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एसएसटी टीम ने वाहन से जब्त किए 57 लाख कीमती सोने के जेवर

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छिंदवाड़ा। एसएसटी टीम ने 57 लाख की कीमत के जेवर जांच के दौरान जब्त किए हैं। एनएच 547 पर एसएसटी टीम द्वारा जांच के दौरान कार्रवाई की गई, जिसमें कार में सीट के नीचे लाकरनुमा (बाक्स) में छुपा कर सोने के आभूषणों को रखा गया था। एडीएम केसी बोपचे व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह की टीम ने ये कार्रवाई की।
निगरानी टीम को बुधवार रात को छिंदवाड़ा नागपुर हाईवे रोड चेकिंग बैरियर उमरानाला में वाहनों की सघनता से चैकिंग के दौरान सीट के नीचे छिपा हुआ बॉक्स मिला। चेक करने पर 156 नग सोने के मंगलसूत्र जिनका वजन 724 ग्राम व एक नग सोने का बिस्किट जिसका वजन 86 ग्राम, कुल सोने का वजन 810 ग्राम, कुल कीमती 57 लाख 51,000 अवैध रुप से परिवहन किया जा रहा था। जिसपर धारा 102 सी.आर.पी.सी. के तहत जब्त कर प्रकरण कायम किया गया।
संपूर्ण कार्यवाही में डीएसपी (अजाक) राजेश बंजारे, रक्षित निरी. आशीष तिवारी, थाना प्रभारी मोहखेड़ केएस रघुवंशी, चौकी प्रभारी उमरानाला महेंद्र भगत, प्रधान आरक्षक शिवकरण पांडे, आरक्षक आदित्य रघुवंशी, आर. अमित तोमर, आर. सोहेल खान एवं एसएसटी दल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। एसएसटी टीम ने जांच के दौरान कार्रवाई की। उक्त कार्रवाई आगामी लोकसभा सभा चुनाव 2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्विघ्न एवं शांतिपूर्वक संपन्न कराये जाने हेतु जिला छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह व पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री के मार्गदर्शन, दिशा निर्देश में असामाजिक, संदिग्ध व आपराधिक तत्वों पर नियंत्रण, निगरानी सुनिश्चित कराये जाने हेतु की गई।
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चिल्लर लेकर नामांकन करने पहुंचा निर्दलीय प्रत्याशी, गिनते-गिनते कर्मचारियों के छूट गए पसीने
बैतूल। देश में इन दिनों इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये राजनैतिक दलों को मिले भारी भरकम चंदे पर बहस जारी है. वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं जो छोटे-मोटे चंदे से जमा की गई राशि लेकर चुनाव लड़ने की फीस जुटा रहे हैं. ऐसा ही एक नज़ारा बैतूल कलेक्ट्रेट कार्यालय में दिखा, जब नामांकन के आखिरी दिन एक निर्दलीय प्रत्याशी एक और दो रुपये के सिक्कों से भरा झोला लेकर नामांकन करने पहुंचा. जमानत के तौर पर प्रत्याशी को 12 हजार 500 रुपये जमा करने थे जो उसने चिल्लर के रूप में जमा किये।
बैतूल के जिला निर्वाचन कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी कर्मचारियों के होश तब उड़े, जब सुभाष बारस्कर नाम का एक निर्दलीय उम्मीदवार जमानत राशि के तौर पर 12 हजार 500 रुपये लेकर पहुंचा. ये रकम एक और दो रुपये के सिक्कों के रूप में थी, जिसे गिनते गिनते कर्मचारियों के पसीने छूट गए. सुभाष के मुताबिक ये राशि उसने लोगों से चंदा मांगकर जमा की है. हर एक सिक्का एक व्यक्ति का समर्थन है।
सुभाष पेशे से एक मजदूर हैं और पहले भी इसी तरह ग्राम पंचायत से लेकर विधानसभा तक का चुनाव लड़ चुके हैं. । हर चुनाव में वो इसी तरह से लोगों चंदा मांगकर चुनाव की अमानत राशि जमा करते हैं. वहीं चुनाव लड़ने के लिए दोस्तों से मदद लेते हैं. सुभाष को उम्मीद है कि वो कभी तो चुनाव जीतेंगे और अपने स्तर पर कुछ परिवर्तन लाएंगे.
इस बार लोकसभा चुनाव में इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये राजनैतिक दलों को मिले चंदे का मुद्दा गर्माया हुआ है. फर्क ये है कि बड़े राजनैतिक दलों को चंदा लाखो करोड़ों में मिला है जबकि सुभाष चिल्लर जमा करके फीस जमा कर रहे हैं. हालांकि इस मुद्दे पर निर्वाचन अधिकारियों ने बयान देने से इनकार कर दिया लेकिन इतना ज़रूर कहा कि भारतीय मुद्रा किसी भी रूप में जमा की जा सकती है ये बात और है कि एक और दो रुपये के सिक्के गिनने में थोड़ा वक्त ज़ाया होता है लेकिन ये लोकतंत्र है जहां सब नियमों के अनुसार इसे जायज माना जाएगा.

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NSUI कार्यकर्ताओं को एसड़ीएम नेअपराधी बताते हुए 25 हजार का बॉन्ड भरने का भेजा नोटिस
जबलपुर। लोकसभा चुनाव में अपराधियों से पुलिस-प्रशासन बॉन्ड भरवा रही हैं। अपराधियों और बदमाशों के साथ अब एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को भी अपराधी बताकर बॉन्ड का नोटिस भेजा जा रहा हैं। जिला अध्यक्ष समेत कई एनएसयूआई पदाधिकारियों को अपराधिक व्यक्ति बताते हुए 25000 का बांड भरने के आदेश के खिलाफ आज एनएसयूआई के कार्यकर्ताओ के साथ जिला अध्यक्ष कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। इस बाबत अधिकारियों को ज्ञापन देते हुए बताया कि उन्हें बेवजह अपराधिक व्यक्ति बताकर इस तरह से बॉन्ड भरने की नोटिस भेजा गया है।
क्या है पूरा मामला-एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष सचिन रजक का कहना हैं कि उनके खिलाफ एक भी आपराधिक मामला नहीं है। जो कुछ भी मामले हैं, वह सारे राजनीतिक है। ऐसे में उन्हें अपराधी बात कर 25 हज़ार का बॉन्ड भरवाना एक तरह से तुगलकी फरमान है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आदेश पर तत्काल रोक लगाई जाए। वरना एनएसयूआई पूरे शहर में पोस्टर लगाकर इस तरह के फरमान का विरोध करेगा और आने वाले समय में इस चीज को लेकर पूरे शहर में आंदोलन करेगा।
एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष सहित कई कार्यकर्ताओं को अपराधी बताते हुए 25 हजार के बॉन्ड भरने का यह लेटर रांझी एसडीएम द्वारा जारी किया गया है। जिसमें 25 हजार के बॉन्ड की राशि भरने की अंतिम तारीख 3 अप्रैल थी। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष सचिन रजक का कहना है कि सिर्फ बंद ही नहीं बल्कि रात के 2 बजे तक पुलिस वाले उनके घर में घुसकर उन्हें परेशान कर रहे हैं।