रि को देखते हुए एक दिवसीय मेले का आयोजन किया था। इसमें ग्रामीणों द्वारा दुकानें लगाई। मेले में बच्चों ने जहां खेल खिल्लौने खरीदे तो महिलाओं ने श्रृंगार की सामग्री खरीदी। सुरक्षा को देखते हुए सरदारपुर एसडीओपी आषुतोष पटेल, एसडीएम मेघा पंवार के साथ अमझेरा थाना प्रभारी संजयसिंह बैस मौजूद थे। लोगों की सुरक्षा को देखते हुए यहां पुलिस प्रशासन द्वारा कड़े इंतजाम किए थे।
भगोरिया को लेकर मालगढ़, चांदुड़ी, वीरपाड़ा सहित अन्य गांवों से मांदल दल पहुंचे थे। 60 किलो वजनी मादल को गले में टांक गर युवा कुराटी भरते हुए झूम रहे थे तो वहीं बुजुर्ग बांसुरी बजा रहे थे। जब बासुरी का सुरूली आवाज पाहाड़ों में गूंजी तो अलग ही माहौल हो गया। शाम चार बजे भगोरिया की मस्ती परवान पर चढ़ी तो महिलाएं अपने आप को थिरकने से नहीं रोक पाई। आदिवासी वेशभूषा में महिलाओं ने पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जमकर करते हुए कुराटी भरते हुए नृत्य किया।
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महाशिवरात्रि के दिन रुखसाना से राखी बनी युवती ने सुनील से किया विवाह, सात फेरे लेकर भगवान शिव का लिया आशीर्वाद
खंडवा। महाशिवरात्रि के दिन रुखसाना से राखी बनी युवती ने न सिर्फ सनातन हिंदू धर्म अपनाया बल्कि सात फेरे लेकर विवाह के बंधन में भी बंधा। महादेवगढ़ मंदिर में रुखसाना ने सुनील के साथ सात फेरे लेकर जीवनभर साथ निभाने के वादे के साथ भगवान शिव का आशीर्वाद लिया।
शहर में एक प्रेमी जोड़े ने आज महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर भगवान भोलेनाथ को साक्षी मानकर दोनों ने शहर के महादेवगढ़ पर विधि विधान और हिंदू रीति रिवाज के साथ विवाह किया। खंडवा के पीपलकोटा के रहने वाले सुनील और बंगारदा की रहने वाली रुखसाना एक–दूसरे से विवाह बंधन में बंध गए। महादेवगढ़ प्रमुख अशोक पालीवाल ने बताया कि आज बंगारदा की रुखसाना पीपलकोटा के सुनील के साथ रुखसाना से राखी बनी है। महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर आज इन दोनों अपनी मर्जी से आकर विवाह किया है। रुखसाना ने सनातन हिंदू धर्म अपना लिया है और उन्होंने रामचरित मानस पढ़कर प्रभु श्रीराम के जीवन को समझने की इच्छा प्रकट की है। आज दोनों का विवाह संपन्न कराया गया और दोनों ही बहुत प्रसन्न है।