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श्रीनगर. राजधानी दिल्ली में लालकिले के पास हुए फिदायीन हमले के तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रातों-रात दक्षिण कश्मीर में 6 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है. इस हमले का मुख्य संदिग्ध एक डॉक्टर उमर है, जिसके परिवार के तीन लोगों को भी पुलवामा से हिरासत में लिया गया है.
पुलिस का कहना है कि हमले में इस्तेमाल की गई हुंडई आई20 कार को डॉ. उमर ने ही खरीदा था. इसके अलावा, सीसीटीवी फुटेज में कार में बैठे जो शख्स दिखाई दे रहा है, उसकी शक्ल भी उमर से मिलती-जुलती पाई गई है.
जांच में यह बात सामने आई है कि डॉ. उमर दो अन्य डॉक्टरों के संपर्क में था, जिन्हें पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस के मुताबिक, यह हमला फरीदाबाद से हाल ही में पकड़े गए आरडीएक्स मॉड्यूल से जुड़ा हो सकता है. दो दिन पहले ही फरीदाबाद से डॉ. मुजाम्मिल को 350 किलोग्राम आरडीएक्स और दो एके-47 राइफलों के साथ गिरफ्तार किया गया था. जबसे डॉ. मुजाम्मिल के पास से आरडीएक्स मामले की जांच शुरू हुई, तभी से डॉ. उमर गायब हो गया था. पुलिस का मानना है कि कार में सवार शख्स फरीदाबाद मॉड्यूल से ही जुड़ा था, हालांकि डीएनए टेस्ट के बाद ही इसकी पूरी पुष्टि हो सकेगी. जांच में यह भी पता चला है कि डॉ. उमर, डॉ. मुजाम्मिल के गांव भी गया था.
पुलिस ने कश्मीर में जिन 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें मुख्य संदिग्ध के परिवार के तीन लोगों के अलावा आमिर राशिद मीर (प्लंबर), उमर राशिद मीर (पावर डिवेलपमेंट डिपार्टमेंट कर्मी) और तारिक मलिक (बैंक सिक्योरिटी गार्ड) शामिल हैं. एक स्पेशल पुलिस टीम इन सभी से पूछताछ कर रही है.
सोमवार को भी डॉ. मुजाम्मिल से जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इनमें आरिफ निसार डार, यासिर उल अशराफ और मकसूद अहमद डार शामिल थे. इसके अलावा नौगाम से मौलवी इरफान अहमद, जमीर अहमद अहंगर और मुसैब को, जबकि कुलगाम से डॉ. आदिल को पकड़ा गया था.
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Delhi Blast : सलमान से देवेंद्र, देवेंद्र से सोनू ओर फिर उमर तक ऐसे पहुंची धमाके वाली कार i-20
नई दिल्ली। दिल्ली में लाल किले पास जिस i-20 कार में ब्लास्ट हुआ, उसकी बिक्री बिना पेपर ट्रांसफर करे हुए एक नहीं कई बार हुई। पुलिस ने कार बिक्री की पूरी चेन का पता लगाया है। रजिस्ट्रेशन के आधार जब कार के बारे में पता किया गया तो वह गुरुग्राम के शांतिनगर में रहने वाले गुरु उसकी बिक्री की चेन का पता लग गया है। गुरुग्राम के शांति नगर के रहने वाले मोहम्मद सलमान पुत्र शाहिद की i-20 कार का रजिस्ट्रेशन नंबर HR26CE7674 था। सलमान ने यह कार मार्च 2025 में स्पिनी कंपनी को बेच दी थी।
स्पिनी देश की एक पुरानी कार बिक्री कंपनी है। यह कंपनी 2015 में स्थापित की गई थी और पुरानी कारों को ऑनलाइन खरीदने और बेचने का काम करती है। स्पिनी अपनी हर कार का 200-बिंदु टेस्ट करती है। इसके बाद स्पेनी कंपनी से यह कार ओखला के रहने वाले देवेंद्र ने खरीदी थी। देवेंद्र भी एक सेकेंड हैंड कार डीलर है।
सेकेंड हैंड कार डीलर देवेंद्र ने i-20 कार फरीदाबाद के रहने वाले सोनू उर्फ सचिन को बेच दी थी। देवेंद्र ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के रहने वाले तारिक को बेच दी थी। कार के कुछ दस्तावेज पूरे नहीं होने के कारण तारिक पुलवामा के ही रहने वाले अपने साथी डॉक्टर उमर को कार नहीं बेच पाया लेकिन, उसने कार उमर को दे दी थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार एक दिन पहले फरीदाबाद में उमर के साथियों के पकड़े जाने और उनसे विस्फोटक बरामद होने पर उमर को डर सताने लगा था कि कहीं वह भी पकड़ा न जाए। वह कार में विस्फोटक लेकर दिल्ली पहुंच गया और करीब तीन बने लाल किला के सुनहरी मस्जिद के पास पार्किंग में कार खड़ी कर दी। शाम छह बजे उसने कार निकाली और रिंग रोड होते हुए लाल किला की तरह से दरियागंज की ओर ड्राइव करने लगा था, तभी लाल किला के सामने पहुंचने पर उसकी कार में ब्लास्ट हुआ।
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जिंदा हैं धर्मेंद्र : बेटी ईशा देओल ने शेयर किया पोस्ट, बोलीं- निधन की खबरें गलत
मुंबई। सोशल मीडिया पर बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन की खबर ने फैंस के दिलों में हलचल मचा दी थी। लेकिन जैसे ही लोग शोक व्यक्त करने लगे, एक बड़ा ट्विस्ट आया। धर्मेंद्र की बेटी ईशा देओल ने सोशल मीडिया पर पिता की सेहत को लेकर बड़ा बयान दिया। ईशा ने बताया कि उनके पिता की तबीयत स्थिर है और झूठी खबरें फैल रही हैं।
ईशा ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि, मेरे पिता की हालत स्थिर है और झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं। वह रिकवर कर रहे हैं। हम सभी से गुजारिश करते हैं कि हमारे परिवार को प्राइवेसी दी जाए। सभी की दुआओं के लिए धन्यवाद।
ईशा ने सोशल मीडिया पर गलत खबरें फैलाने से बचने की भी अपील की। उनका यह बयान धर्मेंद्र के फैंस के लिए राहत देने वाला रहा।
