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कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी जिले के अंतर्गत आने वाले न्यू कटनी जंक्शन थाना इलाके के ग्राम जुहली में हृदय विदारक घटना सामने आई है। यहां पर एक जहरीले कुएं ने एक के बाद एक 4 ग्रामीणों को निगल लिया है। घटना गुरुवार शाम 4 बजे की बताई जा रही है। दरअसल, रामकुमार दुबे पिता स्वर्गीय देवदत्त दुबे खेत में धान रोपाई के लिए सिंचाई की व्यवस्था करने कुएं के अंदर स्थित नलकूप में पंप के सुधार के लिए व्यवस्था कर रहे थे। लेकिन, कुएँ में हुए जहरीली गैस के रिसाव के चलते वो कुएं में बेहोश हो गए।
राम दुबे के कुएं में बेहोश होने पर कुएं के बाहर खड़े भतीजे निखिल को लगा कि उन्हें करंट लग गया। निखिल ने तुरंत ही मोटर के तार अलग किए और चाचा को देखने कुएं में चला गया। लेकिन, कुएं की जहरीली गैस के रिसाव की चपेट में आकर वो भी बेहोश हो गया। इसके बाद पास में मौजूद लक्ष्छु सेन ने देवेंद्र कुशवाहा को बुलाया। देवेंद्र भी घुसा और बेहोश हो गया। इसके बाद देवेंद्र की मां ने राजेश कुशवाहा को फोन कर बताया कि, लड़के कुएं में गिरकर बेहोश हो गए हैं। राजेश भी मौके पर पहुंचकर तुरंत कुएं में उतर गया। लेकिन, इससे पहले की वो किसी को बाहर ला पाता वो भी बेहोश हो गया।
जैसे ही घटना की जानकारी आसपास के किसानों को लगी कि 4 लोग कुएं में बेहोश होकर गिर गए हैं, आसपास हड़कंप मच गया। जुहला जुहली गांव में अफरा तफरी मच गई। ग्रामीण मदद के लिए कुएं की तरफ भागे, लेकिन मौके पर पहुंच कर पता लगा कि कुएं में जहरीली गैस का रिसाव हो रहा है, इसलिए कुएं में जाना ठीक नहीं। इसके बाद ग्रामीणों ने तत्काल ही प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित कर मदद की गुहार लगाई। लेकिन, कुएं में बेहोश पड़े चारों ग्रामीणों तक शाम 4 बजे हुए घटनाक्रम में मदद देर रात तक पहुंची।
घंटों प्रशासनिक मदद का इंतजार करते हुए आखिरकार देर रात को जबतक प्रशासनिक रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तबतक कुएं की जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हुए चारों ग्रामीणों की मौत हो गई। कुएं की जहरीली गैस की चपेट में आकर दम घुटने से जान गवाने वालों में 20 वर्षीय निखिल दुबे पिता संजय दुबे निवासी जुहली, 38 वर्षीय रामकुमार दुबे पिता स्वर्गीय देवदत्त दुबे, निवासी जुहली, 30 वर्षीय राजेश कुशवाहा पिता यज्ञभान कुशवाहा और 26 वर्षीय पिंटू पिता श्यामलाल कुशवाहा दोनों निवासी जुहली की मौत हो गई है।
मामले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- ‘कटनी जिले के मुड़वारा विधानसभा के ग्राम जुहली में किसान द्वारा अपने खेत के कुएं में सबमर्सिबल मोटर पंप लगाते समय जहरीली गैस के रिसाव से हुई दुर्घटना में 4 अनमोल जिंदगियों के असामयिक निधन का समाचार हृदय विदारक है। मैं बाबा महाकाल से प्रार्थना करता हूं कि, दिवंगतों की पुण्यात्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजन को ये वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करे।। ॐ शांति।।’
प्रशासनिक मदद आने में काफी देरी होने पर कुछ और ग्रामीणों ने खुद ही कुएं में उतरकर बेहोश पड़े चारों ग्रामीणों को बाहर लाने का प्रयास किया, लेकिन इससे पहले की वो पूरी तरह कुएं में उतर पाते, उनका भी दम घुटने लगा, जिसके चलते जैसे तैसे वो बाहर आ गए। इस तरह ये लोग कुएं की जहरीली गैस से बचकर वापस बाहर आने में सफल रहे, वरना ये ह्रदय विदारक घटना और भी गंभीर रूप ले सकती थी। कुएं से बाहर आने वालों में नीरज कुशवाहा, पिता यज्ञभान कुशवाहा ने सबसे पहले कुएं में जाकर बेहोश पड़े ग्रामीणों को बाहर लाने का प्रयास किया, लेकिन 5 सीढ़ी नीचे उतरने पर ही उसका दम घुटने लगा, जिसके चलते वो कुएं से बाहर निकल आया। इसके बाद निखिल के पिता संजय दुबे उतरने लगे। वो भी 3 सीढ़ियों तक ही पहुंचे थे कि उनका भी दम घुटने लगा, जिसके चलते वो भी वापस बाहर आ गए। इसके बाद ग्रामीणों ने सतर्कता बरतते हुए और किसी को अंदर नहीं जाने दिया।
