मुरैना। जिले में हथियारों का शौक और सोशल मीडिया पर प्रदर्शन करते हुए कई वीडियो वायरल होते रहते हैं। इसी कड़ी में महुआ क्षेत्र में एक दुस्साहसी युवक ने कट्टे को लहराते हुए पुलिस की गाड़ी के सामने हथियार लहराते रील बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है।
दरअसल वायरल वीडियो में एक युवक थाना प्रभारी लिखी गाड़ी के आगे पहले हथियार लहराता है, फिर गाड़ी के चक्कर काटता और अंत में दबंगई के साथ थाने की सरकारी गाड़ी में बैठ भी जाता है। इस वीडियो के साथ दबंगई भरा गाना चलता है। छानबीन हुई तो पता चला, कि वीडियो में दिख रही गाड़ी मुरैना जिले के महुआ थाने की है। 16 मार्च को खुर्द गांव में दंगल प्रतियोगिता थी। जिस जगह दंगल था, वहां तक गाड़ी के पहुंचने का रास्ता नहीं था। दंगल स्थल से दूर बीहड़ जैसे क्षेत्र में पुलिसकर्मी गाड़ी को रख गए थे। इसी दौरान एक युवक ने मौके का फायदा उठाकर कट्टा लहराते हुए व थाना प्रभारी की गाड़ी के साथ रील बना लिया। इसके बाद वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया। महुआ थाना पुलिस मामले की जांच कर आरोपी की तलाश में जुट गई है।
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सब इंजीनियर की करतूत: हिंदू-देवी देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट किया शेयर, FIR दर्ज
दतिया। मध्य प्रदेश के दतिया में बिजली विभाग के सब इंजीनियर ने हिंदू देवी-देवताओं से जुड़े आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया में शेयर किया है। जिसके बाद लोगों में काफी आक्रोश है। भावनाएं आहत करने के आरोप में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है।
दरअसल, भांडेर तहसील के विद्युत विभाग में पदस्थ महेश गौतम ने अपने सोशल मीडिया पर हिंदू देवी-देवताओं के कई वीडियो-फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। पोस्ट में भगवान को लेकर कई अभद्र टिप्पणी कही गई है। जिसे वह लगातार अपने फेसबुक पर शेयर कर रहा था। एक शख्स ने इसका वीडियो बनाकर पुलिस में शिकायत कर दी और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
ADSP सुनील शिवहरे ने इस मामले में जल्द कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने कहा, सोशल मीडिया ओर कुछ फोटो और वीडियो शेयर किया गया है जिसमें भगवान को लेकर कई अभद्र टिप्पणियां भी की है। इसके संबंध में एफआईआर दर्ज की गई है। आगे जो भी वैधानिक कार्रवाई है वह की जाएगी।
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जेठ बना जानवर: खेत में जेठ ने अपनी बहू पर फावड़े से हमला कर दिया
खातेगांव, (देवास)। मध्य प्रदेश में सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लाख दावे करती हो। लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने शासन-प्रशासन के सारे दावों की धज्जियां उड़ाकर रख दी। दरअसल, देवास में एक जुल्मी जेठ ने मामूली सी बात पर अपने छोटे भाई की पत्नी को बेरहमी से पीट दिया। शख्स हैवान बनकर उस पर टूट पड़ा और इतना मारा कि उसकी हड्डियां तक टूट गई। जिसके बाद घायल महिला को अस्पताल में भर्ती करना पड़ गया।
पूरा मामला खातेगांव थाना क्षेत्र के संदलपुर का है। बताया जा रहा है कि खेत में पानी देने को लेकर एक जेठ ने अपनी बहू पर फावड़े से हमला कर दिया। शनिवार सुबह की इस घटना में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना का वीडियो देर रात सामने आया है।
घटना के समय सुनीता गुर्जर अपने बेटे सचिन के साथ खेत में काम कर रही थी। उनके जेठ कैलाश गुर्जर भी पास के खेत में थे। सुनीता ने कैलाश को समझाया कि दोनों खेतों के बीच एक ही मोटर है, इसलिए बारी-बारी से पानी का उपयोग कर सकते हैं। इस बात पर कैलाश ने पहले गालियां दीं और फिर फावड़े से हमला कर दिया।
हमले में सुनीता के हाथ की हड्डियां टूट गईं। उनके सिर, पीठ और पेट में भी गंभीर चोटें आईं। बचाव में आए बेटे सचिन को भी कैलाश ने थप्पड़ मारे और उसे पीठ और हाथ में चोटें आईं। आरोपी ने धमकी दी कि अगर दोबारा पानी को लेकर बात की तो जान से मार देगा।
