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कमलनाथ-दिग्विजय पर भोग विलास के आरोप का मामला: CM के बयान को इमरती देवी ने ठहराया सही, बोलीं- यही कारण था मैने कांग्रेस छोड़ी

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ग्वालियर। मुख्यमंत्री मोहन यादव के कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को लेकर दिए बयान पर पूर्व मंत्री इमरती देवी का भी बड़ा बयान सामने आया है उन्होंने कहा है कि CM मोहन यादव ने जो कहा है सही कहा, यदि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के शब्द अच्छे होते, अगर उनकी भाषा अच्छी होती, अच्छे उनके काम होते तो हम क्यों कांग्रेस छोड़कर आते। वहीं मोहन कैबिनेट के मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने भी सीएम के बयान का समर्थन करते हुए कांग्रेस पर जुबानी हमला बोला है।
दरअसल CM डॉ मोहन यादव ने ग्वालियर में आयोजित नारी शक्ति वंदन महिला सम्मेलन कार्यक्रम में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को लेकर कहा है कि उन्हें बहन बेटी सिर्फ भोग विलास की देवी दिखती है। CM के इस बयान पर कमलनाथ सरकार में मंत्री रही इमरती देवी का कहना है कि सीएम ने जो कहा है वह सही कहा है सभी ने उन दोनों के भाषण भी सुने हैं, वह महिलाओं के लिए अपमानजनक भाषण देते है। 2020 के चुनाव में मेरे लिए भी जो कहा गया था वह सभी ने सुना था, मुझसे दोबारा क्यों कहलाना चाह रहे हो। यदि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के शब्द अच्छे होते अगर उनकी भाषा अच्छी होती, अच्छे उनके काम होते तो में क्यों कांग्रेस छोड़कर आती।
वहीं मोहन कैबिनेट के मंत्री नारायण सिंह कुशवाह का भी बयान इस मामले पर आया है, मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा का कहना है कि कांग्रेस का महिलाओं के प्रति रवैया काफी कुछ गलत है और कभी ना कभी कुछ बातें अभद्रता की वह लोग बोलते भी रहते हैं। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी है जो आदर्श सम्मान और पूजनीय दृष्टि से उनका सम्मान करती है, मुख्यमंत्री जी ने जो कहा है वह सही कहा है।
गौरतलब है की इमरती देवी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर कई बार अपमान किए जाने का आरोप लगाती रही है, 2020 उपचुनाव और 2023 विधानसभा चुनाव के दौरान मंच से इमरती देवी के कई बार आंसू भी छलके हैं जिसमें उन्होंने जिक्र किया था कि कमलनाथ ने उनके लिए ऐसे अपशब्द कहे जिसके चलते उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ना ही बेहतर समझा। ऐसे में अब CM डॉ मोहन यादव के इस बयान के बाद सियासी बवाल मच सकता है।
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जमीन विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, घटना में 7 लोग घायल
बुधनी। मध्य प्रदेश के बुधनी में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर लाठी-डंडे, कुल्हाड़ी और पत्थर चले। जिससे 2 लोगों को गंभीर चोट आई है। घटना लाड़कुई चौकी क्षेत्र के रफीगंज गांव की है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, लाड़कुई चौकी क्षेत्र के रफीगंज गांव में सरकारी भूमि से रास्ते को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए। विवाद इतना बढ़ गया देखते ही देखते लाठी डंडे कुल्हाड़ी एवं पत्थर चलने लगे। घटना में 7 लोगों को चोटे आई जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाड़कुई लाया गया। यहां से प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल सीहोर रेफर किया गया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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SDM ऑफिस के दो बाबू निकले रिश्वतखोर, लोकायुक्त पुलिस ने दोनों को पकड़ा
जबलपुर। मध्यप्रदेश में भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद भी रिश्वतखोरी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। ताजा मामला गोरखपुर एसडीएम (SDM) कार्यालय का है जहां पदस्थ दो बाबू को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने पकड़ा है।
जानकारी के अनुसार गोरखपुर एसडीएम (SDM) कार्यालय में पदस्थ आरोपी आशीष पांडे और अशोक रजक ने जमीन का नामांतरण करने के लिए 25 हजार की रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत प्रार्थी सच्चिदानंद गोस्वामी ने लोकायुक्त पुलिस से की थी। शिकायत पर लोकायुक्त की टीम ने 10 हज़ार की रिश्वत लेते दोनों बाबू को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी 10 महीने से नामांतरण की फाइल लटका के रखे थे। समाचार के लिखे जाने तक लोकायुक्त की कार्रवाई जारी थी। जानकारी नीतू त्रिपाठी, उप पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त और एडवाकेट सच्चिदानंद गोस्वामी शिकायतकर्ता ने दी।