जुहली हार में जहां पर ये घटना हुई है, वो गांव से लगभग 3 किलोमीटर दूर है। यहां पर रास्ता न होने के कारण और दलदली क्षेत्र अधिक होने के कारण मौके पर पहुंचने में पुलिस प्रशासन समेत ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालात ये थे कि बारिश के दिनों में दलदली क्षेत्र अधिक होने के कारण रेस्क्यू टीम पैदल भी नहीं पहुंच पा रही थी। आखिरकार ट्रैक्टर में सवार होकर प्रशासनिक अमला जैसे तैसे मौके पर पहुंचा।
गांव में यह दर्दनाक घटना सामने आने के बाद जब रेस्क्यू की बारी आई तो यहां पर इंतजामों का भी खासा अभाव सामने आया। रेस्क्यू के लिए कोई भी पर्याप्त इंतजाम नहीं दिखे। कुएं में उतारने के लिए ना तो लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ कोई एक्सपर्ट रहा और नहीं कोई अन्य विशेषज्ञ नजर आए। यहां पर कर लोग एक दूसरे को सलाह देते हुए नजर आए, लेकिन समय पर रेस्क्यू नहीं किया जा सका।
अंत में जब पुलिस-प्रशासन थक हार गया तो ये तय किया गया कि नरोजाबाद से कोल माइंस में काम करने वाली एक्सपर्ट टीम को बुलाया जाए। रात 12 बजे तक टीम मौके पर नहीं पहुंच पाई। सिर्फ यही कहा जाता रहा की टीम रवाना हो गई है, कुछ समय के बाद पहुंचने वाली है।
खान बचाव दल के सदस्यों ने लाइफ सपोर्ट जैकेट की मदद से कुएं में उतरकर बोहोश हुए चारों ग्रामीणों को बाहर निकाला। लेकिन, तबतक चारों की मौत हो चुकी थी। इस दौरान एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम ने उनकी मदद की। फिलहाल, रेस्क्यू के बाद तड़के तक चली जांच पड़ताल और पंचनामें के बाद चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। एसडीएम प्रदीप मिश्रा की मौजूदगी में हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया गया।
घटना की जानकारी लगते ही क्षेत्रीय विधायक संदीप जयसवाल घटनास्थल पर पहुंचे और परिजन समेत ग्रामीणों को ढांढ़स बंधाया। जिले के अधिकारियों को रेस्क्यू के लिए आवश्यक निर्देश दिए। वहीं, सूचना मिलते ही कलेक्टर दिलीप कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन, एडिशनल एसपी संतोष कुमार डेहरियाज़ सीएसपी ख्याति मिश्रा मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लेते हुए रेस्क्यू के लिए आवश्यक इंतजामों की तैयारी शुरू कराई।
घटना की जानकारी लगते हैं सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा, आरएमओ डॉ. मनीष मिश्रा, नर्सिंग स्टाफ के साथ मौके पर मुस्तैद रहे। इस दौरान प्रदूषण विभाग से प्रतीक ज्योतिषी भी गैस डिटेक्ट करने के लिए पहुंचे। हालांकि कुएं की गहराई होने के कारण गैस का अबतक पता नहीं चल पाया था। बाद में यह अंदाज लगाया गया कि कार्बन डाइऑक्साइड गैस के कारण चारों ग्रामीणों की मौत हुई है।
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सीएम मोहन यादव की बड़ी घोषणा, अग्निवीर जवानों को एमपी में पुलिस एवं सशस्त्र बलों की भर्ती में आरक्षण मिलेगा
