This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

EVM मेरे बाप की है...! BJP नेता के बेटे पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप, कांग्रेस बोली-चुनाव आयोग करे सख्त कार्रवाई

User Rating: 5 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Active
 

अहमदाबाद। गुजरात लोकसभा चुनावों की वोटिंग के बाद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दाहोद लोकसभा सीट में आने वाले महिसागर जिले में बीजेपी नेता के पुत्र पर ईवीएम मशीन को कैप्चर करने का आरोप लगा है। कांग्रेस की तरफ से इस मामले का खुलासा किए जाने और चुनाव आयोग में शिकायत के बाद हड़कंप मच गया है। बीजेपी नेता के पुत्र ने ईवीएम को कैप्चर करने के साथ उसे ऑनलाइन लाइव किया। इस दौरान उसने काफी अपशब्दों का भी प्रयोग किया। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है, तो वहीं दूसरी इस घटना के तूम पकड़ने के बाद संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार की तरफ से भी एक एफआईआर दर्ज कराई गई है। महिसागर जिले की कलेक्टर नेहा कुमारी ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
कांग्रेस का आरोप है कि महिसागर बीजेपी के नेता विजय भाभोर ने ईवीएम के साथ खिलवाड़ किया। इतना ही नहीं चुनाव आयोग को भी अपशब्द बोले। इसके साथ ही लाइव वीडियो टेलीकास्ट करके बूथ कैप्चचरिंग करके खुलेआम दादागिरी की। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है। इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाए। गुजरात कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता डॉ. मनीष दोशी ने सवाल उठाया है कि क्या इस तरह गुनाह करने की छूट आम लोगों को है। अगर नहीं तो फिर बीजेपी नेता के पुत्र के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। दोशी ने मांग की है कि चुनाव आयोग महिसागर जिले के संतरामपुर के बूथ संख्या 220 (परथमपुर) पर दोबारा से वोटिंग करवाए। वायरल वीडियो में आरोपी को यह कहते हुए ईवीएम बगैरह सब मेरे बाप की है।
संतरामपुर के बूथ संख्या से लाइव किए गए ईवीएम के वीडियो के बाद सवाल खड़ा हो रहा है कि ड्यूटी स्टॉफ उस वक्त या उसके बाद चुनाव आयोग से कोई शिकायत दर्ज क्यों नहीं कराई? यह भी सामने आया है कि पुलिस ने विजय भाभोर के खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया। बीजेपी ने दाहोद लोकसभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद जसवंत सिंह भाभोर को रिपीट किया था, तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व सांसद प्रभा किशेर तवियाड को मैदान में उतारा है। इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस की लोकसभा कैंडिडेट प्रभा तवियाड की तरफ से आयोग को शिकायत भेजी जा रही है।
दाहोद लोकसभा क्षेत्र में महिसागर जिले की संतरामपुर विधानसभा भी लगती है। इस सीट से कुबेर सिंह डिंडोर विधायक और राज्य सरकार में शिक्षा मंत्री हैं। उन्हीं के विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 220 परथमपुर की यह घटना बताई जा रही है। आरोपी विजय भाभोर की कई बड़े नेताओं के साथ भी तस्वीरें समाने आई है। इस मामले पर अभी बीजेपी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
------------------------------
पहले पढ़ा मंत्र, फिर शख्‍स ने जीभ काटकर भगवान को चढ़ा दी
दुर्ग। छत्‍तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक शख्‍स द्वारा भगवान शिव को जीभ काटकर अर्पित करने का आस्‍था या अंधविश्‍वास से जुड़ा मामला सामने आया है। एक 33 वर्षीय व्यक्ति ने भगवान को चढ़ाने के लिए अपनी जीभ काट दी। यह घटना आज सुबह अंजोरा पुलिस चौकी सीमा के अंतर्गत थनौद गांव में हुई है।