स्थानीय लोगों ने घायल सुनीता को पहले खातेगांव सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हरदा रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने हाथ का ऑपरेशन करने की सलाह दी है। फिलहाल मामले में खातेगांव थाना क्षेत्र पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार पीड़ित पक्ष के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है। पीड़ित महिला और लड़के के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
भोपाल। करोंद स्थित पीले क्वार्टर इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां कूड़े के ढेर में एक नवजात शिशु बोरी में बंद मिला। शनिवार देर रात एक टैक्सी चालक ने बच्चे की रोने की आवाज सुनी और उसे तुरंत बचाया। टैक्सी चालक मुश्ताक खान जब गाड़ी रोककर टॉयलेट के लिए रुके, तो उन्हें एक बोरी में हलचल महसूस हुई। शक होने पर उन्होंने जब बोरी खोली, तो उसमें एक नवजात बच्चा मिला। बिना देर किए उन्होंने निशातपुरा पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया।
पुलिस अधिकारी आरपी भारती ने बताया कि नवजात के शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। हालांकि, घटना स्थल के आसपास कोई CCTV कैमरा नहीं है, जिससे बच्चे को वहां छोड़ने वाले का पता लगाना मुश्किल हो रहा है। अब पुलिस आसपास के रास्तों के फुटेज खंगाल रही है।
बच्चे को कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। डिस्चार्ज होने के बाद उसे बाल कल्याण समिति (CWC) को सौंप दिया जाएगा। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।
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13 साल के छात्र ने किया सुसाइड, जातिगत अपमान का आरोप, लात-घूंसों और जूतों से की थी मारपीट
छतरपुर। में एक 13 वर्षीय छात्र ने सुसाइड कर लिया। परिवार का आरोप है कि गांव के ही किराना दुकानदार ने उसका जातिगत अपमान किया था। इसके बाद परिवार ने भीम आर्मी के साथ मिलकर आरोपी की गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया, साथ ही सीएसपी को ज्ञापन भी सौंपा।
पीड़ित के पिता किशोरा अहिरवार ने बताया कि उनका बेटा अंशु अहिरवार शनिवार दोपहर को किराना दुकान पर सामान लेने गया था। दुकान में उसने सामान छुआ तो दुकानदार राम शुक्ला ने जातिसूचक गालियां दीं। दुकान का गेट बंद कर उसके साथ लात-घूंसों और जूतों से मारपीट की।
किशोरा अहिरवार ने कहा कि अंशु ने घर आकर छोटे भाई अमित और रामरतन को घटना की जानकारी दी। इसके बाद कमरे में जाकर फांसी लगा ली। परिवार ने आरोप लगाया है कि दुकानदार ने उनके बेटे का जातिगत अपमान किया था, जिसके कारण उसने सुसाइड कर लिया।
आज सुबह अंशु के परिजन और भीम आर्मी के सदस्य शव को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां दोबारा पोस्टमॉर्टम की मांग की। फिर छत्रसाल चौराहे पर इकट्ठा होकर प्रदर्शन करने लगे।
मामले की जानकारी लगने के बाद सीएसपी अमन मिश्रा मौके पर पहुंचे। परिजन को कार्रवाई का आश्वासन देकर प्रदर्शन शांत कराया। सीएसपी मिश्रा ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। परिजन के बयान लिए जा रहे हैं। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
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एमपी में पुलिस पर फिर हमला, पुलिस ने भागकर बचाई जान, SI गंभीर घायल
सीहोर मध्यप्रदेश में एक बार फिर पुलिस टीम पर हमला हुआ है। इस बार मामला सीहोर जिले का है जहां इछावर तहसील के एक गांव में पुलिस टीम विवाद की सूचना पर पहुंची थी। पुलिस के पहुंचते ही लोगों ने पुलिस टीम को घेर लिया और हमला कर दिया। हमले में SI गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों को मौके से भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।
घटना इछावर तहसील के खेरी गांव की है जहां के रहने वाले कमलेश नाम के युवक ने कुछ दिन पहले गेरूखान गांव की रहने वाली एक युवती से कोर्ट मैरिज की थी और उसे अपने साथ खेरी गांव ले गया था। युवती के परिजन को जब इस बात की जानकारी लगी तो वो इकहट्ठे होकर खेरी गांव पहुंच गए और कमलेश के घर पर हमला बोल दिया। कमलेश के घर पर कोई नहीं था इसी कारण युवती के परिजन घर में तोड़फोड़ कर रहे थे जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी थी।