अग्निवीर जवानों के लिए ये एक अच्छी खबर है, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज कारगिल विजय दिवस के मौके पर घोषणा की है कि अग्निवीर जवानों को मध्य प्रदेश पुलिस और मध्य प्रदेश सशस्त्र बालों की भर्ती में आरक्षण दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा - अग्निवीर योजना सच्चे अर्थों में सेना के आधुनिकीकरण के अलावा योग्य सैनिकों की भर्ती और वैश्विक स्तर पर सेना को युवा बनाने की योजना है, हम भी पीएम मोदी के संकल्प का अनुसरण करते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक वीडियो सन्देश में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुसार हमारी सरकार ने तय किया है कि अग्निवीर जवानों को मध्य प्रदेश पुलिस की भर्ती और सशस्त्र बलों की भर्ती में आरक्षण दिया जायेगा, उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना सच्चे अर्थों में सेना के आधुनिकीकरण के अलावा योग्य सैनिकों की भर्ती और वैश्विक स्तर पर सेना को युवा बनाने की योजना है, हम भी पीएम मोदी के संकल्प का अनुसरण करते हैं।
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सरकारी स्कूलों में 7 अगस्त तक 70 हजार अतिथि शिक्षकों की होगी नियुक्ति, नई गाइडलाइन
भोपाल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के करीब 70 हजार से अधिक खाली पद हैं। इसके अलावा हाल में शिक्षकों के उच्च पद प्रभार व स्थानांतरण के कारण खाली पदों की संख्या और भी बढ़ गई है। इन खाली पदों पर अतिथि शिक्षक रखे जाएंगे।
इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) ने आदेश जारी कर दिए गए हैं। अतिथि शिक्षकों की एक अगस्त से प्रक्रिया शुरू होगी। आठ अगस्त तक प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
बता दें, कि 30 अप्रैल के बाद अतिथि शिक्षकों को स्कूल से कार्यमुक्त कर दिया गया था। स्कूलों में तीनों वर्गों के शिक्षकों के 70 हजार खाली पदों पर अतिथि शिक्षक रखे जाएंगे। डीपीआई ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि 30 जुलाई तक स्कूलों में रिक्त पदों की सूची को प्रदर्शित करें।
डीपीआई ने निर्देशित किया है कि पिछले सत्र 2023-24 में स्कूलों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को पहले ज्वाइनिंग की सुविधा दी जाएगी। इसके बाद शेष रिक्त पदों पर स्कोर कार्ड के आधार पर मेरिट क्रम में स्कूल विकल्प चयन के बाद नए अतिथि शिक्षक रखे जाएंगे। इनके मानदेय का भुगतान हर महीने के सात तारीख को कर दिया जाएगा।
प्रदेश के स्कूलों में अतिथि शिक्षकों को रखने के लिए रिक्तियों को जीएफएमएस पोर्टल पर प्रदर्शित किया जाएगा। पोर्टल पर प्रदर्शित रिक्ति के अलावा अतिथि शिक्षक स्कूल में नहीं रखा जाएगा। अतिथि शिक्षकों को सात अगस्त तक ज्वाइनिंग करनी होगी।
शिक्षक निर्धारित समय अवधि तक उपस्थित नहीं होंगे तो उनकी ज्वाइनिंग अपने आप निरस्त हो जाएगी। इसके बाद आवेदक को शेष रिक्तियों के लिए होने वाली नई प्रक्रिया में भाग लेना होगा।
इसके बाद अतिथि शिक्षकों के लिए पोर्टल पर ज्वाइनिंग दर्ज करना और शाला प्रभारी से प्राप्त सत्यापित ज्वाइनिंग पत्रक की फोटो कॉपी पोर्टल पर अपलोड एक से सात अगस्त तक करनी होगी। स्कूल प्राचार्य द्वारा ज्वाइन किए गए अतिथि शिक्षक का वेरिफिकेशन भी इसी समय तक किया जाएगा।

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दमोह। दमोह के जिला अस्पताल में प्रसव कराने पहुंची 4 महिलाओं की मौत होने के बड़ा मामला सामने आया है। परिवार के लोग अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं की गई है। शिकायत के बाद कलेक्टर के निर्देश पर 2 टीमों ने जांच भी की है, जिसमें कोई भी गड़बड़ी या लापरवाही नहीं पाई गई, हालांकि फिर से इस मामले की जांच हो रही है।
