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जिले के सरकारी स्कूल में बच्चे कर रहे टायलेट की सफाई

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रतलाम। शासकीय स्कूल पलसोड़ी में बच्चों द्वारा टायलेट साफ करने का एक वीडियो वायरल हुआ है। यह वीडियो जिस स्कूल के बच्चों का है, वहां की शिक्षिका ने पूरे मामले में अनभिज्ञता जाहिर की है, वहीं विभाग के अधिकारी मामले की जांच कराकर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
जनपद पंचायत रतलाम के ग्राम पलसोड़ी में स्थित एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यालय की कक्षा पांचवीं के दो बच्चे वीडियो में टायलेट की सफाई करते नजर आ रहे है। बच्चों का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी द्वारा इस पूरे मामले की जांच कराए जाने के बाद दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवई किए जाने की बात कही है।
बच्चों का कहना था कि उन्हें स्कूल की मैडम ने सफाई के लिए कहा था। वे दो-तीन दिन छोड़कर यहां सफाई करते हैं। सफाई करने के लिए पानी भी दूर से भरकर लाते हैं और फिर पानी डालने के बाद झाडू से अच्छी तरह से सफाई करते हैं।
इस पर बच्चों के अभिभावकों द्वारा भी आपत्ति जताई गई है। दरअसल बच्चों का कहना यह भी था कि उक्त टायलेट का उपयोग भी मेडम ही करती हैं। इस पूरे घटनाक्रम के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी के.सी. शर्मा का कहना है कि यदि ऐसा हुआ है तो बेहद गलत है। बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार ठीक नहीं है। इस मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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देश में समान नागरिक संहिता लागू होना चाहिए : मुख्‍यमंत्री शिवराजसिंह चौहान
बड़वानी। जनजातीय गौरव यात्रा के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान गुरुवार दोपहर को विकासखंड सेंधवा के ग्राम चाचरिया में पहुंचे। यहां पर उन्होंने स्थानीय कार्यक्रम में खाटला पंचायत में भी भागीदारी की।वहीं यहां सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पेसा एक्ट की जानकारी लोगों को दी।
उन्होंने कहा कि पैसा एक्ट को जानने व समझने की जरुरत है।यह किसी समाज का विरोधी नहीं है। गेर आदिवासी को इससे कोई नुकसान नहीं होगा।ग्राम सभा में सामान्य वर्ग के लोग भी भाग ले सकते हैं। वहीं देश में समान नागरिक संहिता लागू होना चाहिए। वहीं मंच से मुख्यमंत्री ने सेंधवा जनपद पंचायत के सीईओ राजेंद्र दीक्षित को निलंबित करने की घोषणा की।मस्टर रोल की गड़बड़ी और अन्य शिकायत पर मंच से ही निलंबन की घोषणा कर दी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश के 89 विकासखंडों में यह पैसा एक्ट लागू है।यह सभी को अधिकार देगा। इसके अलावा किसी आदिवासी महिला से शादी कर कोई दूसरा व्यक्ति उसकी जमीन नहीं हड़प सकेगा।आदिवासी बेटी के साथ छल करने वाले को नहीं छोड़ेंगे।मतांतरण करके छल से जमीन लेने का प्रयास करेगा तो ग्राम सभा उसका बहिष्कार करेगी। उस पर कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।जिन्होंने छल कपट करके जमीन ले ली है उसे ग्राम सभा पुन: उक्त महिला को दिलाएगी। मप्र में भी कमेटी बना रहे हैं कि एक पत्नी का अधिकार है तो एक ही पत्नी रहे।मध्यप्रदेश की धरती पर कब्जे का खेल नहीं चलने दूंगा। दबंगता पर सीधे बुलडोजर चलाएंगे। कलेक्टर -एसपी सीधे कार्रवाई करेंगे।किसी की जमीन उसकी मर्जी के बिना नहीं ली जाएगी। ग्राम सभा यह तय करेगी। एक समान नागरिक संहिता लागू करेंगे। ग्राम सभा की बगैर अनुमति के शराब दुकान संबंधित गांव में नहीं खुल सकेगी। मस्टर रोल ग्राम की सभा में रखा जाएगा। मस्टर रोल में कोई गड़बड़ी करे तो सीधे सीएम को शिकायत करना है।
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क्रिश्चियन स्कूल प्रबंधन पर मतांत‍रण के प्रयास का आरोप, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
जबलपुर। धर्म परिवर्तन कराने के मामलों पर अंकुश लगाने शासन-प्रशासन की ओर से अनेक प्रकार की सख्तियां की गई हैं। बावजूद इसके इस दिशा में होने वाले प्रयास बंद नहीं हो रहे। ताजा मामला है जबलपुर में रहने वाले रमाकांत मिश्रा नामक शिक्षक का। इस शिक्षक ने क्रिश्चियन हाईस्कूल प्रबंधन पर मतांतरण के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। पीड़ित शिक्षक ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से भी की है। इस मामले में कलेक्टर ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
शिकायतकर्ता रमाकांत का अपनी शिकायत में कहना है कि स्कूल प्रबंधन की ओर से दबाव बनाया जाता है कि चर्च आएं। हम लोगों इन्कार करते हैं तो हम पर विभिन्न तरीकों से तनाव डालकर प्रताड़ित किया जाता है। रमाकांत का आरोप है कि उसे यह प्रलोभन भी दिया जाता है कि अगर इसाई बन जाओगे तो कटंगा में एक हजार वर्ग फुट का प्लाट दे दिया जाएगा। पत्नी को तलाक दे दो, हम शादी करा देंगे, इसाई बन जाओगे तो प्रमोशन जल्दी दिलवाकर प्राचार्य बनवा देंगे। इसके साथ ही यह भी धमकाया जाता है कि अगर ऐसा नहीं करोगे तो जहां हो जिस पद पर हो उस पर ही रहते हुए सेवानिवृत्त हो जाओगे। रमाकांत ने स्कूल के लिए लीज पर दी गई जमीन पर मार्केट तैयार कर उसके व्यावसायिक उपयोग का आरोप भी लगाया।
इस मामले में रमाकांत ने कलेक्टर सौरव सुमन को भी एक शिकायती पत्र दिया है। जिस पर कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं कलेक्टर का कहना है कि मामला गंभीर है इसलिए गहन जांच कराई जाएगी। जांच के उपरांत जाे भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में स्कूल के प्राचार्य संजीव जेम्स का कहना है कि रमाकांत मिश्रा सरासर झूठ बोल रहे हैं। अगर उनकी बातों में सच्चाई है तो वो बताएं कि वे गणित के शिक्षक हैं, उन्होंने इस सत्र में कुल कितने पीरियड पढ़ाए? अगर यहां प्रताड़ना मिल रही है तो वो 27 साल से कैसे नौकरी कर रहे हैं? लीज के दुरूपयोग के सवाल पर संजीव जेम्स का कहना है कि वो इस बारे में कुछ नहीं कह सकते, क्योंकि यह मामला मिशनरी प्रबंधन से जुड़ा है, इसलिए वो ही कुछ भी कह सकता है।