विवाद की सूचना मिलते ही एसआई रामनारायण धुर्वे दो आरक्षकों के साथ मौके पर पहुंचे तो आरोपी हेमराज, विशाल, गजराज, राहुल और भूरा ने पुलिस पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। जिससे एसआई गंभीर रूप से घायल हो गए। बाकी जवानों ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई। घायल एसआई को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फिलहाल सबी आरोपी फरार हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
नई दिल्ली। दिल्ली के 30 तुगलक रोड स्थित जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास के बाहर 500 रुपये का जला नोट मिला है. रविवार को जब एनडीएमसी कर्मचारी सफाई करने पहुंचे तो उन्हें कागज के कुछ जले टुकड़े दिखे. कथित तौर पर इसे उठाया तो पता चला ये 500 रुपये का जला हुआ नोट है. पुलिस और जांच एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं, जिसमें जला हुआ नोट और अन्य सामान भी शामिल हैं. जस्टिस वर्मा का आवास 30 तुगलक रोड पर स्थित है, जो एक प्रमुख सरकारी आवास है।
इससे पहले शनिवार को सुप्रीम कोर्ट ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक वीडियो जारी किया था जिसमें जस्टिस वर्मा के आवास से जले हुए नोटों की गड्डियां दिख रही थीं. इसके बाद आरोपों की जांच के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया।
इस समिति में हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस जी.एस. संधवालिया, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू और कर्नाटक हाई कोर्ट की जज अनु शिवरामन शामिल होंगी. इसके अलावा, जस्टिस यशवंत वर्मा को फिलहाल कोई न्यायिक काम नहीं सौंपने का आदेश दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट की ओर से शनिवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, भारत के मुख्य न्यायाधीश ने दिल्ली उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ आरोपों की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है, जिसमें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति शील नागू, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी.एस. संधवालिया और कर्नाटक उच्च न्यायालय की न्यायाधीश अनु शिवरामन शामिल हैं.
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को फिलहाल न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को कोई न्यायिक कार्य नहीं सौंपने के लिए कहा गया है. दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट, न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा का जवाब और अन्य दस्तावेज सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड किए जा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि दिल्ली हाई कोर्ट के जज न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के आवासीय बंगले में आग लगने से एक बड़ा खुलासा हुआ था. कथित तौर पर उनके घर से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी. इस घटना ने न्यायिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया था. इसने सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम को भी तत्काल कदम उठाने पर मजबूर कर दिया.
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पेपर लीक के कारण असम बोर्ड ने रद्द की 11वीं कक्षा की सभी परीक्षाएं, 24 से 29 मार्च तक होने थे एग्जाम
दिसपुर। असम राज्य में बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक होने की खबर सामने आई है। इस घटना के बाद असम राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड (ASSEB) ने 11वीं कक्षा की सभी विषयों की परीक्षा रद्द कर दी है। 24 से 29 मार्च तक आयोजित होने वाली इन परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया, जिनमें कुल 36 विषय शामिल थे।
असम के शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने जानकारी दी कि राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर प्रश्न पत्र लीक होने की खबरों के बाद यह फैसला लिया गया है। यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी 21 मार्च 2025 को असम राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड (ASSEB) की 11वीं कक्षा की गणित परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, जिसके कारण परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी।
शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “एक्स” पर एक पोस्ट में कहा, “प्रश्न पत्र लीक और परीक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन की खबरों के कारण, एचएस प्रथम वर्ष परीक्षा 2025 (24-29 मार्च से निर्धारित) के शेष विषयों की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं।” मंत्री ने बताया कि परीक्षाओं के नए कार्यक्रम को लेकर सोमवार को बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
एक अन्य पोस्ट में मंत्री ने बताया कि गणित का पेपर इसलिए लीक हुआ क्योंकि राज्यभर में तीन सरकारी संस्थानों सहित 18 स्कूलों ने निर्धारित परीक्षा से एक दिन पहले सुरक्षा सील तोड़ दी थी। इस मामले में असम राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड (एएसएसईबी) ने 10 जिलों के 15 निजी स्कूलों की संबद्धता निलंबित कर दी है।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नियमों का उल्लंघन करने वाले तीन अन्य स्कूलों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाएगी और इन स्कूलों को 2025-26 शैक्षणिक वर्ष के लिए कक्षा 11 के छात्रों को प्रवेश देने से रोक दिया गया है।
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जामा मस्जिद के सदर जफर अली गिरफ्तार, 24 नवंबर की हिंसा को लेकर होगी पूछताछ, शहर में बढ़ाई गई सुरक्षा
संभल। जिले के कोतवाली पुलिस ने जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली को 24 नवंबर को हुए बवाल में उनकी कथित भूमिका के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि जफर अली ने उस दिन भड़काऊ बयान दिया था, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। एसआईटी की जांच में तथ्य सामने आने के बाद उनकी गिरफ्तारी की गई है।
जफर अली की गिरफ्तारी के बाद शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। एएसपी श्रीशचंद ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस, पीएसी और आरआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है, जबकि अधिकारी फ्लैग मार्च भी कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं।
जफर अली के भाई, ताहिर अली ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके भाई को न्यायिक जांच आयोग के सामने बयान दर्ज कराने थे, लेकिन पुलिस ने सुनियोजित तरीके से गिरफ्तारी की है। ताहिर ने यह भी दावा किया कि जफर अली ने आयोग को बताया था कि गोली पुलिस ने चलाई थी, जिससे पांच लोगों की मौत हुई थी। इसी बयान को दर्ज कराने से पहले ही उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि ये पहले हरिहर मंदिर था, जिसे बाबर ने 1529 में तुड़वाकर मस्जिद बनवा दिया। इसे लेकर 19 नवंबर 2024 को संभल कोर्ट में याचिका दायर हुई। उसी दिन सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह ने मस्जिद के अंदर सर्वे करने का आदेश दिया।
कोर्ट ने रमेश सिंह राघव को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया। उसी दिन शाम को चार बजे सर्वे के लिए टीम मस्जिद पहुंच गई। 2 घंटे सर्वे किया। हालांकि, उस दिन सर्वे पूरा नहीं हुआ। इसके बाद 24 नवंबर को सर्वे की टीम जामा मस्जिद पहुंची। मस्जिद के अंदर सर्वे हो रहा था। इसी दौरान भारी संख्या में लोग जुट गए। भीड़ ने पुलिस की टीम पर पत्थर फेंके। इसके बाद हिंसा भड़क गई। इसमें गोली लगने से 4 लोगों की मौत हो गई थी।
मंदसौर। यह अजब-गजब मामला मध्य प्रदेश से सामने आया है। जहां एक महिला की मौत होने के बाद उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन वहीं महिला डेढ़ साल बाद परिवारवालों के सामने आ पहुंची। जिसे देख सब हक्के बक्के रह गए। हैरानी की बात तो यह कि, इसी महिला की हत्या के मामले में चार लोग जेल में बंद हैं।