यह है पूरा घटनाक्रम-दमोह जिला अस्पताल में 4 जुलाई को जिन गर्भवती महिलाओं के सीजर ऑपरेशन हुए। उन सभी को यूरिन इन्फेक्शन की शिकायत बताई गई, जबकि पहले हुई जांचों में इस तरह की कोई गड़बड़ी नहीं थी। 2 महिलाओं ने प्रसव के कुछ घंटे बाद ही जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया था और दो महिलाओं को जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया था, जहां उनकी मौत हो गई।
इन सभी महिलाओं ने शिशुओं को जन्म दिया था और सभी नवजात के सिर से उनकी मां साया उठ गया है। परिवार के लोग अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हटा में मृत महिला के परिजनों और समाज के अन्य लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। प्रशासनिक अधिकारियों ने एक सप्ताह में मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
दमोह के बकायन गांव के सचिन चौरसिया की पत्नी लक्ष्मी चौरसिया हाईकोर्ट जबलपुर में पदस्थ थी। जिला अस्पताल दमोह में नॉर्मल डिलीवरी के लिए आईं थी, रात में कहा गया सीजर होगा। सब ठीक हो गया शिशु भी स्वस्थ था, लेकिन कुछ देर बाद लक्ष्मी को पेट में तेज दर्द हुआ और लक्ष्मी की मौत हो गई।
दमोह के ही हिंडोरिया गांव की निशा परवीन का भी पहला बच्चा होना था। सीजर तक सब ठीक था, बच्चा हुआ तो मिठाइयां बांटी गई। लेकिन कुछ घंटों बाद निशा यूरिन पास होना बंद हो गया और किडनी फेल हो गई। गंभीर हालत में जबलपुर मेडिकल कॉलेज ले जाकर डायलिसिस कराया गया। 18 दिन के बाद निशा परवीन ने भी दम तोड दिया।
दमोह के हटा तहसील निवासी हुमा का भी पहला प्रसव था। सीजर तक सब ठीक था, लेकिन उनकी भी यूरिन पास होना बंद हो गया। किडनी फेल होने पर जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां डायलिसिस होते रहे और 20 दिन इलाज के बाद हुमा ने भी दम तोड दिया।
दमोह के नया गांव निवासी हर्षना कोरी को भी पहला प्रसव हुआ, लेकिन चंद घंटों में ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। ICU में भर्ती किया गया। सुबह होने से पहले हर्षना ने भी दम तोड दिया।
मामला काफी गंभीर है। उन्हें जैसे ही इस पूरे मामले की जानकारी मिली थी। उन्होंने तत्काल जॉइंट डायरेक्टर को इस बारे में बताया था। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। मामले में जांच की जा रही है, यदि कोई भी व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। - सुधीर कोचर, कलेक्टर, दमोह
4 जुलाई को एक साथ 15 इमरजेंसी केस थे, जिनका अलग-अलग डॉक्टर ने सीजर से प्रसव कराया था। उनमें से 4 महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्या हुई, जिसमें से 2 महिलाओं की कुछ घंटे बाद मौत हो गई थी और 2 महिलाओं को किडनी इन्फेक्शन था, इसलिए उन्हें जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, वहां उनकी मौत हुई है। जांच में कोई लापरवाही अभी तक सामने नहीं आई है। - राजेश नामदेव, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल, दमोह
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महिला टीचर ने लगाया प्रिंसिपल पर दुष्कर्म का आरोप, मामला दर्ज
बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले से एक बड़ी खबर आ रही है। जहाँ महिला थाना पुलिस ने मंडला जिले के चटवा कन्या शिक्षा परिसर में पदस्थ प्राचार्य वाय.के. डोंगरे और उसकी महिला साथी के खिलाफ धारा 376(2)(एन), 109, 506, 34 के तहत अपराधिक मामला दर्ज किया है। परिवादी महिला के न्यायालय में दायर किए गए परिवाद पर न्यायालय ने पुलिस को मामले में अपराध दर्ज करने के आदेश दिए थे। जिसके परिपालन में महिला थाना में अपराध दर्ज जांच में लिया गया है।
