शहडोल। देश को आजाद हुए 77 साल हो गए हैं। आज भारत हर दिशा में दिन पर दिन तरक्की कर रहा है। या यू कहे विकास की राह पर चल रहा है। लेकिन आज भी कुछ हिस्से ऐसे हैं जहां विकास के लिए लोग तरस रहे हैं। हम बात कर रहें मध्य प्रदेश के शहडोल की, जहां के कई गांव में आजादी के बाद भी बिजली नहीं पहुंची। जिससे परेशान हो कर ग्रामीणों ने हाथ में लालटेन लेकर विरोध करना शुरू कर दिया है।
मामला शहडोल जिले के जैतपुर विधानसभा क्षेत्र का है। जहां के ग्राम पंचायत मिठौली, सरईडीह, अतरौली और विनायका सहित आस पास के गांव में आजादी के बाद से अब तक बिजली नहीं पहुंची। जिसके चलते ग्रामीणों ने 16 अप्रैल मंगलवार को अपने हाथ में लालटेन लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इन गांववालों का कहना है कि आजादी के 77 साल बाद भी गांव में आज तक बिजली का खंभा तक नहीं लगा। बिजली नहीं होने के कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आधुनिकता के इस युग में ग्रामीण बिजली के लिए तरस रहे हैं। मामले को लेकर शासन प्रशासन जनप्रतिनिधियों के चक्कर लगा कर थक चुके ग्रामीणों ने आज प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अब देखना ये होगा कि इस बार भी सुनवाई होती है या फिर खाली हाथ लौटकर जाना पड़ेगा।
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बड़ी लापरवाही: कचरे की ढेर में मिली सरकारी दवाइयां, मचा हड़कंप
दतिया। मध्य प्रदेश के दतिया में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। भारी मात्रा में उपयोग वाली दवाइयां कचरे के ढेर में मिलने से हड़कंप मच गया है। सभी अलग-अलग बीमारियों में उपयोग की जाने वाली दवाइयां हैं। कचरे में दवाइयों के मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
एक तरफ मरीज दवाओं के लिए परेशान होते हैं, डॉक्टर उन्हें बाजार की महंगी दवाएं लिख रहे हैं उन्हें ये बताया जाता है कि स्टोर में दवाएं नहीं बची हैं। दूसरी और सरकारी सप्लाई की दवाओं को कचरे के ढेर में फेंका जा रहा है। हैरत की बात ये है कि कचरे में फेंकी गई दवाओं की एक्सपायरी वर्ष दिसंबर 24 और 2025 है। इधर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मामले को लीपापोती करने में जुटे हैं l
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ट्रेनी पुलिसकर्मियों ने छात्रा से की छेड़छाड़, शिकायत के बाद आरोपी गिरफ्तार
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में तीन ट्रेनी पुलिसकर्मियों पर छेड़छाड़ का आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल में शुरू कर दी है।
दरअसल, यह मामला शहर के खजूरी सड़क थाना क्षेत्र की है। बताया जा रहा है कि तीन ट्रेनी पुलिसकर्मी छात्रा को अकेला पाकर छेड़छाड़ की। इसके बाद छात्रा परिजनों के साथ थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, तीनों आरोपी 3 महीने का बैच कोर्स करने पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पहुंचे थे।
मामले पर खजुरी टीआई का कहना है कि पीड़िता पास की ही एक निजी कॉलेज में मास्टर की पढ़ाई कर रही है। पीड़िता की शिकायत के बाद तीन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों पुलिसकर्मी एक ट्रेनिंग के लिए भोपाल आए हुए थे उनकी ट्रेनिंग 3 महीने की थी और यह प्रदेश के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। आरोपी पुलिसकर्मी पिछले 5 साल से SAF में नौकरी कर रहे है। पीड़िता की शिकायत के बाद आरोपी तीनों पुलिसकर्मियों पर छेड़छाड़ और बेड टच के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
पुलिस की मानें तो कॉलेज के पास ही पीड़िता खड़ी हुई थी। वहीं पर ही तीनों ने उसके साथ पहले छेड़छाड़ और गलत कमेंट किया। साथ ही पीड़िता के पास आकर गलत जगह पर छुआ। फिलहाल, पुलिस मामले में वैधानिक कार्रवाई कर रही है।