इंदौर/चोरों से बरामद सात लाख का सोना थाने के मालखाने से गायब हो गया। अफसरों को एक एएसआई पर चोरी का शक है। सीएसपी और टीआई ने दबिश देकर चोरी से जुड़े दस्तावेज बरामद किए हैं। केस दर्ज करने के लिए अफसरों को रिपोर्ट भी भेज दी है। एएसआई पर दर्जनों केस डायरियां भी गायब करने का आरोप है।
मामला एमआईजी थाने का है। अप्रैल 2014 में एचआईजी कॉलोनी निवासी गजेंद्रनाथ छोकर के घर में करीब सात लाख की चोरी हुई थी। तत्कालीन एएसआई संतोष कुमार तिवारी ने जांच की और चोर रफीक खान, रईस खान, अनवर खान और सैयद आबिद को गिरफ्तार कर लिया। एएसआई ने चारों आरोपितों से सोने का रानी हार, चेन, अंगूठी, चूड़ियां, टॉप्स और सिक्के बरामद कर लिए।
कुछ दिनों बाद कोर्ट में चालान पेश कर दिया। हाल ही में केस की ट्रायल शुरू हुई तो पता चला कि चोरों से बरामद माल (मश्रुका) ही गायब है। अफसरों ने एएसआई तिवारी को तलब किया लेकिन वह घर से गायब हो गया। जांच में खुलासा हुआ कि एएसआई ने चोरी, धोखाधड़ी, मारपीट के कई प्रकरण में आरोपितों से सांठगांठ कर दस्तावेज गायब किए हैं। उसके खिलाफ पूर्व में भी शिकायतें मिल चुकी हैं।
फरियादी गजेंद्रनाथ ने भी एसपी (पूर्वी) अवधेश गोस्वामी को शिकायत कर दी। एसपी ने सीएसपी (विजयनगर) पंकज दीक्षित और टीआई (एमआईजी) तहजीब काजी को जांच सौंपी। टीआई ने एएसआई रामसिंह पटेल, देवेंद्र पंवार सहित रवींद्र सिंह और विनोद की टीम गठित की। टीम ने मालखाने में सर्चिंग की। रोजनामचा, जब्ती पत्रक, सान्हा जब्त किया गया। दस्तावेजों में आभूषण (सोना) बरामदगी का जिक्र था। सीएसपी ने एएसआई पर सोना गायब करने का शक जाहिर किया और डीआईजी को रिपोर्ट भेज दी।
छानबीन में चौंकाने वाली जानकारी मिली। फरियादी गजेंद्रनाथ ने मकान की रजिस्ट्री चोरी और धोखाधड़ी की भी रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। एएसआई तिवारी ने आरोपित चांद शाह, सलीम खान, भूपेंद्र आदि को गिरफ्तार किया। एसआई ने आरोपितों से मिलकर पूरक चालान पेश किया और मामला रफादफा कर दिया। केस ट्रायल के दौरान पता चला कि एएसआई ने केस डायरी भी गायब कर दी है। सीएसपी ने इस प्रकरण की भी रिपोर्ट डीआईजी को भेजी है।
एएसआई संतोष तिवारी को निलंबित किया जा चुका है। उसके खिलाफ रिपोर्ट मिली है। कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। -हरिनारायणचारी मिश्र, डीआईजी