सिंगरौली। सिंगरौली में ट्रक ड्राइवर्स की दादागिरी का VIDEO सामने आया है। इसमें ASI को ड्राइवर बुरी तरह पीट रहे हैं। ASI जाम खुलवाने गए थे। उन्होंने गाड़ियां आगे बढ़ाने के लिए कहा। इस पर ड्राइवर्स ASI पर लाठी और डंडे लेकर टूट पड़े। पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला मोरवा इलाके में मंगलवार रात का बताया जा रहा है।
सिंगरौली SP बीरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस को मंगलवार की रात करीब 7:30 बजे सूचना मिली थी कि डीबीएल कंपनी के कैंप के पास सड़क पर जाम लगा है। सूचना मिलते ही मोरवा निरीक्षक मनीष त्रिपाठी के निर्देश पर रात करीब 7:40 बजे पुलिस टीम वहां पहुंची। मौके पर करीब एक किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। पुलिसकर्मी जाम खुलवाने में लग गए।
ASI अरविंद चतुर्वेदी भी जाम खुलवाने लगे। उन्होंने कोल हब कंपनी के ट्रक ड्राइवर से गाड़ी आगे बढ़ाने के लिए कहा। इस पर ट्रक ड्राइवर सोहेब और शब्बीर भड़क गए। गालियां देने लगे। नशे में धुत दोनों ड्राइवर्स ने अपने एक और साथी के साथ ASI अरविंद पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। तीनों ने ASI को लाठियों से बुरी तरह पीटा। हमले में ASI अरविंद चतुर्वेदी गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद दूसरे ट्रक वाले ने इसका वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया।
सिंगरौली पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करने वाले दो आरोपियों सोहेब और शब्बीर को गिरफ्तार कर लिया है। 3 ड्राइवर ने मिलकर मारपीट की थी। एक फरार है। उसकी तलाश जारी है। कोल हब के मालिक अमित तिवारी ने बताया कि उनके दोनों ड्राइवर सोहेब व शब्बीर छत्तीसगढ़ के पटघोरा के रहने वाले हैं। इनके बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। घटना के बाद दोनों ड्राइवर्स को हटा दिया गया है।
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पति करता था अननेचुरल सेक्स, FIR:विरोध करने पर पीटा
ग्वालियर। ग्वालियर में एक महिला पति की हैवानियत की शिकार हुई है। शादी के बाद से ही पति अप्राकृतिक कृत्य कर रहा था। विरोध करने पर बेरहमी से पीटता। प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने पुलिस से शिकायत की है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। पति अभी फरार है।
यह है पूरा मामला
ग्वालियर के कंपू थाना क्षेत्र में रहने वाली 19 वर्षीय महिला ने शिकायत की है। उसने बताया कि 2021 में उसकी शादी हुई थी। शादी के बाद से ही पति अप्राकृतिक कृत्य करता है। कई बार समझाने के बाद भी वह हरकतों से बाज नहीं आया। विरोध करने पर मारपीट करता था। दो दिन पहले भी 27 सितंबर को भी पति ने गलत संबंध बनाने के लिए जिद की। मना करने पर फिर मारपीट की।
पीड़ित की शिकायत पर पति के खिलाफ अनैतिक संबंध और मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। महिला ने अपने सास ससुर को पति की हरकत बताई तो कहने लगे कि यह तुम पति-पत्नी का मामला है और यह सब चलता है। महिला ने माता-पिता दामाद को समझाने लेकिन पति और सास-ससुर ने उनके साथ ही मारपीट कर दी।
कंपू थाना प्रभारी रामनरेश यादव ने बताया कि थाने आकर एक महिला ने शिकायत कर बताया था कि शादी के बाद से ही उसका पति उसके साथ अनैतिक संबंध बना रहा है। मना करने पर उसके साथ मारपीट भी करता है। महिला की शिकायत पर पति के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपी पति की तलाश की जा रही है।
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लापरवाही:एसिडिटी की दवा रैनिटिडीन से कैंसर की आशंका, बिना डॉक्टर पर्चे के बेच रहे मेडिकल स्टोर
