गुना। नगरपालिका में पीएम आवास और किश्त वितरण में अनियमितता का मामला सामने आया है। क्योंकि, जिन हितग्राहियों के खाते में पहली किश्त जारी की थी, वह हितग्राही अब नपा को नहीं मिल रहे हैं। जियो टैग बिना ही 190 हितग्राहियों के आवास की किश्त निकाल दी गई। ऐसी ही शिकायतें, जब जिला प्रशासन तक पहुंची, तो अपर कलेक्टर ने जांच शुरू कर दी। जिम्मेदारों को तलब कर पूछताछ की गई, तो एक-दूसरे की गलती बताई जाने लगी। इस पर नपा के दो उपयंत्रियों को नोटिस भी जारी किए गए हैं।
गुना नगरपालिका में पीएम आवास और किश्त वितरण में अनियमितताएं बरती जाने की शिकायतें जिला प्रशासन को मिली थीं। इसी क्रम में अपर कलेक्टर आदित्य सिंह ने गतदिवस नपा दफ्तर पहुंचकर बंद कमरे में अधिकारी-कर्मचारियों से पूछताछ की। इस दौरान सामने आया कि हितग्राहियों से रुपये लेकर पीएम आवास स्वीकृत किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, 190 हितग्राहियों को जियो टैग के बिना ही किश्त जारी कर दी गई।
इसके बाद अपर कलेक्टर ने पीएम आवास के जिम्मेदारों को अपने दफ्तर में दस्तावेजों के साथ तलब किया। इस दौरान उपयंत्रियों ने बताया कि 39 हितग्राहियों के खातों में पहली किश्त जारी कर दी गई है, लेकिन अब वह हितग्राही नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में राशि जारी करने वाले अधिकारियों केे ऊपर सवाल खड़े हो रहे हैं। साथ ही उपयंत्री कोई भी संतुष्टिजनक जवाब नहीं दे सके।
अपर कलेक्टर ने जब पीएम आवास की किश्त के संबंध में गहराई से पड़ताल की, तो पता चला कि 403 हितग्राहियों के खातों में अब तक पहली किश्त ही नहीं डाली गई है। इससे उनके आवास शुरू नहीं हो पाए हैं, जबकि किश्त जारी हो जाती, तो मकान निर्माण का काम शुरू हो जाता। लेकिन नपा के जिम्मेदारों ने इस कार्य में भी गंभीर अनियमितता बरती है।
-पीएम आवास और किश्त वितरण में अनियमितता की शिकायतें मिल रही थीं। इसी क्रम में जांच शुरू की गई है। इसमें काफी गड़बड़ी पकड़ में आई हैं। 190 हितग्राहियों की किश्त बिना जियो टैग किश्त जारी कर दी गई। कुछ हितग्राही ऐसे हैं, जो पहली किश्त ले चुके हैं, लेकिन अब मिल नहीं रहे जैसी तमाम गड़बड़ियां पकड़ में आई हैं।
- आदित्य सिंह, अपर कलेक्टर गुना