क्या है पूरा मामला-महिला का आरोप है कि प्राचार्य वाय.के. डोंगरे, उसे स्थायी नौकरी और बच्चों की जिम्मेदारी उठाने का प्रलोभन देकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाता था और एक दिन गांेगलई छात्रावास में प्राचार्य कक्ष में उसके साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया। जिसकी वीडियो और फोटो निकालकर उसे वायरल करने की धमकी देकर उस पर शारीरिक संबंध बनाने दबाव बनाता आ रहा था। जिसमें उसकी महिला साथी सीमा राऊत, मुझे उसके कहने पर उसके बताए गए स्थान पर वीडियो और फोटो को वायरल करने की धमकी के दम पर ले जाती थी। महिला ने बताया कि 12 जून 2022 को प्राचार्य ने उसके साथ दुष्कर्म किया। जिसके वीडियो और फोटो वायरल करने की धमकी के डर के कारण, वह अब तक चुप थी, लेकिन लगातार उसके मानसिक दबाव बना रहा था।
महिला थाना प्रभारी सोनाली ढोक ने बताया कि महिला ने न्यायालय में परिवाद दायर किया था। जिसमें न्यायालय के आदेश पर प्राचार्य और एक सहयोगी महिला के खिलाफ थाने में अपराध दर्ज किया गया है। जिसकी जांच की जा रही है, जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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गलत इलाज से बच्ची का पैर खराब: पिता डॉक्टर का बैनर-पोस्टर लगाकर धरने पर बैठा
उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के ग्राम नईखेड़ी में रहने वाले सोहन कुशवाहा बीते डेढ़ साल से इस बात से परेशान हैं कि उज्जैन के एक डॉक्टर ने उनकी बेटी के पैर का इलाज सही नहीं किया। जिसके कारण आज उनकी 8 साल की बेटी का पैर पूरी तरह से खराब हो गया। दरअसल पूरे मामले की जानकारी देते हुए पिता सोहन कुशवाहा ने बताया है कि डेढ़ वर्ष पूर्व उनकी बेटी को पैर में मामूली चोट आई थी जिसका इलाज कराने के लिए वह उज्जैन के बुधवारिया क्षेत्र में स्थित चैरिटेबल हॉस्पिटल गए थे। यहां पर डॉ आलोक सोनी ने चोट का इलाज करते हुए बेटी के पैर पर प्लास्टर चढ़ा दिया और इलाज में ऐसी दवाइयां लिख दी जिसकी वजह से आज मेरी बच्ची का दायां पैर पूरी तरह खराब हो गया।
उन्होंने कहा कि मैं न्याय के लिए दर–दर की ठोकरें खाता रहा, आज परेशान होकर उज्जैन के टावर चौक पर परिवार और पीड़ित बच्ची के साथ धरने पर बैठा हूं और मैं धरने पर तब तक बैठे रहूंगा जब तक मेरे शरीर में प्राण रहेंगे। मेरी यह मांग है कि डॉ आलोक सोनी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए उसे जेल भेजा जाए। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमएचओ डॉक्टर अशोक पटेल मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की, मुलाकात के बाद सीएमएचओ डॉ पटेल ने बताया है कि इस घटना में दो बार जांच हो चुकी है जिसमें से एक बार उज्जैन एसडीएम द्वारा जांच की गई है।
जांच रिपोर्ट में यह बताया गया है कि डॉक्टर आलोक सोनी द्वारा जो इलाज किया गया वह सही है, लेकिन पीड़ित बच्ची का परिवार इस जांच रिपोर्ट को नहीं मान रहा है। इस संबंध में मेरे द्वारा उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा और हर संभव पीड़ित परिवार और बच्ची की मदद की जाएगी।

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रीवा। रीवा जिले के त्यौंथर तहसील में क्लिनिक चला रहे दो झोलाछाप डॉक्टरों ने एक 10 वर्षीय मासूम की जान ले ली. आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टरों ने 10 वर्षीय मासूम के इलाज के नाम पर एक के बाद एक 7 ग्लूकोज की बोतल चला दीं, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और फिर मासूम ने दम तोड़ दिया. हालत बिगड़ने पर तत्काल उसे प्रयागराज के लिए रेफर किया गया, लेकिन हालत गंभीर होने के चलते उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