भोपाल। एसिडिटी की दवा रैनिटिडीन से कैंसर की आशंका है। इसे आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची से रैनिटिडीन को बाहर किया गया है। करीब दो हफ्ते पहले हुई इस कार्रवाई के बाद रैनिटिडीन का उपयोग करें या न करें इसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। क्योंकि, लगभग हर घर में लोग एसिडिटी की समस्या होने पर अलग-अलग ब्रांडनेम से बिकने वाली दवा रैनिटिडीन का उपयोग कर रहे हैं।
इसकी वजह यह भी है कि यह दवा डॉक्टर के पर्चे के बिना भी मेडिकल स्टोर से धड़ल्ले से बेची जा रही है। लेकिन, ड्रग डिपार्टमेंट की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस संबंध में जब हमने ड्रग डिपार्टमेंट के अधिकारियों से बात की तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। दवा कारोबारियों की मानें तो रैनिटिडीन एसिडिटी समेत पेट में होने वाले छालों को ठीक करने, छाले को बार-बार होने से रोकने लिए इस्तेमाल में आती है। ऐसे में रैनिटिडीन टैबलेट के अलावा इंजेक्शन के तौर पर भी मिलती है। यह शहर के ज्यादातर मेडिकल स्टोर्स पर 90 से अधिक अलग-अलग ब्रांड नेम से बेचा जाता है।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) की ओर से तीन साल पहले चेतावनी जारी की गई थी कि रैनिटिडीन में ऐसे रसायन हैं, जिनसे कैंसर हाे सकता है। यह चेतावनी सभी राज्यों के साथ ड्रग कंट्रोलर को भेजकर यह दवा बनाने वाली कंपनी से बात करने के साथ ही लोगों को भी सजग रहने को कहा गया था। यही नहीं, यह दवाई बनाने वाली कंपनियों से उत्पादन रोकने के लिए कहा गया। लेकिन, हालात ऐसे हैं कि न तो उत्पादन रुका और न बिक्री पर ही प्रतिबंध लगा है। यही वजह है कि मेडिकल स्टोर्स से लोग धड़ल्ले से ये दवा खरीदकर खा रहे हैं।
दवा कारोबारी सुनील सिंह की मानें तो रैनिटिडीन से कैंसर हो सकता है, इस बात को लेकर न तो विभाग गंभीर हैं और न लोग। यही वजह है कि दवाइयों का निर्माण और बिक्री बिना रोकटोक जारी है। लोग सीधे मेडिकल स्टोर्स से दवा लेकर खा रहे हैं। कार्रवाई नहीं किए जाने की वजह से मेडिकल स्टोर संचालकों को किसी तरह का डर नहीं है। वह भी बिना डॉक्टर के पर्चे के न सिर्फ टेबलेट बल्कि रैनिटिडीन के इंजेक्शन तक बेच रहे हैं। यही वजह है कि शहर में रैनिटिडीन का हर महीने 20 लाख से ज्यादा का कारोबार हो रहा है।
वर्तमान में सोशल मीडिया पर जारी बहस के बीच डॉक्टरों का कहना यह है कि उक्त दवा विवादों में है। ऐसे में सावधानी रखना चाहिए कि बिना डॉक्टरों की सलाह के दवाई का सेवन न करें। हालांकि, मेडिकल स्टोर से बिना डॉक्टर के पर्चे के उक्त दवाई की बिक्री नहीं होनी चाहिए। लेकिन, ड्रग डिपार्टमेंट की अनदेखी के कारण यह दवाई धड़ल्ले से बिना डॉक्टर के पर्चे के बेची जा रही है। कई बार लोगों को इस दवा के शरीर पर होने वाले प्रतिकूल परिणामों की जानकारी नहीं होने से भी वे इसका उपयोग करते रहते हैं।
बिक्री तो सामान्य रूप से कर रहे
रैनिटिडीन की बिक्री पर रोक के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। इस कारण बिक्री ताे सामान्य रूप से कर रहे हैं। हालांकि, दो-ढाई साल से जेनटेक और मोनोरिन कंपनी की रैनिटिडीन आना बंद हा गई है।
-रवि महिरे, सांई मेडिकल स्टोर
रैनिटिडीन को लेकर कंट्रोवर्सी
रैनिटिडीन को लेकर कंट्रोवर्सी है। यही वजह है कि हमने यह दवा लिखना ही बंद कर दी है। लोगों को भी बिना डॉक्टरी सलाह के इस दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए।
-डॉ. सिम्मी दुबे, एचओडी, मेडिसिन डिपार्टमेंट, जीएमसी
दवाई को अभी बैन नहीं किया है
दवाई को बैन नहीं किया गया है, इस कारण इसकी बिक्री पर रोक तो नहीं लगाई जा सकती है, लेकिन यह भी सही है कि बिना डॉक्टर के पर्चे के बिक्री नहीं होनी चाहिए। अगर ऐसा हो रहा है तो यह गलत है, हम कार्रवाई करेंगे।
-शोभित कोष्ठा, डिप्टी ड्रग कंट्रोलर