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कर्नाटक सेक्स स्कैंडल केस, सैकड़ों वीडियो मिले:पूर्व PM देवगौड़ा के पोते प्रज्वल पर FIR; पिता बोले- वीडियो 4-5 साल पुराने

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बेंगलुरु। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा का कुनबा सेक्स स्कैंडल के आरोपों में घिर गया है। देवगौड़ा के विधायक बेटे एचडी रेवन्ना (67) और सांसद पोते प्रज्वल रेवन्ना (33) के खिलाफ उनकी मेड (घरेलू सहायिका) ने यौन शोषण की FIR दर्ज कराई है। केस हासन के होलेनरासीपुर थाने में दर्ज कराया गया।
वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रज्वल के करीब 200 से ज्यादा आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुए हैं। दावा किया गया है कि वायरल वीडियो में दिख रहीं महिलाएं खुद को छोड़ने की गुहार लगाती हुई रो रही हैं और प्रज्वल वीडियो शूट कर रहे हैं।
कर्नाटक महिला आयोग की चेयरपर्सन नागलक्ष्मी चौधरी ने इसे राज्य का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल बताया है। इस बीच, कर्नाटक के CM सिद्धारमैया की तरफ से गठित SIT ने जांच शुरू कर दी है। इसका नेतृत्व ADGP वीके सिंह कर रहे हैं। DG CID ​​सुमन डी पेन्नेकर और IPS सीमा लाटकर भी SIT में शामिल हैं।
प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना ने कहा कि मैं नहीं जानता ये कैसा षड्यंत्र रचाया गया है। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो आसानी से डर कर भाग जाऊं। उन्होंने जो वीडियो रिलीज किए हैं, वे 4-5 साल पुराने हैं। प्रज्वल को पार्टी से निकालने का फैसला पार्टी हाई कमान लेगा।
रेवन्ना ने कहा कि राज्य सरकार को इस केस की जांच करने दीजिए। प्रज्वल वैसे भी विदेश जाने वाला था। पिछले 40 साल में कांग्रेस की सरकार में हमने कई जांच का सामना किया है। मैंने अब तक देवगौड़ा से इस बारे में बात नहीं की है। सारी कार्रवाई कानून के मुताबिक होगी।
मामले को लेकर देवगौड़ा के बेटे पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा- अगर किसी भी गलत काम में कोई शामिल है, तो उसे कानून के तहत सजा भुगतनी होगी। हालांकि, गौर करने वाली बात है कि इस वीडियो को अभी क्यों जारी किया गया है। इसे पहले क्यों नहीं जारी किया गया था। चुनाव के समय ही पुराने मुद्दे क्यों उठाए जा रहे हैं।
इस वीडियो का लोकसभा चुनाव के रिजल्ट पर फर्क नहीं पड़ेगा। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि पूरे परिवार का नाम इसमें क्यों उछाला जा रहा है। इस मुद्दे पर कुमारस्वामी और देवगौड़ा का नाम नहीं आना चाहिए।
प्रज्वल के देश छोड़ने के सवाल पर कुमारस्वामी ने कहा- क्या वे हर रोज जहां जाते थे, मुझे बताकर जाते थे? इस पर सरकार को जांच करने दीजिए। हम लोग साथ में नहीं रहते। अगर मुझे पहले पता होता तो मैं उसे रोकने की कोशिश करता।
कांग्रेस नेता और राज्य सरकार में मंत्री प्रियंक खड़गे ने कहा- अगर प्रज्वल रेवन्ना देश छोड़कर भाग गए हैं तो उनकी मदद भाजपा ने की है। भाजपा-JDS को प्रज्वल के बारे में पता था।
प्रियंक ने कहा कि भाजपा के कई नेताओं को रेवन्ना के यौन शोषण के मामले के बारे में लेटर मिले थे। इसके बावजूद उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट दिया गया। हुबली मर्डर केस के बारे में ये बहुत आक्रामक थे। अब इस मुद्दे पर इन्होंने चुप्पी क्यों साध ली है। ये लोग हर सिटी हर गांव में अब प्रोटेस्ट क्यों नहीं कर रहे।
रेवन्ना और प्रज्ज्वल के खिलाफ FIR करवाने वाली महिला ने कहा कि वह रेवन्ना की पत्नी भवानी की रिश्तेदार है। उसका आरोप है कि मेड की नौकरी करने के चार महीने में ही रेवन्ना ने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया। पत्नी जब भी बाहर होतीं, रेवन्ना किसी न किसी बहाने मुझे कमरे में बुलाते और गलत तरीके से छूते।
