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सिंधिया को हराने वाले BJP सांसद के भाई यात्रा में:कहा-हमारा परिवार कांग्रेस के साथ

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आगर मालवा। एमपी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आज यानी शनिवार को 11वां दिन है, ये यात्रा अभी आगर जिले में है। लंच ब्रेक के बाद यात्रा जैन मंदिर सुसनेर से चलकर सुसनेर होते हुए आज के अंतिम पड़ाव मंगेशपुरा चौराहा पर पहुंची।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराने वाले बीजेपी सांसद केपी यादव के भाई अजय भारत जोड़ो यात्रा में पहुंचे। कहा भाई मजबूरी में बीजेपी में गए थे। हमारा परिवार कांग्रेस के साथ है। गौरतलब है कि केपी पहले ज्योतिरादित्य के करीबी थे और राजनीतिक हत्या करने का आरोप लगाकर उन्होंने बीजेपी जॉइन कर ली थी। इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव में सिंधिया को हराया। बाद में ज्योतिरादित्य भी बीजेपी में आ गए। उसके बाद से सांसद केपी यादव बीजेपी में उनके साथ भेदभाव होने के संकेत रह रहकर देते रहे हैं।
राहुल गांधी के साथ शनिवार को कांग्रेस के सीनियर लीडर अजय सिंह और छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ ने भी यात्रा में कदमताल की। यात्रा सुबह बस स्टॉप महुड़िया से शुरू हुई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराने वाले बीजेपी सांसद केपी यादव के भाई अजय यादव भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भाई मजबूरी में बीजेपी में गए थे। हमारा परिवार कांग्रेस के साथ है। उन्होंने पूरा समय विधायक जयवर्धन सिंह के साथ बिताया। फोटोज भी खिंचवाए।
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने कहा- मध्यप्रदेश अब घोटाला प्रदेश के रूप के जाना जाने लगा है। कारम डैम फूटने की घटना इसी का प्रमाण है। कमलनाथ सरकार ने किसानों का 50 हजार तक का लोन माफ किया। अगले चरण 1 लाख रुपए तक के लोन माफ होने वाले थे, लेकिन उससे पहले हमारी सरकार गिरा दी गई। हनी ट्रैप, व्यापमं और ई-टेंडर घोटाले की जांच शुरू करने से लिप्त लोगों को घबराहट थी, इसलिए कमलनाथ सरकार गिराई।
पचौही ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के दौरान साबित कर दिया कि उनके लिए दल नहीं, देश ऊपर है। इससे पहले यात्रा में कालापीपल विधायक कुणाल चौधरी ढोल बजाते हुए चलते नजर आए। यात्रा में अंकली के पास टी ब्रेक के दौरान राहुल गांधी ने दिव्यांगों से मुलाकात की।
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शासकीय ला कालेज के प्रिंसिपल और प्रोफेसर के खिलाफ FIR
भोपाल। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर के शासकीय नवीन ला कालेज के प्रोफेसर डा. फरहत खान की विवादित पुस्तक के मामले में इंदौर पुलिस कमिश्नर को जांच कर दोषी होने पर 24 घंटे में एफआइआर दर्ज करने के निर्देश दिए। जिसके बाद पुलिस ने ला कालेज के प्रिंसिपल पद से इस्तीफा देने वाले डा. इमामूल रहमान और प्रोफेसर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है। इनके साथ ही किताब के पब्लिशर अमर क्षेत्रपाल और प्राध्यापक मिर्जा मौजिद के खिलाफ भी भादंवि की धारा 153(क), 295(क)505 के तहत केस दर्ज किया गया।
गृहमंत्री ने बताया कि इंदौर के शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय में राष्ट्र विरोधी गतिविधियां संचालित करने के मामले में जांच के आदेश के साथ 5 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
गृहमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में किसी भी हालत में नक्सलवाद को बढ़ने नहीं दिया जाएगा। अभी तक प्रदेश में 86 लाख रुपये के इनामी नक्सली या तो मार दिए गए हैं या जेल के सलाखों के पीछे हैं। प्रदेश में नारकोटिक्स एवं अन्य नशीली दवाओं की रोकथाम और बेहतर समन्वय हेतु प्रदेश के सभी जिलों में कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) का थाना खुलने जा रहा है। जिसका कार्य क्षेत्र संपूर्ण मध्यप्रदेश होगा।
