


भोपाल। राजधानी के हमीदिया अस्पताल में बुधवार तड़के दो नवजात शिशुओं के अधजले शव मिलने से पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। इस सनसनीखेज घटना ने अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों के अनुसार, पुरानी पानी की टंकी को लंबे समय से डस्टबिन की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसमें आग लगने के बाद शवों का पता चला। पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
सुबह कचरे में लगी आग को बुझाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने फायर ब्रिगेड को बुलाया। आग काबू में आने के बाद जब टंकी की जांच की गई, तो दो नवजात बच्चों के जले हुए शव दिखाई दिए। शवों पर जली हुई पन्नी और प्लास्टिक चिपकी मिली, जिससे संकेत मिलता है कि बच्चों को किसी तरह लपेटकर टंकी में फेंका गया था। पुलिस को घटना की जानकारी दोपहर करीब दो बजे दी गई।
पुलिस के अनुसार, एक नवजात लगभग 90% जला हुआ था, जबकि दूसरे का शरीर आंशिक रूप से जला मिला। पंचनामा कार्रवाई के बाद दोनों शव मॉर्चुरी भेजे गए। पांच डॉक्टरों की टीम पोस्टमॉर्टम कर रही है, जिससे यह स्पष्ट होगा कि नवजात पहले से मृत थे या आग में ही उनकी मृत्यु हुई।
टंकी से निकाले गए कचरे में अस्पताल में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक बेडशीट भी मिली। इससे पुलिस का मानना है कि, नवजातों को बेडशीट और पन्नी में लपेटकर फेंका गया और बाद में आग लगा दी गई। पुलिस ने डीएनए सैंपल सुरक्षित रखने और संबंधित रिकॉर्ड खंगालने के निर्देश दिए हैं।
टीआई केजी शुक्ला ने बताया कि, मॉर्चुरी के पास स्थित यह पुरानी टंकी लंबे समय से कचरे के लिए इस्तेमाल होती रही है। अस्पताल में बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था ठीक से नहीं थी और मॉर्चुरी के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की क्वालिटी भी खराब थी। फुटेज अस्पष्ट होने की वजह से घटना का तुरंत पता नहीं चल सका।
----------------------------
धोखाधड़ी केस में भाजपा के बड़े नेता गिरफ्तार, दो साथी भी पकड़े गए
भोपाल। मध्य प्रदेश के सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी में पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के पद पर रहे भगत सिंह कुशवाहा को राजधानी भोपाल में गिरफ्तार किया गया है। बीते दिनों शहर के टीटी नगर थाने में दर्ज किए गए धोखाधड़ी के एक केस में उनकी गिरफ्तारी की गई है। आपको बता दें कि, भगत सिंह के साथ दो अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने अरेस्ट किया है।
दरअसल टीटी नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले अंजलि कॉम्प्लेक्स में स्थित कुशवाहा भवन को हड़पने के लिए कूटरचित दस्तावेज बनाए गए थे। इन्हीं के आधार पर 15 साल से कुशवाहा भवन पर कब्जा कर ऑफिस के साथ-साथ गर्ल्स हॉस्टल चला रहा था। मामले को लेकर एसीपी अंकिता खातेकर ने बताया कि, साल 2022 में भगत सिंह कुशवाह के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत मिली थी। दो साल मामले की जांच चलने के बाद 2024 में एफआईआर दर्ज की गई। इसी के बाद से पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी।
इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल भानपुर के बेटे सीताराम कुशवाहा और मोहन कुशवाहा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर कुशवाहा समाज को आवंटित भवन पर कब्जा जमाकर उसे निजी संपत्ति की तरह इस्तेमाल कर रहे थे।
--------------------------------
लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाईः अपर कलेक्टर का स्टेनो रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
शिवपुरी। मध्यप्रदेश में भ्रष्ट सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है। इसके बाद बी रिशिवतखोरी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। ताजा मामला प्रदेश के शिवपुरी जिले का है, जहां अपर कलेक्टर के स्टेनो को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने 5 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। समाचार के लिखे जाने तक आरोपी के खिलाफ कार्रवाई जारी थी।
दरअसल अपर कलेक्टर दिनेशचंद्र शुक्ला का स्टेनो मोनू शर्मा को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी कलेक्ट्रेट में अपर कलेक्टर कार्यालय में रिश्वत ले रहा था। उन्होंने जमीन के मामले में फरियादी से 15 हजार की रिश्वत मांगी थी। आरोपी गिरश्वत की पहली किस्त लेते लोकायुक्त के हत्थे चढ़ गया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार के विभिन्न अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
भोपाल. एमपी की राजधानी भोपाल में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने बैंक ऑफ इंडिया जोन के दो कर्मचारियों व पांच खाताधारकों द्वारा किए गए संगठित बैंक धोखाधड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज की है. यह धोखाधड़ी बैंक की कैटेगराइज्ड मार्केट ब्रांच, हमीदिया रोड, एमपी नगर, भेल एरिया, प्रोफेसर्स कॉलोनी, सैफिया कॉलेज सहित कुल सात से अधिक शाखाओं में वर्षों तक संचालित की जाती रही. इनके द्वारा 227 बचत खातों से लगभग 44.11 लाख की राशि निकाली गई है.