बेटे की मौत के बाद परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टरों ने एक के एक के बाद एक लगातार ग्लूकोज के 7 बॉटल का डोज दे दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना के बाद से ही दोनों डॉक्टर क्लिनिक बंद करके फरार हैं। फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मीडिया के कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बचते हुए नजर आ रहे है. अब देखना यह होगा कि दोनों झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कब और कैसी कार्रवाई की जाएगी।
मध्य प्रदेश में झोलाछाप डॉक्टर लगातार अपना जाल बिछाते नजर आ रहे हैं. इन्हीं झोला छाप डॉक्टर के खिलाफ मध्य प्रदेश सरकार ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. इसको लेकर कई दिशा निर्देश भी जारी किए गए थे। सरकार के द्वारा भले ही कड़े निर्देश जारी किए गए हो, लेकिन अब भी यह झोले छाप डॉक्टर बेखौफ होकर लोगों का इलाज फर्जी तरीके से कर रहे हैं. आज उन्हीं के फर्जी इलाज करने के चलते एक मासूम 2 झोला छाप डॉक्टर की इन फर्जी दवाइयां का शिकार हुआ और उसकी मौत हो गई है।
प्रदेश सरकार ने गली-मोहल्लों में क्लीनिक खोलकर इलाज करने वाले फर्जी और झोलाछाप डॉक्टरों खिलाफ कुछ ही दिन पहले आदेश निकाला था. इस आदेश में सभी जिलों के कलेक्टर और जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को गांव-शहर में झोलाछापों की तलाश कर उचित कार्रवाई करने के लिए कहा था. ऐसे डॉक्टर बिना किसी डिग्री और ट्रेनिंग के इलाज करते हैं. कई बार इलाज में गड़बड़ होने की वजह से मरीज की जान तक चली जाती है।

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ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में वन स्टॉप सेंटर से नाबालिग किशोरी को भगाकर ले जाने के मामले में पुलिस को शुरुआती सफलता मिली है। पुलिस टीम ने वारदात में शामिल नकाबपोश 6 बदमाशों में से 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि मुख्य आरोपी अरुण और नाबालिग किशोरी अभी भी लापता है। पुलिस का मानना है कि मुख्य आरोपी के पकड़े जाने के बाद ही वारदात का पूरा खुलासा हो सकेगा। ऐसे में पुलिस टीम लगातार उनकी तलाश में जुटी हुई है।
दरअसल, शनिवार रविवार देर रात ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल परिसर स्थित वन स्टॉप सेंटर में घुसकर 6 नकाबपोश बदमाश किशोरी (उम्र 17) को भगाकर ले गए थे। सीसीटीवी कैमरे में भगाकर ले जाने की घटना कैद हुई थी। जिसके आधार पर ही पुलिस ने 6 में से 2 नाबालिग और 3 बालिग आरोपियों को पकड़ा है। लेकिन मुख्य आरोपी फिलहाल फरार है और नाबालिग लड़की का भी कोई सुराग नहीं मिला है। जो बदमाश पकड़े गए हैं वो सभी वारदात में शामिल रहे हैं।
मुख्य आरोपी अरुण माहौर मुरैना का रहने वाला बताया गया है। उसने पकड़े गए युवकों को बताया था कि गर्लफ्रेंड को लेने जाना है लेकिन वन स्टाप सेंटर आते ही वह अपने तीन साथियों के साथ वहां घुस गया। वहां देखरेख के लिए मौजूद महिला गार्ड सोती रही और बदमाश रात 2 बजे नाबालिग लड़की को लेकर कार से फरार हो गए थे। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिला था।
