पटना। बिहार की राजधानी पटना के रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार को एक बहुमंजिला होटल में आग लगने की घटना में 6 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने बताया कि पीएमसीएच में 20 लोगों को भर्ती किया गया था, जिसमें से 6 की मौत हो गई है। मौतों की पुष्टि करते हुए पुलिस ने बताया कि दो लोग पीएमसीएच में गंभीर हालत में हैं, उनका इलाज चल रहा है। मरने वालों में तीन पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं। मृतकों की पहचान की कोशिश की जा रही है।
इस पूरे मामले पर पुलिस ने कहा कि आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है, फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है बता दें कि गुरुवार सुबह होटल में आग लगने के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और अग्निशमन दस्ते की कई गाड़ियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बताया जा रहा है कि सड़क के किनारे खड़ी गाड़ियों को भी आग से नुकसान पहुंचा है। भीषण गर्मी और तेज पछुआ हवा के कारण बिहार में लगातार आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं।
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संजय सिंह का केंद्र पर बड़ा आरोप-केजरीवाल पर 24 घंटे नजर रख रहा PMO मौका पाते ही करा देगा हत्या
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी के नाम एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सीसीटीवी के जरिए 24 घंटे निगरानी रखने का आरोप लगाया है। यह आरोप उन्होंने पीएमओ और दिल्ली के एलजी पर लगाया है। आप नेता संजय सिंह ने पत्र में लिखा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी, नम्र निवेदन के साथ आपको अवगत कराना चाहता हूं कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के चुने हुए मुख्यमंत्री के साथ जो कुछ हो रहा है, वो अत्यधिक दुःखद है। पूरी दिल्ली की जनता गहरी पीड़ा में है। तिहाड़ जेल को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के लिए यातना गृह बना दिया गया है।
विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि पीएमओ एवं एलजी साहब द्वारा 24 घंटे केजरीवाल पर सीसीटीवी कैमरे द्वारा नजर रखी जा रही है। यह देखा जा रहा है कि वह क्या कर रहे हैं, क्या पढ़ रहे हैं, क्या लिख रहे हैं, कब सो रहे हैं, कब जाग रहे हैं। उनकी एक-एक गतिविधि पर ऐसे नजर रखी जा रही है, जैसे मानो कोई बहुत बड़ा जासूस जासूसी करा रहा हो। दिन भर नजर रखने के बावजूद 23 दिनों तक उनको जीवन रक्षक इंसुलिन नहीं दी गयी। उनके शुगर का स्तर बुरी स्थिति में जाने के बावजूद उन्हें इंसुलिन नहीं दी गयी। तीन बार के चुने हुए मुख्यमंत्री के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार क्यों किया जा रहा है।
आखिर क्या गुनाह है दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल का? यही की उन्होंने दिल्ली के गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा दी, पूरी दिल्ली को अच्छा इलाज दिया, बिजली-पानी फ्री किया, माताओं-बहनों के लिए 1,000 रूपये महीने देने की योजना लाए, श्रवण कुमार बनकर बुजुर्ग माताओं-बहनों को फ्री में तीर्थ कराया। क्या यही गुनाह है? क्या बिजली-पानी, पढ़ाई-लिखाई और दवाई का ख्याल रखना ही उनका अपराध हो गया है। सत्ता के इशारे पर पूरा सरकारी तंत्र केजरीवाल जी की निगरानी में लगा दिया गया है। जो जनता का काम छोड़कर केजरीवाल जी को कैसे प्रताड़ित किया जाय, इसकी योजना बना रहे हैं। सीसीटीवी में 24 घंटे अरविंद केजरीवाल जी को क्यों देखना चाहते हैं आप लोग।
बाथरूम से लेकर खाने तक की निगरानी रख रहे हैं। क्या देखना चाहते हैं कि केजरीवाल जी कितना बीमार हुए और केजरीवाल जी का मनोबल कितना गिरा? आपका पूरा तंत्र निगरानी करता है कि केजरीवाल को दवा तो नहीं मिल रही, वो इंसुलिन के बिना कितना तड़प रहे हैं। केजरीवाल की इंसुलिन बंद करने से उनकी किडनी कितनी खराब हुई? उनका लीवर कितना ख़राब हुआ? पूरी दिल्ली को फ्री दवाई देने वाले अरविंद केजरीवाल को अपनी जीवन रक्षक दवाई इंसुलिन लेने के लिए कोर्ट जाना पड़ रहा है। यह कितने दुर्भाग्य की बात है। उनका सपना तो पूरे देश को फ्री और बेहतर इलाज उपलब्ध कराने का है। क्या ये सपने ही आपकी डर का कारण हैं?
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मल्लिकार्जुन खरगे की PM मोदी को चिट्ठीः कहा- गलत बयानबाजी न करें, अपने पद की गरिमा न गिराएं
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने PM मोदी (PM Modi)को पत्र लिखा है। पत्र में दो पन्नों के इस पत्र के जरिए कांग्रेस चीफ ने कहा कि उन्हें पीएम को कांग्रेस के चुनावी घोषणा-पत्र ‘न्याय-पत्र’ की वास्तविकता समझाने में खुशी होगी, ताकि वह कोई गलत बयानबाजी न करें। मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को नसीहत देते हुए कहा कि अपने पद की गरिमा न गिराएं।
पत्र की शुरुआत में लिखा- मुझे उम्मीद है कि आप इस लेटर को सकारात्मक रूप में लेंगे। पिछले कुछ दिनों में दी गई आपके कुछ भाषणों और बयानों से न तो मुझे झटका लगा और न ही मैं हैरान हुआ। इस बात की उम्मीद की जा रही थी कि आप और आपकी पार्टी के नेता चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद इसी अंदाज में बात करेंगे।
पत्र में आगे कहा गया- यह आपकी आदत बन गई है कि आप कुछ शब्दों को संदर्भ के बाहर ले ले जाते हैं और सांप्रदायिक विभाजन करते हैं। आप ऐसा कर के अपने पद की गरिमा को कम कर रहे हैं। जब यह सब खत्म हो जाएगा, तब लोग याद करेंगे कि देश के पीएम ने चुनाव हारने के डर से कैसी भद्दी भाषा का इस्तेमाल किया था।
मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा कि- आज आप गरीब और पिछड़े वर्ग की महिलाओं के मंगलसूत्र की बात करते हैं। क्या आपकी सरकार मणिपुर में महिलाओं और दलित लड़कियों के साथ हुए अत्याचार के साथ बलात्कारियों को माला पहनाए जाने के लिए जिम्मेदार नहीं है? आपकी सरकार के कार्यकाल में जब किसान आत्महत्या कर रहे थे, तब आप उनकी पत्नियों और बच्चों की कैसे सुरक्षा कर रहे थे? कृपया न्याय पत्र के बारे में पढ़िए, जो कि हमारे सत्ता में आने के बाद लागू किया जाएगा।
कांग्रेस चीफ की चिट्ठी के अंत के हिस्से को लाल घेरे में हाइलाइट किया गया और इसमें लिखा है- कांग्रेस के न्याय-पत्र का मकसद सभी जातियों और समुदायों से ताल्लुक रखने वाले युवा, महिला, किसानों, श्रमिकों और हाशिए पर पड़े हुए लोगों को न्याय मुहैया कराना है। आपको आपके ‘सलाहकार’ हमारे मैनिफेस्टो को लेकर गलत सूचना दे रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री गलत बयानबाजी न करें, इसलिए मुझे आपसे मिलने और न्याय पत्र की वास्तविकता को समझाने में अधिक खुशी होगी।