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कुत्तों के हमले पर नियंत्रण के लिए जिले में लगाई धारा 144

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मंदसौर। श्वानों द्वारा लोगों पर हमला करने की घटनाओं पर नियंत्रण के लिए अब कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने जिले में धारा 144 लागू की है। बताया गया कि लोकहित को दृष्टिगत रखते हुए कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 (2) के प्रविधानों को लागू करते हुए संपूर्ण जिले की राजस्व सीमाओं में आदेश जारी किया गया है।
इसमें कहा गया है कि मंदसौर जिले में स्थित सभी वेज/ नान-वेज (मांस-मटन) होटल/ ढाबा संचालक, मछली/ मुर्गा व अंडे का विक्रय करने वाले दुकानदार/संचालक उनके संस्थान/ दुकान से निकलने वाले वेस्ट मटेरियल को खुले में नहीं डालें एवं उसका निस्तारण इस प्रकार करें कि वेस्ट मटेरियल का भक्षण श्वान या अन्य कोई जानवर नहीं कर सके। इससे जानवर विशेषकर श्वान हिंसक होने से बचेंगे और लोगों को राहत मिलेगी।
बता दें कि जिले के भानपुरा में गत दिनों 12 वर्षीय बालिका की श्वानों के हमले से मौत हो गई थी। इसके बाद से ही जिलेवासी श्वानों को पकड़ने की मांग कर रहे हैं, लेकिन श्वानप्रेमी कार्रवाई में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। इसी कारण मंदसौर नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित भाजपा के पार्षदों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। इसमें मांग की गई थी कि नपा श्वानों को पकड़ने की कार्रवाई कर रही है, श्वानप्रेमी बाधा न बनें। पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाने की चेतावनी दी थी।
इसके बाद कलेक्टर ने आदेश जारी किया है। इसके तहत जिले की राजस्व सीमा में स्थित पशु-पालक अपने मृत पशु को खुले में नहीं डालें तथा गोशालाओं में भी यदि किसी पशु की मृत्यु हो जाती है तो उसका निस्तारण संबंधित स्थानीय निकाय नगर पालिका, नगर परिषद, जनपद पंचायत, ग्राम पंचायत आदि को सूचित करें। गोशालाओं में पशु की मृत्यु का दिनांकवार रजिस्टर संधारित हो। उक्त आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति अथवा व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता धारा 188 के तहत कार्रवाई होगी।

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कश्मीर के जवान की MP में हत्या: लूट के लिए वारदात को दिया था अंजाम, चार गिरफ्तार
शाजापुर। 20 जून 2023 को कालीसिंध नदी में पुलिस को एक लाश मिली थी, जिसकी शिनाख्त भारतीय सेना के जवान जसवंत सिंह के रूप में हुई थी। वह मूल रूप से जम्मू कश्मीर के रहने वाले थे। भारतीय सेना के जवान की हत्या की गुत्थी की शाजापुर पुलिस ने बारीकी से पड़ताल की और घटना के 9 महीने बाद सैनिक की हत्या में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया। इस मामले का खुलासा आज पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत ने प्रेस वार्ता के दौरान किया।
एसपी यशपाल सिंह राजपूत ने बताया कि मृतक सैनिक जसवंत सिंह के अज्ञात हत्यारों की तलाश कर उनकी गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस को गृह मंत्रालय से निर्देश मिले थे। इसके साथ ही आर्मी जवान की हत्या का मामला होने से पुलिस भी इस हत्याकांड के खुलासे के लिए बारीकी से पड़ताल कर रही थी। पुलिस को मुखबिर से आरोपियों के सेमली गांव में होने की सूचना मिली थी।
पुलिस ने आरोपियों के बताए ठिकाने पर दबिश दी और आरोपी भुरीया उर्फ श्याम सिंह और माखन सिंह सिसोदिया को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि आरोपी राहुल सोलंकी ने लूट के इरादे से मृतक सैनिक जसवंत सिंह की गला घोंटकर हत्या की थी।
आरोपी ने बताया कि लाश को ठिकाने लगाने के लिए राहुल सोलंकी ने अपने दोस्त लाल सिंह सोलंकी को बुलाया था। लाल सिंह अपने आरोपी दोस्त माखन सिंह और भुरिया उर्फ श्याम सिंह को साथ लेकर सेमली से कालीसिंध स्टेशन पहुंचा जहां वह उनका इंतजार करता था। आरोपी दोस्तों के पहुंचने पर राहुल ने उनसे लाश ठिकाने लगाने के लिए कहा लेकिन लाल सिंह और माखन सिंह ने मदद करने से इंकार कर दिया। लेकिन आरोपी राहुल ने अपने दोस्तों को अपनी दोस्ती की कसम दे कर साथ देने को कहा।
आरोपी ने दोनों दोस्तों को लाश ठिकाने लगाने के लिए राजी कर लिया और कहा कि वे दोनों उसके मोटर साइकिल के आगे-आगे चलकर उन्हें लोगों के रास्ते में होने की जानकारी दें। इसके बाद आरोपियों ने मृतक सैनिक जसवंत सिंह की लाश कालीसिंध नदी में फेंक दी थी।
लाश को फेंकने से पहले राहुल सिंह और भुरिया उर्फ श्याम सिंह ने मृतक सैनिक जसवंत सिंह के बाएं हाथ में पहनी हुई दो चांदी की अंगूठियां, कागजात और मोबाईल फोन निकाल लिया। आरोपियों ने हाथ में पहने चांदी के कड़े को निकालने की कोशिश भी की लेकिन कड़ा हाथ से नहीं निकलने पर उन्होंने लाश को नदी में फेंक दिया। इसके बाद आरोपी अपने साथी भुरिया उर्फ श्याम सिंह के साथ वापस गांव आ गये।
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महिला सफाईकर्मी की दबंगई: मरीज के परिजनों से की गाली-गलौच, नौकरी से धोना पड़ा हाथ
नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले से एक सरकारी अस्पताल से सफाईकर्मी की दबंगई सामने आई। जहां महिला सफाईकर्मी ने मरीज के परिजनों के साथ जमकर गाली-गलौज की है। इसके अलावा उसने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से भी बदतमीजी की है। जिसका वीडियो साेशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में सिविल सर्जन ने संज्ञान लेते हुए महिला सफाईकर्मी का हटा दिया है।
दरअसल, यह मामला जिला अस्पताल का है। बताया जा रहा है कि तीन पहले एक महिला को करंट लगे से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वार्ड में सफाई के दौरान महिला सफाईकर्मी आरती का मरीज के परिजनों से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि सफाईकर्मी ने परिजनों के साथ गाली-गलौज की। इतना ही नहीं उसने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से भी बदतमीजी की।
इस दौरान मौके पर मौजूद किसी शख्स ने इसका वीडियो बना लिया। इसके बाद मरीज के परिजनों मामले की लिखित शिकायत सिविल सर्जन डॉक्टर आरसी प्रजापति की। इस मामले में सिविल सर्जन ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद महिला सफाईकर्मी को हटा दिया गया है। सफाईकर्मी ने मरीज के परिजनों के साथ गाली-गलौज और बतमीजी की थी।