इसके बाद पुलिस ने जानकारी हासिल की यह लड़की पहले भी एक बार भाग चुकी थी। वह अरुण को पहले से जानती थी, उसे कोर्ट के आदेश के बाद वन स्टॉप सेंटर रखा गया था। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में नाबालिग लड़की को बरामद किया जाएगा और आरोपी अरुण माहौर को भी गिरफ्तार किया जाएगा। जो लोग पकड़े गए हैं उनमें करण जाटव, सूरज माहौर और सौरभ कुशवाह शामिल है। ये सभी लोग मुरैना के रहने वाले हैं। जबकि दो आरोपी नाबालिग हैं, उनकी पहचान उजागर नहीं की गई है। फिलहाल नाबालिग किशोरी की तलाश में पुलिस अलग अलग ठिकानों पर दबिश दे रही है।
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महिलाओं को जिंदा गाड़ने का मामलाः पांच में से तीन आरोपी गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा के मनगवां में महिलाओं को जिंदा गाड़ने की हैरान करने और झकझोरने वाली घटना में पुलिस ने पांच में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है अन्य दो की तलाश जारी है। पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे है।
यह था मामला-बीते दिन मनगवां में दो महिलाओं को जिंदा गाड़ने का मामला सामने आया था। पीड़ितों का कहना है कि पुलिस समय से मौके पर नहीं पहुंची और अभी तक मामले में मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। तीन महीने पहले यदि पुलिस दोनों पक्षों में समझौता करवाने के बजाए आरोपियों के ऊपर कार्रवाई की होती तो दबंगों के हौसले बुलंद नहीं होते। पीड़िता ममता पांडेय ने बताया कि उसके पट्टे की जमीन पर जबरन सड़क बनाने का प्रयास कर रहे थे तभी ये घटना हुई। उनकी जेठानी आशा पाण्डेय भी शिकार हो गई थी। पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि घटना में संलप्ति लोगों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें से एक गाड़ी मालिक राजेश सिंह, ड्राइवर प्रदीप कोल और आकाश पाण्डेय शामिल है।
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जुआ खेल रहे 19 जुआरियों को पुलिस ने दबोचा, 2 लाख 10 हजार रूपए जब्त
इंदौर की सिमरोल थाना पुलिस ने जुआ अड्डे पर छापामार कार्रवाई करते जुआरियों को गिरफ्तार किया है। सिमरोल थाना पुलिस ने मौके से 19 जुआरियों के साथ नगद रुपए बरामद किए है।
क्या है पूरा मामला- डीएसपी उमाकांत चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि सिमरोल थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के स्काय ग्रीन पार्क फर्म हाऊस मे एक बर्थडे पार्टी में जुआ खेला जा रहा है। सूचना मिलते ही सिमरोल थाना पुलिस ने फार्म हाउस पर दबिश दी तो नीचे बर्थडे पार्टी चल रहीं थी। तो वही उपर की और जुआ खेलते हुए 19 जुआरियों को मौके से गिरफ्तार किया जिनके कब्जे से पुलिस ने दो लाख़ दस हजार रूपए नगद ओर ताश के पत्ते जप्त किए है। सभी जुआरी इंदौर के आसपास के रहने वाले बताए जा रहे हैं।

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जबलपुर। सोशल मीडिया पर जादू टोना का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें एक महिला बीच सड़क पर जादू टोना करती नजर आ रही है। महिला आग जलाकर नाचते हुए परिक्रमा करते हुए दिख रही है। यह वीडियो मध्य प्रदेश के जबलपुर का बताया जा रहा है।
यह वीडियो जबलपुर शहर के प्रमुख चौराहे का बताया जा रहा है। जो कि 26 सेकंड का है। जिसमें देखा जा सकता है कि एक महिला सरेराह जादू टोना करती नजर आ रही है। वह बीच सड़क पर आग जलाकर नाचना शुरू कर दिया वह आग के चारों ओर नाचती रही।
इस अजीब हरकत को देखकर आसपास से गुजरने वाले लोग डर गए। सरेराह जादू टोना करते महिला को देखकर गाड़ियों के भी पहिए थम गए। इस दौरान उसकी इस अजीबोगरीब हरकत का किसी ने वीडियो भी बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह महिला कौन है और बीच सड़क पर ऐसा क्यों कर रही है, इसका कारण फिलहाल अज्ञात है।

