भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच भारतीय नौसेना अपनी युद्ध तैयारियों को लगातार पुख्ता करने में जुटी है। हाल ही में, भारतीय नौसेना ने कई महत्वपूर्ण मिसाइल टेस्टों को सफलतापूर्वक पूरा किया, जिसमें ब्रह्मोस लॉन्ग रेंज एंटी-शिप मिसाइल का परीक्षण भी शामिल है। यह परीक्षण भारतीय नौसेना की शक्ति और उसकी युद्ध क्षमता को दर्शाता है, साथ ही पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश भी भेजता है।
भारतीय नौसेना ने हाल ही में कई एंटी-शिप मिसाइल की सफलतापूर्वक टेस्टिंग की है। इन परीक्षणों के माध्यम से भारतीय नौसेना ने अपनी युद्धपोतों, हथियार प्रणालियों और मिसाइलों की लंबी दूरी तक सटीक हमले की क्षमता का परीक्षण किया। भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने अरब सागर में ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया, जो समुद्र में दुश्मन के जहाजों और ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम है।
नौसेना के एक अधिकारी ने इस परीक्षण के बारे में बताया, “हम किसी भी समय, कहीं भी और किसी भी स्थिति में अपने समुद्री हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
पाकिस्तान ने भारतीय नौसेना की संभावित कार्रवाई को लेकर अपनी चिंताओं का इजहार किया है और अरब सागर में अपनी नौसेना को अलर्ट कर दिया है। पाकिस्तान ने इस क्षेत्र को नो-फ्लाई जोन घोषित कर दिया है और लाइव-फायर अलर्ट जारी किया है। पाकिस्तान ने भारत द्वारा समुद्र में मिसाइल परीक्षण के बाद यह कदम उठाया है, जिससे भारत की तैयारियों के प्रति पाकिस्तान की चिंता साफ झलकती है।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की घोषणा की है और सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकल्प लिया है। इसके अलावा, भारतीय नौसेना भी अपनी युद्धक तैयारियों को सशक्त कर रही है, ताकि किसी भी स्थिति में समुद्री सीमाओं की रक्षा की जा सके।
ब्रह्मोस मिसाइल, जो भारत और रूस के संयुक्त प्रयास से विकसित की गई है, दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक मानी जाती है। यह मिसाइल 800 किलोमीटर से लेकर 900 किलोमीटर तक की दूरी तक दुश्मन के जहाजों और ठिकानों को निशाना बना सकती है। इस मिसाइल की मदद से भारतीय नौसेना अपने समुद्री क्षेत्र में किसी भी खतरे का मुकाबला कर सकती है।
भारतीय नौसेना ने इस परीक्षण के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। “हमारी नौसेना किसी भी समय, किसी भी जगह और किसी भी स्थिति में देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार है,” यह संदेश भारतीय नौसेना के प्रवक्ता द्वारा जारी किया गया है।
यह मिसाइल परीक्षण भारतीय नौसेना के आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। भारत ने अपनी सैन्य तैयारियों को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, और यह परीक्षण इस दिशा में एक मजबूत कदम है। भारतीय नौसेना अब पहले से कहीं अधिक सशक्त और रणनीतिक रूप से तैयार है, ताकि वह किसी भी स्थिति में देश की सुरक्षा सुनिश्चित कर सके।
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लव मैरिज से नाराज पिता ने बेटी-दामाद को मारी गोली, आरोपी CRPF का रिटायर्ड अधिकारी
जलगांव। महाराष्ट्र के जलगांव जिले से एक दर्दनाक ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। यहां लव मैरिज से नाराज एक पिता ने अपनी ही बेटी और दामाद पर शादी समारोह के दौरान फायरिंग कर दी। इस हमले में बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दामाद गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपी किरण मंगले CRPF का रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर है, जिसे घटना के बाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