मामला मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के गांधीसागर थाना क्षेत्र के नावली गांव का है। जहां 18 महीने के बाद बांछड़ा समुदाय की ललिता बाई अपने घर पहुंची। अब थोड़ा वक्त को पीछे करते हैं और जानते हैं आखिर माजरा क्या था। दरअसल, 18 महीने पहले गुमशुदा ललिता के घर वालों को मध्यप्रदेश के ही थांदला थाना से पुलिस की मदद से उसकी डेड बॉडी मिली थी। जिसका अंतिम संस्कार करने के बाद सारी रस्में पूरी की गई। डेढ़ साल से पूरा परिवार और ललिता के दो मासूम बच्चे यही मान रहे थे कि अब वह इस दुनिया में नहीं है। लेकिन आज जब वह अचानक से बच्चों और परिवार के सामने पहुंची तो सब दंग रह गए।
गांव पहुंची महिला ललिता ने बताया कि, वह मरी नहीं है, जिंदा है! जबकि घर में लगी उसकी तस्वीर पर माला चढ़ी है। महिला गांधीसागर थाने भी पहुंची और यहां भी उसने पुलिस को बयान दिया कि वह जिंदा है, और उसे डेढ़ साल पहले शाहरुख नाम का युवक भानपुरा लेकर गया था। जिसके बाद यहां उसे 5 लाख रुपए में बेचा गया। फिर शाहरुख उसे राजस्थान के कोटा लेकर गया, यहां करीब डेढ़ साल तक वह उसके साथ रही। लेकिन मौका पाकर वहां से भाग निकली और अब गांव पहुंची। जब मृतक ललिता घर पहुंची तो परिवार वाले दंग रह गए और सोचने लगे कि यह कैसे हो सकता है। लेकिन ललिता ने खुद कहा कि वह जिंदा है और उसके साथ यह घटनाक्रम हुआ था। उसके बाद परिजन और ललिता थाने पहुंचे और आप बीती बताई।
दिलचस्प बात यह है कि अपनी गुमशुदा बेटी की तलाश में भटक रहे पिता रमेश को विगत 9 सितंबर 2023 को एक वीडियो के माध्यम से पता चला था कि उनकी बेटी की डेड बॉडी मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के थांदला में मिली है। जब वह वहां पहुंचे थे तो काफी हद तक वह ललिता से मिली जुली दिखी। इसके बाद वे उस शव को गांव ले आए। फिर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं महिला की हत्या के आरोप में भानपुरा के इमरान, शाहरुख, सोनू और एजाज इन चार युवकों को थांदला पुलिस ने आरोपी बनाकर जेल भेज दिया था। जिसके बाद से अब तक आरोपी जेल में महिला की हत्या के मामले में सजा काट रहे हैं।
लेकिन अब हत्या की मिस्ट्री पूरी तरह बदल गई है, गांधी सागर पुलिस ने भी पूरे मामले की जांच कराई और महिला के बयान के बाद गांव पहुंचकर पूरी तफ्तीश की। अब यह साफ हो चुका है कि ललिता की हत्या नहीं हुई थी बल्कि वह जिंदा है। ऐसे में सवाल यही है कि पुलिस से भला इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई? महिला की मौत के मामले में चार बेगुनाहों को जेल की सलाखों में रहने पड़ा। खास बात जिस शव का अंतिम संस्कार किया गया, वे किसका था? इस तरह कई सवालों के पीछे पुलिस खड़ी है।
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50000 रूपये रिश्वत मांग रहा था हेड कॉन्स्टेबल, लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई
धार । मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ रही है लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोर बाज आते नजर नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के धार जिले का है जहां एक हेड कॉन्स्टेबल और उसके सहयोगी को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने रंगेहाथों पकड़ा है।
धार जिले के राजौंद पुलिस थाने के हेड कॉन्स्टेबल बनेसिंह परमार और उसके सहयोगी भारत डामर को इंदौर लोकायुक्त की टीम ने शुक्रवार को 22 हजार 500 रूपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। रिश्वतखोर हेड कॉन्स्टेबल बनेसिंह ने सरदापुर तहसील के झिंझापाड़ा गांव के रहने वाले नानूराम ओसारी नाम के शख्स से केस से नाम हटाने के एवज में 50 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की थी। जिसकी शिकायत फरियादी नानूराम ने इंदौर लोकायुक्त कार्यालय में की थी।
लोकायुक्त ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर रिश्वत की पहली किस्त 22 हजार 500 रूपये लेकर फरियादी नानूराम को रिश्वतखोर प्रधान आरक्षक बनेसिंह के पास भेजा। बनेसिंह ने खुद रिश्वत न लेते हुए अपने सहयोगी भारत डामर को रिश्वत के पैसे लेने के लिए भेजा जिसे रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त ने प्रधान आरक्षक बने सिंह व उसके सहयोगी भारत डामर दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की है।
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बीजेपी नेता की गिरफ्तारी की मांग: सड़क पर उतरा आदिवासी समाज, महिला से की थी अश्लील बातें