अंजोरा चौकी क्षेत्र के ग्राम थनौद में एक युवक ने अपनी जीभ काट दी। उसके जीभ काटने का स्पष्ट कारण तो नहीं पता चल सका है, लेकिन बताया जा रहा है कि उसकी दूसरी पत्नी मूक है। उसने अपनी पत्नी से अपनी समानता बनाने के लिए ऐसा किया है।
वहीं एक और कारण बताया जा रहा है कि वो शिव भक्त भी है और उसने आस्था के वशीभूत होकर ऐसा किया है। लेकिन, उसने जिस स्थान पर अपनी जीभ काटी, वो मंदिर नहीं है, बल्कि तालाब का किनारा है। इसलिए शिव भक्ति के चलते ऐसा करने की बात को ज्यादा बल नहीं मिल पा रहा है। फिलहाल घायल युवक जिला अस्पताल में भर्ती है।
जानकारी के अनुसार ग्राम थनौद निवासी राजेश्वर निषाद (37) ने बुधवार की सुबह करीब आठ बजे गांव के तालाब के किनारे जाकर पहले कुछ मंत्र पढ़ा फिर अपनी चाकू से जीभ काटकर तालाब किनारे के एक पत्थर पर रख दिया। तालाब किनारे उपस्थित लोगों ने उसे ऐसा करते देखा और फौरन अस्पताल ले गए।
बताया जा रहा है कि राजेश्वर निषाद की दूसरी पत्नी मूक है। वो अपनी दूसरी पत्नी को बहुत चाहता भी है। इसलिए उसने अपनी पत्नी से बराबरी करने के लिए ऐसा किया है। राजेश्वर निषाद की पहली पत्नी से उसका तलाक हो चुका है। वो वर्तमान में अपनी दूसरी पत्नी और एक बेटी के साथ ग्राम थनौद में रहता है। परिवार वाले भी इस घटना का स्पष्ट कारण नहीं बता पा रहे हैं।
----------------------------
झूठा मुकदमा दर्ज करने व मंथली मांगने पर एएसआई व कांस्टेबल सस्पेंड
अजमेर। अवैध रूप से शराब बेचने के आरोप में झूठा मुकदमा दर्ज करने व उक्त व्यक्ति से जबरन 5 हजार रुपए की मंथली देने का दबाव बनाने के आरोप में एसीबी मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई ने आरोपित एएसआई व कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया. जबकि मामले में ही एक और संदिग्ध आरोपित कांस्टेबल को तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया।
एसपी विश्नोई ने बताया कि गंज थाने की आनासागर पुलिस चौकी के तत्कालीन प्रभारी एएसआई बलदेव राम व कांस्टेबल शम्भूराम पर एसीबी के प्रकरण के परिवादी द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं. दोनों के खिलाफ एसीबी द्वारा वॉयस रिकॉर्डिंग के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
इसलिए दोनों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. जबकि मामले में ही कांस्टेबल नन्दकिशोर की भी भूमिका संदिग्ध मानी गई है. इसलिए उसे लाइन हाजिर कर दिया है. उन्होंने बताया कि इस बीच एएसआई व कांस्टेबल का मुख्यालय पुलिस लाइन अजमेर रहेगा.
यह है मामला-एसीबी को फॉयसागर रोड निवासी बंशीलाल ने रिपोर्ट दी थी कि वह वर्तमान में कपड़े की दुकान करता है. लेकिन 20 नवम्बर 2023 को एएसआई बलदेव, कांस्टेबल शंभूराम व नन्दकिशोर उसके घर पर आए. जहां से 6 बोतल बीयर मिली. लेकिन उन्होंने वहां से 30 बोतल बीयर बरामद होना बताते हुए आबकारी अधिनियम में झूठा मुकदमा दर्ज किया.
इस दौरान कांस्टेबल नन्दकिशोर ने मुकदमे से बचाने के लिए 5 हजार रुपए ले लिए और एएसआई बलदेव के लिए 5 हजार रुपए महिने मंथली की डिमाण्ड की. एसीबी ने वॉयस रिकॉर्डिंग के जरिए शिकायत का सत्यापन कराया. जिसमें उनकी बातचीत रिकॉर्ड हो गई. एसीबी ने ट्रेप के लिए जाल बिछाया लेकिन पहले दिन चौकी पर भीड़ होने के कारण ट्रेप फेल हो गया. जबकि दूसरे दिन एएसआई बलदेव का ट्रांसफर पुष्कर थाने में होने के कारण ट्रेप नहीं हो पाया था.