धर्मेंद्र के निधन को लेकर झूठी अफवाहों पर हेमा मालिनी ने भी नाराजगी जताई। उन्होंने X पर पोस्ट शेयर कर लिखा- जो हो रहा है, वो माफी के लायक नहीं है। उस शख्स को लेकर कैसे गलत खबर फैला सकते हैं, जो ट्रीटमेंट पर रिस्पॉन्ड कर रहा है और रिकवर हो रहा है। यह बेहद असम्मानजनक और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार है। कृपया परिवार और उनकी निजता की आवश्यकता का सम्मान करें।
धर्मेंद्र के निधन की खबर मीडिया में आने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पोस्ट शेयर कर शोक जताया था। हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी थी।
धर्मेंद्र पिछले कई दिनों से ब्रीच कैंडी अस्पताल में एडमिट हैं और ICU में वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। 10 नवंबर को उनकी हालत गंभीर होने के कारण परिवार के सदस्य अस्पताल में मौजूद हैं। इससे पहले 31 अक्टूबर को धर्मेंद्र नियमित चेकअप के लिए अस्पताल गए थे। तब हेमा मालिनी ने एयरपोर्ट पर पैपराजी को स्वास्थ्य अपडेट दिया था और बताया था कि धर्मेंद्र अब ठीक हैं।
इस साल अप्रैल में धर्मेंद्र ने कॉर्निया ट्रांसप्लांट सर्जरी कराई थी। मोतियाबिंद और आंख में धुंधलापन दूर करने के लिए सर्जरी की गई थी। इसके बाद भी धर्मेंद्र मुंबई में बाहर स्पॉट हुए थे और उन्होंने कहा था कि, मुझमें बहुत दम है, अभी भी जान रखता हूं मैं।
धर्मेंद्र आखिरी बार कृति सेनन और शाहिद कपूर की फिल्म 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' में नजर आए थे। अब वह फिल्म 'इक्कीस' में दिखाई देंगे। फिल्म 'इक्कीस' श्रीराम राघवन के निर्देशन में बन रही है। इसमें धर्मेंद्र अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा के पिता की भूमिका निभाएंगे। फिल्म का थिएटर में 25 दिसंबर 2025 को रिलीज होना तय है। इसके अलावा उनके पास 'अपने 2' भी पाइपलाइन में है।
धर्मेंद्र ने 1960 के दशक में बॉलीवुड में कदम रखा। एक्टिंग के अलावा उन्होंने कई फिल्मों का प्रोडक्शन भी किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, धर्मेंद्र की नेटवर्थ 335 से 450 करोड़ रुपए के बीच है। उन्होंने अपने करियर में लगातार सक्रिय रहते हुए फिल्मों में शानदार योगदान दिया।

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नई दिल्ली। दिल्ली में लाल किले के पास हुआ ब्लास्ट स्लो स्पीड से चल रही कार में हुआ था। दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा ने घटना के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि धमाके के समय कार के अंदर लोग मौजूद थे। कार ह्युंडई आई-20 थी, जो कि हरियाणा पासिंग थी। यह कार हरियाणा के गुरुग्राम नॉर्थ आरटीओ में सलमान नाम के शख्स के नाम पर रजिस्टर्ड थी। रजिस्ट्रेशन के आधार पर पुलिस ने दबिश देकर सलमान को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पता चला है कि उसने कार पुलवामा के तारिक नाम के व्यक्ति को बेच दी थी। अब पुलिस उसकी खोज कर रही है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एनआईए की टीमें अब हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर सलमान और उससे जुड़े सभी संपर्कों की तलाश में जुटी हैं। हादसे में 12 लोगों की मौत हो चुकी है, कई अन्य घायल हैं। घायलों की संख्या 30 के करीब है। शुरुआती जानकारी में कहा गया था कि पार्किंग में खड़ी कार में धमाका हुआ था। हालांकि, बाद में पुलिस की तरफ से साफ किया गया कि धमाका धीमी गति से चल रही कार में हुआ था और धमाके के समय उसके अंदर लोग भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पूरे घटनाक्रम पर चर्चा की। अधिकारियों ने बताया कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के निकट एक कार में उच्च तीव्रता वाला धमाका हुआ, जिससे कई वाहन जलकर खाक हो गए। सरकारी सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने स्थिति का जायजा लिया है। चांदनी चौक व्यापार संघ द्वारा साझा किए गए वीडियो में विस्फोट की भयावहता दिखाई दे रही थी। एक शव एक वाहन पर पड़ा दिखाई दे रहा था। एक अन्य वीडियो में सड़क पर एक क्षत-विक्षत शव दिखाई दे रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट स्थल के पास मानव अंग बिखरे पड़े थे।
मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना पर दुख जताया है। एक्स पर उन्होंने लिखा कि- दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार विस्फोट में नागरिकों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुखद है। दिवंगतों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। बाबा महाकाल से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
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आतंकी मुजम्मिल के दूसरे घर से 2500 किलो विस्फोटक बरामद, पहले मिला था 350 किलो विस्फोटक
वाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल मामले में जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। खबर है कि, पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन चलाकर बड़ी कार्रवाई करते हुए डॉक्टर मुज्जमिल शकील के दूसरे घर से भी बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है। डॉक्टर मुजम्मिल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस लगातार यहां छापेमारी कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक अब पुलिस को 2563 किलोग्राम विस्फोटक मिला है। ये घर भी डॉ मुज्जमिल ने किराय पर लिया हुआ था जो धोज से 4 किलोमीटर दूर फतेहपुर तागा गांव में स्थित है।
जानकारी के मुताबिक बरामद की गई सामग्री शायद अमोनियम नाइट्रेट है। फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर पुलिस सुबह से ही इस घर पर छापेमारी कर रही है। फरीदाबाद के अल-फलाह मेडिकल कॉलेज औरअस्पताल में कार्यरत शकील को हाल ही में इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसी छापेमारी के दौरान एक इमाम को गिरफ्तार करने की सूचना है। बताया जा रहा है कि आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल इस इमाम के सम्पर्क में था।
पुलिस ने बड़ी आतंकी साजिश नाकाम करते हुए अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया है और कुल 2,900 किलोग्राम IED बनाने वाली सामग्री (विस्फोटक, रासायनिक पदार्थ, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, टाइमर आदि) जब्त की है। यह कार्रवाई श्रीनगर, अनंतनाग, गांदरबल, शोपियां (जम्मू-कश्मीर), फरीदाबाद (हरियाणा), सहारनपुर, लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में हुई। गिरफ्तारियां लगातार हो रही हैं, क्योंकि पूछताछ से नए लिंक उजागर हो रहे हैं।
बता दें कि, 19-27 अक्टूबर को श्रीनगर के नौगाम इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर्स चिपके मिले थे । इन पोस्टर के जरिए सुरक्षा बलों को धमकी दी गई थी। जिसके बाद जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में डॉ. आदिल नजर आया। श्रीनगर पुलिस ने UAPA के तहत मामला दर्ज किया और 6 नवंबर को डॉ. आदिल पकड़ गया और उसके लॉकर से एके-47 गन मिली। पूछताछ में उसने अपने साथियों के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस ने लगातार छापेमारी कर अन्य लोगों को गिरफ्तार किया। यह संख्या 8 से आगे जा सकती है, क्योंकि पूछताछ के दौरान कई नए नाम सामने आ रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी की जा रही है।
पकड़े गए आतंकी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिंद जैसे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े थे। यह मॉड्यूल ‘व्हाइट-कॉलर टेरर इकोसिस्टम’ का हिस्सा था, जिसमें प्रोफेशनल्स (जैसे डॉक्टर) और छात्र शामिल थे। ये लोग विदेशी हैंडलर्स (मुख्य रूप से आईएसआई) के संपर्क में थे और रेडिकलाइजेशन, फंड कलेक्शन, IED बनाने में जुटे थे। यह नेटवर्क बड़े आतंकी हमलों की साजिश रच रहा था। ये लोग उत्तर प्रदेश में आरएसएस ऑफिस, दिल्ली और अहमदाबाद के बाजारों पर हमले की साजिश रच रहे थे। यह मॉड्यूल प्रोफेशनल्स को रिक्रूट कर रहा था, जो सामान्य दिखते थे लेकिन हथियार/विस्फोटक तस्करी कर रहे थे। पुलिस का दावा है कि इससे दिल्ली-NCR और गुजरात में बड़े हमले रुक गए।
श्रीनगर में पोस्टर चिपकाने वाले डॉ. आदिल को अहमद राथर को सहारनपुर (यूपी) के एक अस्पताल से गिरफ्तार किया गया, जो लखनऊ से करीब 500 किमी दूर है। डॉ. आदिल ने डॉ. मुजम्मिल शकील का नाम लिया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। शकील फरीदाबाद में किराए के फ्लैट में रहता था। जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम ने छापा मारा। यहां से 350 किलो अमोनियम नाइट्रेट (बम बनाने का मुख्य रसायन), AK-47 राइफल, 84 कारतूस और IED कंपोनेंट्स बरामद हुए। यह सामग्री बड़े हमलों के लिए स्टोर की गई थी। फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर सतेंद्र कुमार गुप्ता ने इसे “15 दिनों के संयुक्त ऑपरेशन” का नतीजा बताया।
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मकान के मालिकाना हक पर सवाल नहीं उठा सकता किरायेदार : सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने किराएदार और मालिक के मामले में एक बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने साफ किया कि एक किरायेदार, जो किसी संपत्ति में किरायेदारी के लिए रेंट डीड (किराया समझौता) पर दाखिल हुआ है, वह बाद में मकान मालिक के मालिकाना हक को चुनौती नहीं दे सकता है. स्ष्ट ने कहा कि ऐसा करना डॉक्ट्राइन ऑफ एस्टॉपेल (रोक के सिद्धांत) के खिलाफ है.
इस मामले को ऐसे समझिए, आप किसी के मकान में किराए पर रहने जाते हैं और रेंट डीड पर साइन करते हैं. इसका मतलब है कि आपने मान लिया कि जिस शख्स ने आपको मकान दिया है, वही उसका असली मालिक है. अब सालों बाद आप यह कहना शुरू नहीं कर सकते कि यह मकान उस व्यक्ति का है ही नहीं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कानून ऐसा कदम उठाने से किरायेदार को रोकता है.
कोर्ट ने ये फैसला ज्योति शर्मा बनाम विष्णु गोयल (2025 आईएनएससी 1099) में सुनाया है. जिसे अब की मामलों मे नजीर बनाया जा सकता है. सुप्रीम कोर्ट ने किरायेदार के खिलाफ फैसला सुनाया और मकान मालिक को संपत्ति का कब्जा वापस पाने और बकाया किराए का भुगतान पाने का आदेश दिया गया है.
