गुना। (गरिमा टीवी न्यूज़) गुना शहर के श्री हनुमान टेकरी मंदिर परिसर में वर्ष में एक बार लगने वाले मेला पर इस बार जन सैलाब नहीं उमड़ा। मंदिर समिति की सारी तैयारियां थी, दुकानदारों ने अपनी दुकान सजाई हुई थी, झूले वालों के झूले तैयार थे, लेकिन भीड़ इन सब जगह नदारद थी। इसका प्रमुख कारण 23 अप्रैल को शादियों का सबसे बड़ा सारग था, और हुआ भी यही। 23 तारीख की शादियों के कारण इस बार टेकरी का मेला फ्लॉप साबित हुआ। टेकरी मंदिर ट्रस्ट को उम्मीद थी कि 5 लाख के आसपास लोग दर्शन करने आएंगे? लेकिन यह आंकड़ा लगभग 1.50 लाख लोगों के अंदर ही सिमिट गया।
श्री हनुमान जन्मोत्सव पर प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी श्री हनुमान मंदिर टेकरी परिसर में मेले का आयोजन टेकरी ट्रस्ट के द्वारा और प्रशासन के सहयोग से किया गया था। टेकरी मंदिर ट्रस्ट की ओर से सारी तैयारियां की गई। मेला परिसर में दुकानों की संख्या ज्यादा काटकर दुकानदारों के लिए रखी गई। लेकिन मेला लगने से एक दिन पूर्व तक यह दुकाने खाली पड़ी हुई थी। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि भाई साहब शादियों का सीजन होने के कारण कई दुकानदार मेला में नहीं आए। अनुमान है कि इस बार मेला पिटेगा। वहीं एक पानी पुरी वाले ने बताया कि शादी-ब्याह ज्यादा है, यही कारण है कि हमारे अन्य दुकानदार साथी शादियों में व्यस्त हैं। वह मेला में नहीं आए। वहीं झूला लगाने वाले एक रजक बंधु ने वीडियो बनाकर मीडिया को भेजी और कहा कि इस बार हमारा धंधा चौपट हो गया। क्योंकि मेला में आने वालों की संख्या बहुत कम है। झूले वाले फ्री बैठे हैं। दोपहर 2:00 बजे के आसपास भेजी गई इस वीडियो में मुश्किल से 50-60 लोग झूले के आसपास दिखाई दिए।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो एक सज्जन ने डाली जिसमें बताया गया की टेकरी मेला के मोटरसाइकिल स्टैंड पर मोटरसाइकिल वालों से प्रीति मोटरसाइकिल ₹20 के हिसाब से वसूला जा रहा है। इस कारण मोटरसाइकिल स्टैंड पर विवाद की स्थिति निर्मित हुई। यह मोटरसाइकिल स्टैंड किसके आदेश से बनाया गया था? या टेकरी मंदिर ट्रस्ट के द्वारा दिया गया था? यह जानकारी नहीं है। लेकिन मोटरसाइकिल वालों से ₹20 की वसूली को लेकर यहां विवाद की स्थिति बनी जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया गया। हनुमान जयन्ती के पर्व पर टेकरी सरकार हनुमान मन्दिर गुना स्थित प्रसाद की दुकानों के निरीक्षण किये गये। दूषित खाद्य सामग्री पाये जाने पर दुकानों से हटवाकर विनिष्टिकरण करवाया गया।