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भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस नेता की हार्टअटैक से मौत:दिग्विजय सिंह ने दिया कंधा, याद कर नम हुई आंखें
राजगढ़ । भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होकर राहुल गांधी के साथ चलने की एक कांग्रेस नेता की इच्छा सिर्फ इच्छा ही रह गई। दरअसल यात्रा में शामिल होने के लिए सुसनेर आए जीरापुर के पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष मांगीलाल शाह का शनिवार को निधन हो गया। वे 3 दिन से यात्रा की तैयारियां कर रहे थे।
जीरापुर के वार्ड 14 से पार्षद प्रतिनिधि और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे मांगीलाल शाह 55 साल के थे। उनकी मौत के बारे में पता चलने पर कांग्रेसियों में शोक की लहर फैल गई। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह खुद उनके जनाजे में शामिल हुए और उन्हें कंधा भी दिया। सुसनेर में आयोजित राहुल गांधी की सभा का नाम भी बदलकर श्रद्धांजलि सभा कर दिया गया।
शनिवार को ही जीरापुर में उन्हें सुपुर्दे खाक किया गया। उनके जनाजे में हजारों लोग शामिल हुए। रास्ते में नगर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनके जनाजे को कांग्रेस का झंडा ओढ़ाया। बातचीत करते हुए मांगीलाल को याद कर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की आखें नम हो गईं।
मांगीलाल के बारे में बात करते हुए कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष राम गोपाल गुप्ता ने बताया कि पिछले 3 दिनों से मांगीलाल भारत जोड़ो यात्रा की तैयारी में जुटे थे। वह काफी खुश थे। राहुल के साथ चलने को लेकर वह काफी उत्साहित थे। उन्होंने सुसनेर में होने वाली यात्रा के लिए चाय का स्टॉल भी लगाया था। शनिवार सुबह 5 बजे हम दोनों साथ में सुसनेर जाने के लिए निकले थे। हम वहां अपने चाय कैंप में गए। थोड़ी देर में यात्रा शुरू हो गई। मैंने मांगीलाल से कहा चलिए यात्रा शुरू हो गई। तो उन्होंने मुझसे कहा कि आप यात्रा में चलिए, मैं थोड़ी देर में आता हूं। इसके बाद वे वहीं टहलने लगे। थोड़ी ही देर में वे अचानक गिर गए। उन्हें यात्रा में साथ चल रही एंबुलेंस में लाया गया। यात्रा में मौजूद डॉक्टर्स ने उनका इलाज किया। उन्हें CPR दिया गया। इसके बाद भी जब होश नहीं आया तो डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अंतिम यात्रा में शामिल हुए राज्यसभा सासंद दिग्विजय सिंह ने बताया कि मांगीलाल शाह एक ऐसे व्यक्ति थे, जो सबका साथ देते थे। सबकी मदद करते थे। इंसानियत का उनका स्वरूप था। वे कभी जाति, बिरादरी और धर्म का भेदभाव नहीं करते थे। मेरे लिए एक निजी क्षति हुई है। जब से मैं सांसद बना, तब से वह मेरे साथ थे। वह बहुत हंसमुख थे। हमेशा खुश रहते थे। आज वे हमारे साथ नहीं है, मुझे इस बात का दुख है। वह राहुल गांधी से मिलना चाहते थे, लेकिन क्या कर सकते हैं, वह उनके आने से पहले ही चले गए।
उनके जनाजे में शामिल एक दोस्त ने बताया कि मांगीलाल हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल थे। उनका असली नाम तो मारुफ शाह था, लेकिन उन्हें लोग मांगीलाल शाह के नाम से ही जानते थे। धार्मिक सौहार्द्र की मिसाल पेश करने के लिए उन्होंने अपने तीनों बच्चों के नाम भी हिंदू ही रखे।
सबसे बड़ी बेटी का नाम सपना है , जिसकी शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर का बेटा आशीष (26) है। जो MBBS लास्ट ईयर का स्टूडेंट है। उनका तीसरा बेटा चूचू शाह (23) जीरापुर से ही पढ़ाई कर रहा है। बता दें, मांगीलाल अक्सर मंदिर जाकर आरती और हवन में भी शामिल होते थे।