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बड़ी ठगी… पीतल की ज्वेलरी पर चढ़ाई सोने की परत, गिरवी रखकर ले गए सवा दो करोड़ रुपये
इंदौर । बिजली विभाग के रिटायर्ड अफसर को ज्वेलर्स ने सवा दो करोड़ रुपये की चपत लगा दी। आरोपितों ने सोने की परत चढ़े पीतल के आभूषण गिरवी रखे और करोड़ों रुपये ले लिए। पुलिस ने एक आरोपित को हिरासत में ले लिया है। ठगी का आंकड़ा बढ़ सकता है।
नकली आभूषण जब्त कर लिए हैं। विजयनगर टीआई सीबी सिंह के मुताबिक स्कीम-54 निवासी दिनेश चंद्र चोपड़ा ने शिकायत दर्ज करवाई है। दिनेश बिजली विभाग से रिटायर हुए हैं। उनकी पत्नी शिक्षा विभाग में पदस्थ रही हैं। 76 वर्षीय चोपड़ा सोना गिरवी रख कर ऋण देते थे।
वर्ष 2014 में वीणा नगर निवासी दीपक राधाशरण अग्रवाल संपर्क में आया। दीपक की परदेशीपुरा में अन्नपूर्णा ज्वेलर्स के नाम से सोना चांदी की दुकान है। शुरुआत में दीपक ने कम मात्रा में सोना गिरवी रखा और रुपये लिए।
दिनेश उस पर विश्वास करने लगे और सोना की जांच करवाना बंद कर दी। दीपक और उसकी पत्नी महिमा ज्यादा मात्रा में सोना रखने लगे। दोनों के बीच लाखों रुपये का लेनदेन होने लगा। वर्ष 2022 में दीपक का भाई अरुण अग्रवाल भी सोना गिरवी रख कर रुपये लेने का काम करने लगा।
दिनेश ब्याज के लालच में रिश्तेदारों से रुपये लेकर आरोपितों को देने लगे। बदले में सोने के आभूषण गिरवी रखने लगे। 16 फरवरी को दिनेश ने रजत ज्वेलर्स से सोने की जांच करवाई तो ज्वेलर्स ने बताया आभूषण नकली हैं।
आरोपित अब तक 94 बार में करीब सवा दो करोड़ रुपये ले जा चुके थे। दोनों पक्षों ने बैठक की तो आरोपितों ने नकली आभूषण गिरवी रखना स्वीकार लिया। दिनेश ने उनका वीडियो बना लिया। ऑडियो रिकॉर्डिंग भी कर ली।
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नर्स को निजी क्लीनिक में बुलाया और…: 15 दिनों में CBMO के खिलाफ दो थानों में FIR,
छिंदवाड़ा। जिले के परासिया अस्पताल में पदस्थ खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा महिला डॉक्टर और नर्स से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। महिला नर्स ने छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें की शिकायत दर्ज कराई है। पिछले 15 दिनों में डॉक्टर प्रमोद वाचक के खिलाफ यह दूसरी शिकायत है। इसके पहले परासिया थाने में भी एक महिला डॉक्टर की शिकायत पर डॉक्टर प्रमोद वाचक के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
कोतवाली थाने में पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसने मार्च में विभागीय कागज पर दस्तखत करने के लिए डॉक्टर को फोन किया था। लेकिन डॉक्टर ने उसे छिंदवाड़ा बुलाया और फिर अपने निजी क्लीनिक में महिला नर्स के साथ अश्लील हरकतें की। इस मामले में उसने अपने परिजनों और सहकर्मियों को सारी जानकारी दे दी थी। लेकिन पिछले दिनों परासिया थाने में हुई शिकायत के बाद उसे हौसला मिला और उसने डॉक्टर के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज कर ली है।
15 दिन पहले परासिया थाने में भी एक महिला डॉक्टर की शिकायत पर डॉक्टर प्रमोद वाचक के खिलाफ हरासमेंट की शिकायत दर्ज की गई है। यह सभी शिकायतें स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को भी भेजी गई। लेकिन आज तक डॉक्टर प्रमोद वाचक को अपने पद से नहीं हटाया गया और उसे अनियंत्रित स्थानांतरित नहीं किया गया है। इस मामले में महिला नर्स ने गंभीर आरोप लगाए है। कोतवाली पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल डॉक्टर के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।