किरायेदार अब नहीं कर सकता मालिक होने का दावा- कोर्ट ने कहा कि जिस किरायेदार के परिजनों ने 50 साल से ज्यादा समय तक मूल मालिक को किराया दिया, वह अब उनके मालिकाना हक पर सवाल नहीं उठा सकता. एक रिलिंक्विशमेंट डीड से भी मूल मालिक के हक की पुष्टि हुई है.
कोर्ट ने फिर से साफ किया कि किरायेदार को बेदखल करने के मुकदमे में, मालिकाना हक के सबूत को उतनी सख्ती से नहीं देखा जाता, जितना कि मालिकाना हक के ऐलान के अलग मुकदमे में. मकान मालिक (यानी वादी) के पक्ष में बाद में मिली विल की प्रोबेट (अदालती मंजूरी) को कानूनी मान्यता मिल गई थी, जिसे हाई कोर्ट की ओर से नजरअंदाज नहीं करना चाहिए था.
मालिक की जरूरत वाजिब- मकान मालिक की यह दलील मान ली गई कि उन्हें अपने पति के मिठाई और नमकीन के व्यवसाय में शामिल होने और उसका विस्तार करने के लिए खाली किए जाने वाले परिसर की वाजिब जरूरत है. सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालतों के उन आदेशों को रद्द कर दिया, जो मकान मालिक के खिलाफ थे. अदालत ने किरायेदार को जनवरी 2000 से बकाया किराए का भुगतान करने और किराए में चूक और मकान मालिक की वाजिब जरूरत के आधार पर संपत्ति खाली करने का आदेश दिया है.
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देश को दहलाने की साजिश विफल : डॉक्टर के घर से 300 किलो आरडीएक्स और 2 एके-47 बरामद
फरीदाबाद.जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद में यहां एक डॉक्टर के किराए के मकान पर छापा मारते हुए लगभग 300 किलो आरडीएक्स बरामद किया है. इसके अलावा, पुलिस को 2 एके-47 राइफल और बड़ी संख्या में कारतूस भी मिले हैं.
जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कुछ दिन पहले यूपी के सहारनपुर से अनंतनाग निवासी डॉक्टर आदिल अहमद को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संबंध होने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसी जांच के सिलसिले में पुलिस ने फरीदाबाद में किराए पर लिए गए एक कमरे पर छापा मारा.
बताया जा रहा है कि कश्मीर के डॉक्टर मुजाहिल शकील ने फरीदाबाद में यह कमरा किराए पर लिया था. वह यहां खुद नहीं रहता था, बल्कि कमरे का इस्तेमाल सिर्फ सामान रखने के लिए करता था. छापेमारी के दौरान पुलिस ने कमरे से कुल 14 बैग बरामद किए, जिनमें 300 किलो आरडीएक्स, 2 एके-47 राइफल, 84 कारतूस और कुछ रासायनिक पदार्थ मिले हैं. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह कमरा करीब तीन महीने पहले किराए पर लिया गया था.
छापामारी के समय मौके पर 10 से 12 पुलिस वाहन पहुंचे थे. फिलहाल आरोपी डॉक्टर को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है. इस मामले के तार चार राज्यों जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुजरात से जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, डॉक्टर शकील ने मकान मालिक से कहा था कि उसे कमरे में केवल कुछ सामान रखना है. इसके बाद वहां कई बैग लाकर रखे गए, लेकिन किसी ने उनके अंदर क्या है, यह जानने की कोशिश नहीं की. छापेमारी में पुलिस को कमरे से 14 से 15 बैग बरामद हुए हैं.

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रांची। वासेपुर का कुख्यात गैंगस्टर फहीम खान आखिरकार 22 साल बाद जेल से बाहर आने वाला है। झारखंड हाईकोर्ट ने उसकी उम्र और बीमारियों को देखते हुए जेल से रिहा करने का आदेश दिया है। अनुराग कश्यप की चर्चित फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में नवाजुद्दीन सिद्दीकी द्वारा निभाया गया ‘फैजल खान’ का किरदार इसी फहीम खान से प्रेरित था।
झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की बेंच ने फहीम खान की याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को 6 सप्ताह के भीतर उसकी रिहाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। फहीम खान फिलहाल जमशेदपुर की घाघीडीह जेल में बंद है और वह 1989 में वासेपुर के सगीर हसन सिद्दीकी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसने 29 नवंबर 2024 को अपनी उम्र और गंभीर बीमारियों का हवाला देते हुए कोर्ट में रिहाई की याचिका दायर की थी।
इससे पहले राज्य सरकार द्वारा गठित रिव्यू बोर्ड ने फहीम खान की रिहाई से इनकार करते हुए उसे 'समाज के लिए खतरा' बताया था। हालांकि, हाईकोर्ट ने इस राय को खारिज कर दिया और कहा कि फहीम खान की उम्र अब 75 वर्ष से अधिक हो चुकी है और वह दिल व किडनी की बीमारी से जूझ रहा है। फहीम के वकील शहबाज सलाम और अजीत कुमार सिन्हा ने अदालत में दलील दी कि फहीम 20 साल से ज्यादा समय से जेल में बंद है और उसे मानवीय आधार पर रिहा किया जाना चाहिए। अदालत ने इस तर्क को स्वीकार कर लिया।
फहीम खान पर हत्या, रंगदारी, अपहरण और आपराधिक साजिश के तीन दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। 1989 में जब वासेपुर के सगीर हसन सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या हुई, तब पहली बार उसका नाम सामने आया। इसके बाद 1990 और 2000 के दशक में फहीम का नाम कई गैंगवार और हत्याओं में जुड़ा, जिनमें रेलवे ठेकेदार इरफान खान की हत्या, ठेकेदार संजय सिंह पर गोलीबारी, धीरेंद्र प्रताप सिंह की हत्या और साबिर आलम की हत्या की कोशिश आदि शामिल हैं।
फहीम के परिवार में था प्रतिशोध का इतिहास
फहीम खान के अपराध जगत में उतरने की पृष्ठभूमि भी खून और बदले से भरी रही है।
1983 में उसके पिता शफी खान की हत्या पेट्रोल पंप पर कर दी गई थी।