नरसिंहपुर। भाजपा नेता व नगर परिषद तेंदूखेड़ा के पार्षद संतोष पटेल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के लोगों ने आज तेंदूखेड़ा में रैली निकालते हुए मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। आदिवासियों का कहना है कि उनकी समाज की राजघराने की बहू से बीजेपी नेता संतोष पटेल ने फोन पर 3 मार्च 2025 की रात को अश्लील बातें की थी। इसकी शिकायत पीड़िता ने तेंदूखेड़ा थाने में की थी। पीड़िता की शिकायत पर संतोष पटेल पर मामला दर्ज कर दिया गया था और भाजपा ने उन्हें जिला उपाध्यक्ष के पद से अलग भी कर दिया था।
वहीं अब संतोष पटेल की गिरफ्तारी को लेकर आदिवासी समाज आक्रोशित है, और आज मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देते हुए चेतावनी दी है। अगर तीन दिन के अंदर पुलिस ने संतोष पटेल को गिरफ्तार करते हुए मामले में निष्पक्ष न्याय नहीं किया, तो आंदोलन उग्र होगा। इतना ही नही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि संतोष पटेल की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आदिवासी समाज की महिलाएं बीजेपी नेता के घर का भी घेराव करेगी।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष शांतिराज ने कहा कि हमारे राजा महाराजाओं की बहू बेटी हमारे राजघराने की बेटी को बीजेपी नेता ने गंदे शब्दों से संबोधित किया है। अगर तीन दिन के अंदर संतोष पटेल की गिरफ्तारी नहीं होती है, तो मातृशक्ति उनके घर का घेराव करेगी।
उज्जैन। बिजली विभाग अब बकायादारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। विभाग की टीम ने शुक्रवार को घट्टिया सहित विभिन्न इलाकों में बकाया बिजली बिलों का भुगतान न करने वालों के घर से सामान जब्त किया है। इस दौरान 330 लोगों पर कार्रवाई की गई है और अब तक करीब 80 लाख रुपए की वसूली की जा चुकी है। विभाग की कार्रवाई अब भी जारी है और आगामी दिनों में 240 गांवों में भी इस तरह की सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिजली विभाग ने एक माह में अब तक 330 बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई की है। इन पर बकाया बिलों का भुगतान न करने पर उनके घर से मोटरसाइकिल, टीवी, फ्रीज और अन्य महंगे सामान जब्त किए गए हैं। मार्च माह में अकेले 80 लाख रुपए की वसूली की जा चुकी है। कार्यपालन यंत्री अमरीश सेठ ने कहा कि बकायादारों से लगातार कार्रवाई की जा रही है और यह प्रक्रिया जारी रहेगी।
उज्जैन के ग्रामीण इलाकों में कई वर्षों से बकाया बिलों का दबाव बना हुआ है। विभाग ने 1567 बकायादारों पर 9 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया निकाला है। अमरीश सेठ ने बताया कि इन उपभोक्ताओं को कई बार नोटिस दिए गए थे, लेकिन बिल का भुगतान नहीं किया गया। अब उन पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
बकायादारों के घर से सामान जब्त करने के बाद कई उपभोक्ताओं ने मौके पर ही भुगतान किया। जैसे रतन थावर, जिन पर 26,825 रुपए का बकाया था, उन्होनें वाहन जब्त होने पर तुरंत 12,000 रुपये जमा किए। इसी तरह, प्रेम भंवरलाल अंबोदिया पर 24,890 रुपए का बिल बकाया था, उनकी कम्प्रेशर मशीन जब्त की गई। इसके बाद उन्होंने मौके पर 15,000 रुपए जमा किए।
बिजली विभाग की कार्रवाई में तेजी आई है और आने वाले दिनों में 240 गांवों में भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि जिन पर कई सालों से बकाया है, उनसे वसूली की जाएगी। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की सख्त कार्रवाई से बिजली बिलों की वसूली में सुधार होगा।
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पुलिस पर पथराव, कई पुलिसकर्मी घायल, गोलीकांड के आरोपियों की तलाश में गई थी टीम
शहडोल। जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात को पुलिस टीम पर पथराव किया गया, जिसमें महिला कॉन्स्टेबल समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस टीम उस इलाके में सराफा व्यापारियों पर हुए गोलीकांड में इस्तेमाल किए गए वाहन की तलाश में गई थी, लेकिन वहां मौजूद लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। इस हमले के बाद पुलिस ने 18 नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार राज्यों की पुलिस जुटी हुई है।
