नीमच । विख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की तबियत बिगड़ गई है। उन्होंने खुद इस बात की जानकारी दी। इतना ही नहीं, पंडित प्रदीप मिश्रा के आगामी सभी कार्यक्रम भी निरस्त कर दिए गए हैं।
नीमच के मनासा में सोमवार को पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा का पहला दिन था। सोमवार को अक्षत नगर के पीछे कथास्थल पर लाखों लोग कथा सुनने आ जुटे। पंडित मिश्रा की कथा के लिए सुबह से ही शहर भर में जबर्दस्त उत्साह देखा जा रहा था।
निर्धारित समय पर कथास्थल पर पंडित मिश्रा आए जहां उन्होंने कथा निरस्त करने की बात बताई। उन्होंने बताया कि मेरी तबियत अच्छी नहीं है, इसलिए शिव महा पुराण कथा निरस्त कर रहे हैं। आनेवाले कुछ कार्यक्रम भी निरस्त कर दिए हैं। कथास्थल पर पंडित मिश्रा ने यह भी कहा कि अब मैं यहां अगले साल कथा करने आउंगा। कथा का पूरा खर्च भी विटठलेश सेवा समिति उठाएगी।
पंडित मिश्रा की मनासा में आयोजित इस कथा में शुरु से कई विघ्न आए। चुनावों को देखते हुए पुलिस और प्रशासन शुरु से ही इस कार्यक्रम को आगे खिसकाना चाह रहा था। कार्यक्रम की जब आधिकारिक रूप से मंजूरी मांगी गई तो अधिकारियों ने आचार संहिता लागू होने की बात कहकर हीला—हवाली की।
और तो और, बाद में व्यवस्थाएं नाकाफी होने का बहाना करके मंजूरी रद्द कर दी पर पंडित प्रदीप मिश्रा और आयोजक अड़े रहे। विधायक के माध्यम से सीएम मोहन यादव तक यह बात पहुंचाई गई तब जाकर अफसरों ने कथा की अनुमति दी। इसके बाद 31 मार्च को कलश यात्रा निकाली गई।
आज से कथा शुरू होने थी लेकिन आखिरकार इसे निरस्त कर दिया गया। मनासा में पंडित प्रदीप मिश्रा की 1 अप्रेल से शुरु होकर 7 अप्रेल तक चलनेवाली थी। शिव महा पुराण के लिए रविवार को मंडी गेट अन्नपूर्णा मंदिर से कलश यात्रा निकाली जिसमें हजारों महिलाएं शामिल हुईं। मनासा के इतिहास में पहली बार डेढ़ किमी लंबी कलश यात्रा निकली।
पीली साडी पहने हुए महिलाओं ने सिर पर आस्था के कलश धारण किए थे। कई महिलाएं नृत्य भी कर रही थी। बताया जा रहा है कि कलश यात्रा में 4 हजार से अधिक महिलाएं शामिल हुई। कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। आर्मी से रिटायर सैनिक प्रवीण देवडा और उनके परिवार द्वारा सैनिकों की सलामती और शहीदों के मोक्ष के लिए पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा करवाई जा रही थी।
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बॉयफ्रेंड के चक्कर में बाबा की हत्या: हलवा में मिलाई नींद की 15 गोलियां, बेहोश होने के बाद बक्से में कर दिया बंद
ग्वालियर। रिटायर्ड होमगार्ड की हत्या की सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा किया है। मृतक की नातिन ने ही अपने बाबा की हत्या की थी। मृतक ने नातिन को उसके बॉयफ्रेंड के साथ वीडियो कॉल पर बात करते हुए देख लिया था। जिसके बाद वह इसका हर दिन विरोध कर रहे थे। जिससे तंग आकर नातिन ने अपने बाबा के हलवे में नींद की गोलियां मिला दी और बेहोश होते ही संदूक में धक्का देकर बंद कर दिया। पुलिस ने नातिन को बाल संरक्षण ग्रह भेज दिया है।
दरअसल ग्वालियर के माधौगंज थाना क्षेत्र में आने वाले कृष्णा कॉलोनी में एक नाबालिग नातिन ने अपने बाबा को नीद की गोलियां खिलाकर 28 मार्च को हत्या कर संदूख में बंद कर दिया था। जिसके बाद नातिन ने परिजनों को गुमराह करने के लिए कहानी बनाई कि कोई बाबा की पिटाई कर रहा है और उसे किसी कमरे में बंद कर दिया है। जिसके बाद मृतक का बेटा घर पहुंचे तो देखा कि घर का दरवाजा बंद है। जिसके बाद दरवाजा खोल कर अंदर पहुंचे तो कोई नहीं दिखा। जैसे ही पुलिस से शिकायत के लिए दस्तावेज खंगाले तो नहीं मिले। जैसे ही संदूक खोला तो एक दुर्गंध आई और उसमें से शव बरामद हुआ।
इसकी जानकारी माधौगंज थाना पुलिस को दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और FSL टीम मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर जांच पड़ताल शुरू की। सबसे पहले नाबालिग नातिन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह पुलिस को गुमराह करने के लिए इधर-उधर की बात करने लगी। पर जब गहराई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि उसे उसके बॉयफ्रेंड से वीडियो कॉल करते उसके बाबा ने देख लिया था।
इसके बाद वह लगातार इस चीज का विरोध कर रहे थे। इसलिए उनको रास्ते से हटाने के लिए नातिन ने ही हलवा बनाया और उसमें 15 नीद की गोलियां मिलाकर खिला दिया। जैसे ही मृतक की आँखे बंद होने लगी तो उन्हें संदूक के पास ले जाकर धक्का दे दिया और संदूक का ढक्कन बंद कर दिया था। ए एस पी निरंजन शर्मा ने बताया कि फिलहाल पुलिस ने नाबालिग नातिन को पूछताछ के बाद बाल संरक्षण गृह भेज दिया है।
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मध्य प्रदेश के शराब प्रेमियों को लगा बड़ा झटका: सरकार ने की शराब के दामों में बढ़ोत्तरी
भोपाल। मध्य प्रदेश में आज एक अप्रैल से शासन ने आबकारी नीति को लागू कर दिया है। इसके लागू होने के बाद शराब की बिक्री नए सिरे से की जाएगी। वहीं सरकार के राजस्व में जबरदस्त उछाल होने की संभावना है। लेकिन शराब प्रेमियों को इससे बड़ा झटका लगा है। शराब के दाम में लगभग 15% वृद्धि हो जाएगी। अंग्रेजी शराब समेत बियर और रम के दामों में 150 से 200 रुपए तक वृद्धि होगी। साथ ही प्रदेश की सभी शराब दुकानों का नवीनीकरण भी कर दिया गया है।
दरअसल, कल रविवार को राजधानी भोपाल की शराब दुकानों की नीलामी की गई। इससे विभाग को 894 करोड़ रुपए का राजस्व मिला। जबकि इसके लिए 916 करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। वहीं बीते वर्ष यह आंकड़ा 793 करोड़ रुपए था। प्रदेश भर में देशी और विदेशी शराब की बिक्री करने के लिए 3600 मदिरा दुकानों का छोटे समूहों में निष्पादन किया गया। विभाग को उम्मीद है कि इससे 1500 करोड़ रुपए का राजस्व सरकार को मिलेगा।
सरकार की शराब नीति से एक तरफ आबकारी विभाग के कोष में जबरदस्त इजाफा होगा वहीं इससे मदिरा प्रेमियों को जेब ढीली करनी पड़ेगी। प्रत्येक बोतल में 150 से 200 रुपए की वृद्धि होने से मंदिरा प्रेमी मायूस हो सकते हैं।