1986 में उसके भाई शमीम खान को अदालत परिसर में सरेआम गोली मार दी गई।
1989 में एक और भाई छोटे खान की हत्या रेलवे लाइन के पास कर दी गई थी।
इन घटनाओं के बाद फहीम ने गैंग का नेतृत्व संभाला और वासेपुर बनाम नया बाजार गैंगवार की शुरुआत हुई।
वासेपुर में कोयला, स्क्रैप और जमीन पर कब्जे को लेकर हुए खूनी संघर्ष ने बॉलीवुड को भी प्रभावित किया। राइटर जीशान कादरी की कहानी पर आधारित अनुराग कश्यप की फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में फहीम खान के जीवन और संघर्ष की झलक दिखाई गई थी। फिल्म में फैजल खान (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) का किरदार असल जिंदगी के फहीम से प्रेरित माना जाता है।
झारखंड हाईकोर्ट के आदेश के बाद फहीम खान के परिवार और समर्थकों में खुशी की लहर है। करीबी सूत्रों के मुताबिक, उसके परिवार के लोग वर्षों बाद उसकी रिहाई की खबर से भावुक हैं। वहीं, कई स्थानीय लोग अब भी इस गैंगवार के दौर को धनबाद के इतिहास का सबसे डरावना समय मानते हैं।
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देश में बड़ा आतंकी हमला टला, गुजरात एटीएस ने तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया
अहमदाबाद. गुजरात के गांधीनगर से सटे अडालज इलाके में आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को बड़ी सफलता मिली है. शनिवार 8 नवम्बर की देर रात की कार्रवाई में एटीएस ने आईएसआईएस से जुड़े तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है.
बताया जा रहा है कि ये तीनों देश के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी हमला करने की साजिश रच रहे थे. ्रञ्जस् को खुफिया सूचना मिली थी कि अडालज में कुछ संदिग्ध युवक ठहरे हुए हैं और आतंकी गतिविधियों की योजना बना रहे हैं. टीम ने तुरंत छापेमारी की और तीनों आरोपियों को दबोच लिया.
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार किए गए दो आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, जबकि तीसरा आतंकी हैदराबाद का निवासी है. तीनों हथियार और विस्फोटक सामग्री हासिल करने के लिए गुजरात पहुंचे थे.
एटीएस अधिकारियों के अनुसार, शुरुआती जांच में इनका सीधा संबंध अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन आईएसआईएस से सामने आया है. माना जा रहा है कि ये तीनों भारत में सक्रिय दो अलग-अलग मॉड्यूल का हिस्सा हैं, जो देश में बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे.
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राहुल गांधी बोले-हमारे पास वोट चोरी के और भी सबूत हैं, धीरे धीरे सामने लाएंगे
भोपाल।लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने वोट चोरी के लिए भाजपा नेताओं और चुनाव आयोग को साझेदार बताया है। पचमढ़ी में मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वोट चोरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमित शाह और ज्ञानेश कुमार (मुख्य चुनाव आयुक्त) की पार्टनरशिप है। गांधी ने कहा कि मैंने वह कुछ दिन पहले मैंने वो हरियाणा वाला प्रेजेंटेशन किया था और उसमें आपने साफ देखा कि क्लीयरली वोट चोरी हो रही है। आठ में से एक वोट चोरी हो रहा है। करीब 25 लाख वोट चोरी हुए हैं। उसको देखने के बाद मेरी सोच है कि वही मध्य प्रदेश में हुआ है वही महाराष्ट्र में हुआ है वही छत्तीसगढ़ में हुआ है।
राहुल गांधी ने कहा कि यह बीजेपी और इलेक्शन कमीशन का सिस्टम है और हमारे पास और भी सबूत है और वह धीरे-धीरे दिखाएंगे। मेन मुद्दा वोट चोरी का है और एसआईआर उसे कवरअप करने का तरीका है। यह इंस्टीट्यूशनलाइज करने का सिस्टम है। हमारे पास बहुत अलग-अलग इनफॉरमेशन है। बहुत डिटेल में इनफार्मेशन है। वह हम रिलीज करेंगे। अभी तो थोड़ा सा ही दिखाया है।
जिलाध्यक्षों से बहुत अच्छा फीडबैक मिला। डिस्ट्रिक्ट प्रेसीडेंट की अच्छी ट्रेनिंग चल रही है पर मेन मुद्दा यही है कि लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। अंबेडकरजी के कॉन्स्टिट्यूशन पर आक्रमण हो रहा है और डायरेक्टली मोदी जी अमित शाह जी और ज्ञानेश जी जायंटली पार्टनरशिप बनाकर कर रहे हैं। इससे देश का बहुत नुकसान हो रहा है भारत माता का नुकसान हो रहा है, डैमेज हो रही है भारत माता।
राहुल गांधी ने रविवर सुबह सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में लगभग दो घ़ंटे सफारी की। वे सुबह लगभग 6 बजे रविशंकर भवन से निकले। उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी थे। उन्होंने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के पनारपानी गेट से सफारी शुरू की। वे 10 किलोमीटर फिर खुली जीप में पनारपानी और बारासेल तक घूमे। इसके बाद वे रविशंकर भवन लौट आए और वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत की। इसके बाद वे गांधी चौक पहुंचे और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। यहां उन्होंने कुछ बच्चों से भी बात की। इसके बाद वे भोपाल के लिए रवाना हो गए।
राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों का जवाब दिया प्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने। सारंग ने कहा कि जनता हर चुनाव में उन्हें हार का ताज पहनाती है। उनका हाल भी दिग्विजय सिंह जैसा है। राहुल गांधी अपना चेहरा छुपाने के लिए चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हैं। उन्होंने कहा कि जुमलेबाजी करना राहुल गांधी की आदत हो गई है। वो कोई तथ्य पेश नहीं कर पाए इसीलिए आज तक उन्होंने चुनाव आयोग को शिकायत नहीं की अगर डीप रिसर्च है तो वे कोर्ट और चुनाव आयोग में जाएं।

