नगर पालिका भगवान भरोसे!:पीएम आवास लिस्ट में चल रहा, गड़बड़झाला,
गरीब की खुशी 6 घंटे में हुई चकनाचूर
गुना। (गरिमा टीवी न्यूज़) नगर पालिका के द्वारा पीएम आवास लिस्ट में गड़बड़झाला चल रहा है! एक गरीब की पीएम आवास स्वीकृति के बाद दिन में नगरपालिका के कर्मचारी के द्वारा फोटो खीचा गया और शाम को फोन करके सभी दस्तावेज जमा करने के बाद नए सिरे से पीएम आवास स्वीकृत करने की बात कह डाली। यह मामला भी उससे बिगड़ा जब एक जागरूक नागरिक ने उक्त व्यक्ति की पीएम आवास स्वीकृत लिस्ट के बाद फोटो खींचने पर सवाल उठाए?
नगरपालिका में कर्मचारी जो कर दे वह कम है? एक ओर एक 70- 80 साल का बुजुर्ग आनंद राठौर नगरपालिका के गेट पर मंदिर के प्रांगण में मकान के अवैध तरीके से हुए नामांतरण को लेकर धरने पर बैठता है। लेकिन नगरपालिका के जनप्रतिनिधियों को इस बुजुर्ग से कोई सरोकार नजर नहीं आता और ना ही उसकी बात को गंभीरता से लिया जाता आखिर क्यों? दूसरी ओर और एक गरीब का पीएम आवास स्वीकृत लिस्ट में नाम आने के बाद अपने घर के सामने खड़ा होकर नगर पालिका के कर्मचारी के द्वारा फोटो खिचवाता है, लेकिन 6 घंटे बाद ही शाम ढले नगरपालिका से फोन आने के बाद उस गरीब की खुशी चकनाचूर हो जाती है, तब उससे समस्त दस्तावेज और पत्नी के साथ फोटो दोबारा खींचकर भेजने की बात कही जाती है। यह भी तब हुआ जब एक जागरूक नागरिक ने नगरपालिका के पीएम आवास देख रहे कर्मचारी से उक्त व्यक्ति की नगर पालिका के द्वारा फोटो खींचे जाने पर आपत्ति उठाई? तो आनन-फानन में शाम तक उस व्यक्ति से सारे दस्तावेज नए सिरे से जमा करने की बात कह डाली। जबकि उक्त कर्मचारी के द्वारा यह दावा दिया गया कि उस व्यक्ति का अन्य दूसरी स्वीकृत लिस्ट में डीपीआर सूची में नाम था। तो फिर ऐसा क्या हुआ कि उसको दोबारा नए सिरे से फार्म जमा करना पड़ा?
असल में यह मामला वार्ड क्रमांक 11 का है और जिस व्यक्ति की स्वीकृति के बाद फोटो खींची गई थी उसका नाम है राजू पटवा, राजू ने बताया कि नगर पालिका के कर्मचारी आए थे और मेरी फोटो मेरे मकान के सामने खड़े होकर खींचकर गए, कि अब तुम्हारी पीएम आवास कुटी स्वीकृत हो गई है। और शाम को ही एक अन्य कर्मचारी जिसका नाम राजू ने राजेश मांझी बताया के द्वारा फोन आया कि आपके समस्त दस्तावेज और आपकी पत्नी के साथ फोटो मकान के सामने खड़ा होकर भिजवाए। अब नए सिरे से आप की पीएम आवास स्वीकृति होगी? इस गरीब की खुशी 6 घंटे में ही नगरपालिका के कर्मचारियों ने चकनाचूर कर दी।
कुल मिलाकर नगर पालिका में पीएम आवास की लिस्ट में गड़बड़झाला चल रहा है। जिसका जैक भारी उसकी पीएम आवास स्वीकृत! रोज नगरपालिका में गरीब पसीना बहाते घूम रहे हैं, दौड भाग करते - करते महिलाओं के मांग का सिंदूर चेहरे पर बह रहा है? लेकिन इनकी सुनने और परेशानियों को दूर करने वाला नगरपालिका में कोई नहीं।
जबकि नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती अरविंद सविता गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा था कि मैं गरीबों का कार्य सबसे पहले करूंगी, और उनकी परेशानियों को दूर करूंगी। लेकिन अब लगता है कि नगरपालिका में पीएम आवास भगवान भरोसे चल रहा है! और गरीब की परेशानियों पर नगरपालिका के नवनिर्वाचित पार्षद, अध्यक्ष सहित उपाध्यक्ष का कोई ध्यान नहीं है।