वहीं, प्रज्वल का ऐसा खौफ था कि उनके आते ही हम स्टोर में छिप जाते थे। पीड़िता का आरोप है कि प्रज्वल उसकी बेटी को वीडियो कॉल कर अश्लील बात करता था। महिला ने अपने और परिवार की जान को खतरा भी बताया है।
पुलिस ने महिला की शिकायत पर धारा 354ए, 354डी, 506, 509 में केस दर्ज किया है। पीड़िता ने रेवन्ना और प्रज्वल पर 2019 से 2022 तक यौन शोषण करने का आरोप लगाया है।
प्रियंका गांधी ने X पर पोस्ट में लिखा- जिस नेता के कंधे पर हाथ रखकर PM फोटो खिंचवाते हैं। जिस नेता का चुनाव प्रचार करने 10 दिन पहले खुद जाते हैं। मंच पर उसकी तारीफ करते हैं। आज कर्नाटक का वह नेता देश से फरार है। उसके जघन्य अपराधों के बारे में सुनकर ही दिल दहल जाता है। सैकड़ों महिलाओं का जीवन जिसने तहस-नहस कर डाला। मोदी जी क्या अब भी आप चुप रहेंगे?
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बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला, CBI जांच पर SC की रोक
कोलकाता। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई जांच पर रोक लगा दी। कोर्ट ने पूछा है कि क्या 25 हजार नियुक्तियों में से सही तरीके से किए गए टीचर्स के अपॉइंटमेंट को अलग किया जा सकता है?
सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई 6 मई को करेगा। याचिका में कहा गया था कि हाईकोर्ट के उस आदेश पर रोक लगा दी जाए, जिसमें सभी नियुक्तियों को रद्द कर दिया गया है।
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि देखिए इसे किस तरह से किया गया है। ओएमआर शीट को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। जो लोग पैनल में नहीं थे, उन्हें रिक्रूट किया गया। यह फ्रॉड है।
वरिष्ठ वकील राकेश द्विवेदी ने हाईकोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सभी नियुक्तियों को खारिज कर दिया गया है, जबकि सीबीआई को अब तक जांच में सिर्फ 8000 नियुक्तियों में खामियां मिली हैं। स्कूल सर्विस कमीशन ने भी कहा कि जो नियुक्तियां सही तरह से हो सकती थीं, उन्हें अलग किया जा सकता था।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने 22 अप्रैल को 2016 में की गई 25 हजार 753 नियुक्तियों को रद्द कर दिया था।​ हाईकोर्ट ने इन शिक्षकों को 7-8 साल के दौरान मिली सैलरी 12% इंटरेस्ट के साथ लौटाने के निर्देश भी दिए हैं। इसके लिए कोर्ट ने 6 हफ्ते का समय दिया है।
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भीषण गर्मी से रामलला मंदिर में दो श्रद्धालुओं की मौत
अयोध्या। सोमवार को अयोध्या में भीषण गर्मी में रामलला का दर्शन करने आए दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। एक महिला दर्शन कर बाहर निकली और प्रसाद काउंटर के पास पहुंची ही थी, तभी बेहोश होकर गिर गई। दूसरा श्रद्धालु जयपुर से आया था, जिनकी मौत भी गिरकर बेहोश होने से हुई।मंदिर परिसर में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने दोनों को स्थानीय श्रीराम अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। दोनों की उम्र करीब 50 साल बताई जा रही है।
रेडियो अधिकारी अर्जुन यादव ने बताया कि महिला को बेहोशी की हालत में श्रीराम अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। महिला अकेले दर्शन करने आई थी। दर्शन कर निकलने के बाद घटना हुई। महिला की पहचान नहीं हो पाई है।
जयपुर के रहने वाले बाबूराम आज ही अयोध्या आए थे। पुलिस के अनुसार, रामलला के दर्शन करने के बाद बाहर निकल रहे थे, इसी दौरान बेहोश होकर मंदिर परिसर में गिर गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनको मृत घोषित कर दिया। बिना पोस्टमॉर्टम के ही उनके शव को परिवार वालों को सौंप दिया गया।