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विकाराबाद। दक्षिण मध्य रेलवे नेटवर्क पर कई ट्रेनों में वर्षों से यात्रियों को धमकाकर लूटपाट करने वाले कुख्यात अंतरराज्यीय डकैत थानेदार सिंह को विकाराबाद रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से कई चोरी और डकैती के मामलों से जुड़े सोने के आभूषण, चांदी, नकदी और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. इस पूरे मामले का खुलासा आरपीएफ की टीम ने किया।
आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के अरनी गांव निवासी थानेदार सिंह के रूप में हुई है. सूत्रों के मुताबिक सिंह ने अपना अपराधी करियर 2004 में पुणे रेलवे स्टेशन पर छोटी-मोटी चोरी और जेबकटाई से शुरू किया था. बाद में उसने अपनी गतिविधियों को विकाराबाद-सिकंदराबाद-पुणे मार्ग तक विस्तारित कर दिया. वर्षों में वह यात्रियों पर हमला कर कीमती सामान लूटने और गिरफ्तारी की कोशिश करने वाले पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए कुख्यात हो गया.
अधिकारियों के अनुसार, सिंह कम से कम 62 मामलों में लूट, चोरी और हमले में शामिल रहा है, जो तेलंगाना और कर्नाटक सहित कई राज्यों में दर्ज हैं. उसे पहले 2007, 2012, 2014 और 2019 में गिरफ्तार किया जा चुका है और उसने हैदराबाद, सोलापुर तथा रायचूर जेलों में सजा काटी है. बार-बार जेल जाने के बावजूद, जमानत पर रिहा होने के बाद वह अपराधी गतिविधियां जारी रखता रहा, जिसमें गांजे की तस्करी और 2021 में महबूबनगर में पुलिस हिरासत से फरार होना शामिल है।
चंद दिनों पहले 7 अक्टूबर को सिंह ने विकाराबाद के पास औरंगाबाद-गुंटूर एक्सप्रेस में 24 वर्षीय महिला यात्री सना अंजुम पर हमला किया. महिला ने अपना फोन और नकदी चोरी करने की कोशिश का विरोध किया तो सिंह ने ब्लेड से उसके बाएं हाथ पर गंभीर चोट पहुंचाई और 3,000 रुपये तथा मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया. बाद में पुलिस ने उसे भारत नगर रेलवे स्टेशन पर तलाशी के दौरान पकड़ लिया.
उसके कब्जे से 96 ग्राम सोना, 43 ग्राम चांदी, 1,500 रुपये नकद और तीन मोबाइल फोन बरामद हुए, जो 14 मामलों से जुड़े हैं. जांचकर्ताओं ने पुष्टि की कि रायचूर और वाडी में उसके खिलाफ इसी तरह के अपराधों के लिए कई गैर-जमानती वारंट लंबित हैं. पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है.

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पीएम मोदी ने खजुराहो-बनारस सहित चार वंदे भारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी
वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार 8 नवम्बर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्टेशन से वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई. इस दौरान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री योगी भी मौजूद रहे. पीएम के हरी झंडी दिखाते ही यात्रियों ने हर-हर महादेव के जयकारे लगाए. उनके स्वागत में काशीवासियों के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुष्पवर्षा की. जिसमें मध्य. प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो की ट्रेन भी शामिल है.
विशेषज्ञों की मानें तो बनारस से खजुराहो जाने वाली नई वंदे भारत एक्सप्रेस कई मायनों में खास बन गई है.आध्यात्मिक रूप से भी इस ट्रेन का संचालन महत्वपूर्ण है. बनारस-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन से धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को एक नया आयाम मिलेगा. यह ट्रेन वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को आपस में जोड़ेगी. नई वंदे भारत एक्सप्रेस वर्तमान में चल रही विशेष ट्रेनों की तुलना में करीब 2 घंटे 40 मिनट का समय बचाएगी. इससे यात्रियों को तेज़, आरामदायक और आधुनिक यात्रा का अनुभव मिलेगा.
पीएम ने चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, जो बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर चलेंगी. वहीं आपको बता दें कि फिरोजपुर से दिल्ली का सफर वंदे भारत में 6 घंटे 40 मिनट का होगा. वहीं इससे पहले सबसे तेज चलने वाली ट्रेन पंजाब मेल में 7 घंटे 20 मिनट लगते थे.
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कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादी मार गिराए, सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी
कुपवाड़ा. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में घुसपैठ की जानकारी मिली है. यह जानकारी केरन सेक्टर में लाइन ऑफ कंट्रोल के पास मिली. इस पर कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना और पैरामिलिट्री फोर्स ने आतंकवादियों को भारतीय इलाके में घुसने से रोकने के लिए एक ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया. इस मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए. अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है.
एलओसी के पास रेगुलर पेट्रोलिंग की जा रही है. भारतीय सैनिकों ने रात में कुछ संदिग्ध हरकत देखी. जब सैनिकों ने इन्हें चुनौती दी तो उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. फिर सुरक्षाबलों ने भी जवाब दिया. यह हमला पहाड़ी इलाके में हुआ. सुरक्षाबलों ने तुरंत इलाके को घेर लिया और आतंकवादियों को भागने से रोकने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया.