बुढ़ार पुलिस और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम ने शुक्रवार रात करीब 11 बजे ईरानी मोहल्ला में छापेमारी की थी, जहां उन्हें सूचना मिली थी कि गोलीकांड में इस्तेमाल किया गया वाहन वहां देखा गया है। पुलिस की टीम जैसे ही मौके पर पहुंची, रास्ता संकरा होने के कारण पुलिस की गाड़ी वहां नहीं जा पाई। इसके बाद, यूपी की महराजगंज पुलिस भी लूट के आरोपी यूसुफ अली को गिरफ्तार करने के लिए बुढ़ार पुलिस के साथ मौजूद थी। इस बीच, मोहल्ले में तनाव बढ़ गया, और पुलिसकर्मी जब फिरोज अली जाफरी से बाइक के बारे में पूछताछ करने गए, तो उन्होंने गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। फिरोज और अन्य मोहल्ले वाले पुलिसकर्मियों से उलझ पड़े और कुछ ही समय में पथराव शुरू कर दिया। इस हमले में महिला कॉन्स्टेबल सरिता, कॉन्स्टेबल आशीष तिवारी और एक अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। साथ ही, पुलिस वाहन में भी तोड़फोड़ की गई।
पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है, जिसमें फिरोज अली जाफरी समेत 18 अन्य नामजद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इनमें कशिश, सूफिया, गुल हसन, सितारा, निगार सुलताना, रेशमा, खुशरुबा बेगम और अन्य शामिल हैं। शहडोल के एसडीओपी अभिषेक दीवान ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए चार राज्यों की पुलिस सक्रिय रूप से काम कर रही है।
पुलिस के अनुसार, इस घटना के बाद यूपी पुलिस और छत्तीसगढ़ पुलिस भी बुढ़ार थाना क्षेत्र में पहुंची। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में 65 लाख रुपये के जेवरात लूट के मामले में तौहीद अली नामक आरोपी फरार है, जो ईरानी मोहल्ले का निवासी है। बिलासपुर पुलिस इस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए बुढ़ार आई थी। इसके अलावा, राजस्थान पुलिस भी बुढ़ार पुलिस के संपर्क में है क्योंकि इन आरोपियों पर राजस्थान में भी अपराध किए जाने का आरोप है।
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तेज आंधी-तूफान और ओलावृष्टि का कहर, मकान गिरे, फसलें तबाह
सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात कुसमी तहसील क्षेत्र में तेज आंधी-तूफान बारिश और ओलावृष्टि ने भारी तबाही मचाई, इस भीषण प्राकृतिक आपदा में कई लोगों के घर जमींदोज हो गए, वहीं किसानों की फसलें भी बर्बाद हो गईं, इस दौरान ग्राम कोडार के राजकुमार अगरिया पिता गुलाब अगरिया का मकान गिर गया, जिससे पूरा परिवार संकट में आ गया, इसी तरह, रामजी साहू पिता रामेश्वर साहू, ग्राम कुसमी में भी आंधी के कारण बड़ा पेड़ गिरने से भारी नुकसान हुआ.
घटना के दौरान प्रभावित परिवार घर के अंदर सो रहे थे,लेकिन गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, वहीं, अखंड पाठक (देवार्थ नौढिय़ा) और रामजी साहू सहित कई अन्य लोगों के घरों को भी तेज हवा और भारी बारिश ने नुकसान पहुंचाया है. तेज हवाओं के साथ आई ओलावृष्टि ने फसलों को भी बुरी तरह तबाह कर दिया है, जिससे किसान मायूस हैं.
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि ऐसी तेज आंधी-तूफान और ओलावृष्टि बहुत कम देखने को मिलती है, जिससे अचानक हुए इस प्राकृतिक प्रकोप ने लोगों को भयभीत कर दिया, किसानों की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है, क्योंकि पहले ही आर्थिक संकट से जूझ रहे किसान अब फसल बर्बाद होने के कारण और अधिक परेशान हो गए हैं.
प्रशासन की ओर से प्रभावित परिवारों को त्वरित राहत देने के प्रयास किए जा रहे हैं, मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. कुसमी क्षेत्र में तेज तूफान बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. प्रभावित किसानों और मकान मालिकों को उचित मुआवजा दिलाने के लिए पटवारी से रिपोर्ट मंगवाई गई है. शासन से मिलने वाली क्षतिपूर्ति राशि जल्द ही पात्र लोगों को प्रदान की जाएगी.
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24 March 2025

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