भोपाल। राजधानी के एक निजी स्कूल में तीन साल की बच्ची के दुष्कर्म मामले में गुरूवार को हिंदू संगठनों और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मांग उठाई कि बच्ची से दुष्कर्म करने वाले आरोपित आइटी शिक्षक कासिम रेहान को फांसी की सजा दी जाए। साथ ही स्कूल की मान्यता रद्द की जाए। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और स्कूल को सील कर दिया गया। स्कूल की मान्यता भी रद्द की जा सकती है। प्रदर्शन को देखते हुए स्कूल परिसर में भारी पुलिस बल तैनात है।
इसके साथ ही प्रशासन ने एसडीएम की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन कर दिया गया है। 5 सदस्यीय जांच समिति बनाई गई है। इसमें समिति में जिला शिक्षा अधिकारी, महिला बाल विकास अधिकारी को भी शामिल किया गया है। एसडीएम अर्चना शर्मा ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रदर्शन कर रहे संगठनों की मांग है कि जब तक स्कूल की मान्यता रद्द नहीं की जाएगी वे आंदोलन बंद नहीं करेंगे। हंगामा होने के बाद टीटी नगर एसडीएम अर्चना शर्मा ने मौके पर पहुंचकर आंदोलनकारियों से बातचीत की।
स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रहे संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि आरोपित शिक्षक कासिम रेहान का पुतला जलाया है। इस प्रदर्शन में एबीवीपी, संस्कृति बचाओ मंच के अलावा करणी सेना जैसे संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
गौरतलब है कि 13 सितंबर को 35 वर्षीय शिक्षक कासिम रेहान ने तीन वर्ष सात माह की बच्ची से मौका पाकर स्कूल के वाशरूम में दुष्कर्म किया था। उसी रात बच्ची की कान्सटेबल मां ने पाया कि उसके प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान हैं, जिसके बाद अगले दिन उन्होंने कमला नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपित को 16 सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इधर मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया तो कमिश्नर ने चार सदस्यीय एसआइटी का गठन कर दिया है, जो जांच करेगा।
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अस्पताल में पर्ची बनवाने के बाद भी निजी अस्पताल में कराया भर्ती, दो चालक समेत 3 कर्मी बर्खास्त
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में 108 एंबुलेंस चालकों की मनमानी थम नहीं रही है। एकबार फिर 108 एम्बुलेंस चालकों की मनमानी सामने आई है। सड़क हादसे में घायल एक व्यक्ति को मेडिकल अस्पताल में पर्ची बनवाने के बाद भी कल निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। मामला सामने आने पर दो चालक समेत तीम कर्मियों को बर्खास्त कर एंबुलेंस के जोनल मैनेजर को शोकॉज नोटिया जारी किया गया है। कलेक्टर ने मामले की जांच के भी आदेश दिए है।
कल सिहोरा सड़क हादसे में घायल मजदूरों को मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराने के निर्देश के बाद भी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जाता है कि मेडिकल अस्पताल में पर्ची भी बन गई थी इसके बाद एबुंलेंस चालक ने मनमानी करते निजी अस्पताल ले गए। घायलों को मेडिकल अस्पताल के बजाए एमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिला प्रशासन ने 108 एम्बुलेंस चालकों के खिलाफ की सख्त कार्रवाई की है। 108 एम्बुलेंस के दो चालक समेत 3 कर्मियों को बर्खास्त किया गया है। कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए है। निजी अस्पताल और 108 एम्बुलेंस चालकों के बीच साठगांठ की जांच कराई जाएगी। एंबुलेंस संचालक के जोनल मैनेजर को शोकॉज नोटिस जारी किया है।
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सेना के जवानों की दबंगईः पूर्व पार्षद को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर ले गए,आक्रोशित लोगों ने घेरा थाने
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में सेना के जवानों की दबंगई सामने आई है। निर्माण काम को सेना के जवानों और सिविलियन में जमकर विवाद हो गया। बीच बचाव करने आए जन प्रतिनिधि से झूमझटकी हुई। जबरिया गाड़ी में बैठाकर ले गए। जवानों के इस कृत्य के विरोध में आक्रोशित लोगों ने थाने का घेराव कर दिया। समाचार के लिखे जाने तक लोग थाने में डटे हुए थे।
दरअसल मामला कैंट थाना अंतर्गत संजय गांधी नगर वार्ड का है, जहां काम रुकवाने आर्मी के जवान पहुंचे थे उन पर बदसलूकी और गाली गलौज के आरोप है। क्षेत्रीय जनता और नेताओं ने कैंट थाने का घेराव कर दिया है। दोषी जवानों के खिलाफ FIR की मांग को लेकर कैंट थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई है। पूर्व पार्षद अमरचंद बावरिया को जबरदस्ती गाड़ी में बिठाकर आर्मी के जवान ले गए। पूर्व पार्षद ने जवानों पर मारपीट और गाली गलौज का आरोप लगाया है। पूर्व पार्षद को चोट आई है। पूर्व पार्षद का मुलाहिजा करवाया जा रहा है। मकान निर्माण कार्य कर रहे परिवार के साथ भी बदसलूकी के आरोप लगे है। थाने में सूभी विनोदिया, अमरचंद बावरिया, पूर्व पार्षद, अभिषेक चिंटू चौकसे कांग्रेस नेता मौजूद थे।