सेना और पैरामिलिट्री यूनिट्स ने तेजी से कार्रवाई की जिससे आतंकवादियों को केरन के जंगल इलाके में फंसाने में मदद मिली. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, गोलीबारी कई घंटों तक चली. सुरक्षा बलों ने इलाके की अच्छी तरह से तलाशी ली जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि आस-पास कोई और आतंकवादी तो नहीं छिपा है. इस दौरान सैनिक हाई अलर्ट पर रहे, जिससे दोबारा घुसपैठ न की जा सके.
अधिकारियों ने बताया कि ऐसी घुसपैठ की कोशिशें आमतौर पर सर्दियों से पहले बढ़ जाती हैं, क्योंकि बाद में भारी बर्फबारी से सीमा के साथ ज्यादातर रास्ते बंद हो जाते हैं. आतंकवादी ग्रुप पहाड़ों के दर्रे बंद होने से पहले घुसने की कोशिश करते हैं. इसी वजह से, भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियों ने सीमावर्ती इलाकों में अपनी निगरानी और पेट्रोलिंग बढ़ा दी है जिससे किसी भी सीमा पार आवाजाही को रोका जा सके.
सुरक्षाबलों ने घुसपैठ को सफलतापूर्वक रोक दिया है. अब यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई और आतंकवादी इलाके में बचा न हो. फिलहाल ज्वाइंट ऑपरेशन जारी है. सुरक्षा बल सीमा पर मज़बूत मौजूदगी बनाए हुए हैं. अधिकारियों ने कहा कि लगातार तालमेल, रियल-टाइम इंटेलिजेंस शेयरिंग और तेजी से जवाब देना भारत की सीमा की रक्षा करने और भविष्य में घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए जरूरी है.

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नई दिल्ली। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों और मवेशियों से जुड़ी देशव्यापी समस्या पर सख्त कदम उठाए हैं। कोर्ट ने आवारा कुत्तों से जुड़े एक मामले में कहा कि, राजस्थान हाईकोर्ट का फैसला पूरे देश में लागू होगा। अब सवाल उठता है क्या यह आदेश पूरे देश में सुरक्षा और जानवरों के लिए समान रूप से लागू होगा? जानिए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के सभी पहलू।
सुप्रीम कोर्ट ने 7 अक्टूबर को स्पष्ट किया कि, राजस्थान हाईकोर्ट का फैसला पूरे देश में लागू होगा। आदेश के मुताबिक-
सभी स्टेट और नेशनल हाईवे से आवारा पशु हटाए जाएंगे।
स्कूलों, कॉलेजों, अस्पताल और सरकारी परिसर में बाड़ लगाई जाएगी।
पकड़े गए आवारा कुत्तों को उसी जगह पर वापस नहीं छोड़ा जाएगा।
जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस संदीप मेहता और जस्टिस एनवी अंजारिया की बेंच ने सुनवाई की। सभी राज्यों के मुख्य सचिव आदेश का पालन सुनिश्चित करेंगे और 3 हफ्ते में स्टेटस रिपोर्ट दायर करेंगे। अगली सुनवाई 13 जनवरी को होगी।
कोर्ट के आदेश की मुख्य बातें
सभी राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर आवारा पशुओं की सूचना के लिए हेल्पलाइन नंबर प्रदर्शित होंगे।
2 हफ्ते में सभी स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और सरकारी दफ्तरों में बाड़ लगाई जाएगी।
रखरखाव और निरीक्षण के लिए प्रत्येक परिसर में नोडल अधिकारी नियुक्त होगा।
पकड़े गए पशु-उन्हें उसी जगह वापस नहीं छोड़ा जाएगा। शेल्टर या गौशाला में रखा जाएगा।
नगर निगम, नगरपालिका और पंचायत हर 3 महीने में कम से कम एक बार निरीक्षण करेंगे।
सभी डीएम सुनिश्चित करेंगे कि, आवारा कुत्ते स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और सरकारी दफ्तरों में प्रवेश न कर सकें। नियमित निरीक्षण और बाड़ लगाने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। पकड़े गए कुत्तों को शेल्टर या गौशालाओं में रखा जाएगा और दोबारा सड़क पर नहीं छोड़ा जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, यह आदेश केवल सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि बेजुबान जानवरों के प्रति न्याय सुनिश्चित करने के लिए भी अहम है।
28 जुलाई 2025: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में बच्चों के बीच आवारा कुत्तों के काटने और रेबीज से मौतों की मीडिया रिपोर्ट पर स्वयं संज्ञान लिया।
11 अगस्त 2025: आवारा कुत्तों को दिल्ली-NCR के आवासीय क्षेत्रों से हटाने का आदेश।
22 अगस्त 2025: कोर्ट ने आदेश दिया कि पकड़े गए कुत्ते नसबंदी के बाद छोड़े जाएं।
3 नवंबर 2025: सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को तलब किया।
7 नवंबर 2025: सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान हाईकोर्ट का आदेश पूरे देश में लागू करने का ऐतिहासिक फैसला दिया।
देशभर में कुत्तों के काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। 2022 से 2025 तक का डेटा यही दिखाता है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे बड़े राज्यों में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। देशभर में 37 लाख से ज्यादा डॉग बाइट केस दर्ज हुए हैं। जनवरी 2025 तक अकेले 4.29 लाख मामले दर्ज हो चुके हैं।
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Vivo, Oppo, Realme.. वाले हो जाएं सावधान ! करोड़ों एंड्रॉयड यूजर्स पर मंडराया हैकिंग का खतरा ; सरकार ने जारी की चेतावनी
अगर आप एंड्रॉयड स्मार्टफ़ोन यूज़ करते हैं तो आपके लिए भारत सरकार की एजेंसी की तरफ़ से एक चेतावनी है. कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम CERT-in की तरफ़ से वॉर्निंग जारी की गई है. इसमें बताया गया है कि एजेंसी ने Android ऑपरेटिंग सिस्टम में कुछ खामियां ढूंढी हैं. इन खामियों का फायदा उठा कर अटैकर्स आपके डिवाइस में आर्बिटरी कोड एग्जिक्यूट कर सकते हैं. इस वजह से स्मार्टफ़ोन पर खतरा आ सकता है.