घटना चोपड़ा शहर की है, जहां 26 अप्रैल की रात तृप्ति और अविनाश एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने पहुंचे थे। इसी दौरान किरण मंगले वहां हथियार लेकर आया और दोनों पर गोली चला दी। फायरिंग में तृप्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अविनाश गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना में एक अन्य महिला भी घायल हुई है। हमले के बाद शादी में मौजूद लोगों ने आरोपी को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। बाद में पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा।
बताया जा रहा है कि तृप्ति ने एक साल पहले अविनाश से प्रेम विवाह किया था। शादी के बाद दोनों पुणे में रह रहे थे। इस रिश्ते से नाराज पिता ने गुस्से में आकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। आरोपी किरण मंगले CRPF में सब-इंस्पेक्टर के पद से सेवानिवृत्त हो चुका है।
जलगांव जिले में ऑनर किलिंग की यह कोई पहली घटना नहीं है। इसी साल जनवरी में पिंपराला क्षेत्र में लव मैरिज के चार साल बाद एक युवक की चाकू से हत्या कर दी गई थी। युवक मुकेश शिरसाठ ने पूजा नाम की लड़की से परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी की थी। हमले में मुकेश की मौत हो गई थी और बीच-बचाव करने आए उसके परिवार के सदस्य भी घायल हुए थे। पत्नी पूजा ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
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पहलगाम आतंकी हमले पर विवादित टिप्पणी करने पर 28 गिरफ्तार, विधायक से लेकर पत्रकार और शिक्षक तक शामिल
नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले पर सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणियों को लेकर देशभर के सात राज्यों में बड़ी कार्रवाई हुई है। अब तक 28 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक विधायक, एक पत्रकार, एक वकील, दो रिटायर्ड शिक्षक और 23 छात्र शामिल हैं। गिरफ्तारियां उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम, मेघालय और त्रिपुरा में हुई हैं। सबसे ज्यादा 16 गिरफ्तारियां असम से हुई हैं।
पहली गिरफ्तारी 24 अप्रैल को असम से हुई, जहां विपक्षी पार्टी AIUDF के विधायक अमीनुल इस्लाम को गिरफ्तार किया गया। विधायक ने पहलगाम हमले और 2019 के पुलवामा हमले को सरकार की साजिश बताया था। पुलिस ने उन पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है। उन्हें 25 अप्रैल को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। विधायक की टिप्पणी के बाद राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई है।
मध्य प्रदेश के भोपाल में 25 अप्रैल को एक कॉलेज की गेस्ट लेक्चरर नसीम बानो को गिरफ्तार किया गया। उन पर आरोप है कि उन्होंने वॉट्सऐप पर पहलगाम हमले से जुड़ा विवादित वीडियो शेयर किया। लेक्चरर ने सफाई दी कि वीडियो गलती से स्टेटस पर लग गया था और उन्होंने इसे बनाया नहीं था। राज्य में इस मामले में अब तक चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। ABVP ने इस प्रकरण पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
असम में 25 अप्रैल को एक पत्रकार, एक वकील और कई छात्रों को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों पर सोशल मीडिया पर सरकार और देश विरोधी टिप्पणी करने का आरोप है। असम से कुल 16 गिरफ्तारियां हुई हैं, जो कि देशभर में सबसे ज्यादा है। वहीं त्रिपुरा में दो रिटायर्ड शिक्षकों समेत चार गिरफ्तारियां हुई हैं। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड से भी एक-एक गिरफ्तारी दर्ज की गई है।
किस राज्य से कितनी गिरफ्तारी
असम- 16
मध्य प्रदेश- 4
त्रिपुरा- 4
उत्तर प्रदेश- 1
छत्तीसगढ़- 1
झारखंड- 1
मेघालय- 1
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इन गिरफ्तारियों पर बयान देते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “हम सोशल मीडिया पर की गई हर टिप्पणी की जांच कर रहे हैं। जो भी राष्ट्रविरोधी गतिविधि में शामिल पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। भारत और पाकिस्तान दो अलग-अलग राष्ट्र हैं और हमेशा दुश्मन रहेंगे।”
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