CERT.in के मुताबिक़ इस बग से Android 13, 14, 15 और 16 प्रभावित हैं. यानी लाखों स्मार्टफ़ोन खतरे में हैं, क्योंकि Android 16 लेटेस्ट वर्जन है. हालांकि ज़्यादातर लोगों के पास Android 14, 15 वाले स्मार्टफोन्स हैं. अगर आपके पास भी Pixel, Vivo, Oppo, Xiaomi, Realme, Motorola और OnePlus या सैमसंग के स्मार्टफोन्स हैं और उनमे ये एंड्रॉयड वर्जन हैं तो सतर्क हो जाएं.
एजेंसी के मुताबिक़ ये खामियां हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर वेंडर्स की तरफ़ से हैं. इनमें Qualcomm, NVIDIA, Broadcom और Unisoc के कॉम्पोनेंट्स शामलि हैं. बता दें कि ज़्यादातर एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में इनके ही कॉम्पोनेंट्स ही यूज़ किए जाते हैं. भारत सरकार की एजेंसी ने इस खामी को हाई रिस्क में रखा है. यानी इसका फायदा उठा कर हैकर्स आपके फोन से फिनांशियल डिटेल्स चुरा सकते हैं. यहां तक की आपके अकाउंट से पैसे भी साफ़ हो सकते हैं.
अच्छी बात ये है कि गूगल को भी इस खामी की जानकारी है और कंपनी ने नवंबर के सिक्योरिटी पैच में इसे फिक्स भी कर दिया है. लेकिन आपको अगर बचना है तो अपने फ़ोन पर नया सिक्योरटी पैच तुरंत इंस्टॉल करना होगा, वर्ना आपका फ़ोन खतरे में ही रहेगा.
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पं. धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा दिल्ली से वृंदावन के लिए शुरू, यमुना शुद्धिकरण और सामाजिक समरसता पर जोर
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में शुक्रवार को दिल्ली के इंद्रप्रस्थ से 'सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0' शुरू हुई। यह यात्रा वृंदावन तक जाएगी। इस यात्रा में कथावाचक जया किशोरी भी शामिल हैं। जया किशोरी ने एक वीडियो जारी कर इसकी जानकारी दी।
यात्रा से पहले सुबह 9 बजे दिल्ली के कात्यायनी मंदिर परिसर में संत-महात्माओं की उपस्थिति में मंचीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रगान, हनुमान चालीसा, श्रीराम नाम संकीर्तन और हिंदू एकता की शपथ ली गई। उसके बाद संतों द्वारा सौंपे गए धर्म ध्वज को लेकर बागेश्वर बाबा के नेतृत्व में यात्रा वृंदावन के लिए रवाना हुई।
पंडित धीरेंद्र ने कहा कि यह केवल यात्रा नहीं, बल्कि एक वैचारिक क्रांति है। इसका उद्देश्य समाज को जोड़ना और लोगों के विचारों को जागृत करना है। उन्होंने कहा कि यात्रा संवाद के माध्यम से आगे बढ़ेगी और सनातन एकता का संदेश लेगी। उन्होंने देश-विदेश के हिंदुओं से 7 से 16 नवंबर के बीच कम से कम एक दिन यात्रा में शामिल होने का आग्रह किया।
इस यात्रा में जगद्गुरु रामभद्राचार्य, राजेंद्र दास, दीदी मां ऋतंभरा, चिदानंद मुनि, स्वामी ज्ञानानंद, सुधांशु महाराज, राजू दास, मृदुल कांत शास्त्री, दाती महाराज, पंडित संजीव कृष्ण ठाकुर और महामंडलेश्वर नवल किशोर दास सहित कई संत और आचार्य शामिल हैं।
राजनीतिक क्षेत्र से दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, सांसद मनोज तिवारी और मंत्री कपिल मिश्रा भी उपस्थित रहेंगे। बागेश्वर महाराज ने बताया कि यात्रा दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की 422 ग्राम पंचायतों से होकर गुजरेगी और करीब 5 करोड़ लोगों तक इसका संदेश पहुंचेगा।
इस बार यात्रा को मुस्लिम समाज का भी समर्थन मिला है। फैज खान के नेतृत्व में 300 से अधिक मुस्लिम सदस्य भी यात्रा में शामिल होंगे। मुस्लिम समुदाय ने कहा कि यह यात्रा लोगों को जोड़ने का काम कर रही है।
बागेश्वर महाराज ने सभी पदयात्रियों से कहा कि वे मर्यादित और शांतिपूर्ण रहें। किसी जाति, पंथ या संप्रदाय पर टिप्पणी न करें और अस्त्र-शस्त्र का प्रयोग न करें। प्रशासन से सभी संवेदनशील स्थलों पर विशेष सुरक्षा की भी अपील की गई।
पदयात्रा के सात संकल्प
यमुना माता का शुद्धिकरण।
भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए।
गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा मिले।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर भव्य रूप में निर्मित हो।
ब्रज परिक्षेत्र में मांस-मदिरा पर प्रतिबंध।
अवैध धर्मांतरण और लव जिहाद पर रोक।
जात-पात और ऊंच-नीच का भेद समाप्त कर सामाजिक समरसता स्थापित हो।