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि बैंक के दो कर्मचारियों ने पांच खाताधारकों की मिलीभगत से उन बचत खातों को निशाना बनाया जिनमें शासन की सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं राहत राशि जमा होती थी. आरोपी कर्मचारियों ने फिनैकल प्रणाली में अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर इन निष्क्रिय खातों को अवैध रूप से एक्टिव किया. जमा राशि को अपने परिचितों के खातों में स्थानांतरित किया तथा एटीएम कार्डों के माध्यम से नकद निकासी कर अवैध धनराशि को अपने बीच बांटते रहे.
शिकायत के अनुसार बैंक कर्मचारी दीपक जैन विशेष सहायक तथा अजय सिंह परिहार स्टाफ क्लर्क ने अपनी पदस्थापना का दुरुपयोग करते हुए सुनियोजित तरीके से इन खातों को फिनैकल सिस्टम की प्क् के दुरुपयोग कर बड़ी मात्रा में राशि का गबन किया. बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेज, ट्रांजैक्शन विवरण, विजिलेंस रिपोर्ट, विभागीय कार्रवाई और प्रारंभिक जांच में यह भी पाया गया कि यह धोखाधड़ी तीन वर्षों से अधिक समय तक कई शाखाओं में लगातार चलती रही. बैंक की शिकायत पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने जांच कीए शिकायत जांच में आरोप प्रथम दृष्टया सत्य पाए जाने पर इस प्रकरण में अपराध पंजीबद्ध किया है.
आरोपियों के बीच अवैध रूप से प्राप्त धनराशि का बंटवारा 70.30 के अनुपात में किया जाता था. यह धोखाधड़ी लगभग तीन वर्ष जनवरी 2016 से मार्च 2019 तक विभिन्न शाखाओं में चलती रही और कुल 227 बचत खातों से लगभग 44.11 लाख की राशि अवैध रूप से डेबिट की गई.
जांच में पाया गया कि बैंक नियमों के विपरीत जहां एक कर्मचारी एंट्री करता था तो दूसरा वेरीफाई करता था. इन्होंने अपनी पर्सनल आईडी का उपयोग कर एक.दूसरे के लेनदेन को सत्यापित किया. खाते सक्रिय होते ही उनकी जमा राशि को चार अन्य परिचित खाता धारक खुशबू खान, कल्पना जैन, ललिता ठाकुर व अफरोज खान के खातों में स्थानांतरण किया गया. इन सभी के एटीएम कार्ड आरोपी दीपक जैन के पास थे. जिसके माध्यम से नियमित रूप से नकद निकासी की जाती रही.
जांच के दौरान पाया गया कि बैंक कर्मचारियों की उन खातों में वित्तीय अनियमितताएं पाई गई हैं जिनमें शासन की सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राहत राशि तथा अन्य सरकारी सहायता जमा होती थी.
यह भी पाया गया कि 18 मार्च 2019 को सैफिया कॉलेज शाखा में एक महिला भगवती देवी ने अपने मृत पति के खाते से अवैध निकासी की शिकायत दर्ज कराई. शाखा प्रबंधक द्वारा आंतरिक जांच में पाया गया कि संदिग्ध लेनदेन अजय सिंह परिहार एवं दीपक जैन द्वारा किया है. इसके बाद मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया गया. जहां बैंक की विजिलेंस यूनिट एवं विभागीय जांच में बड़े पैमाने पर की गई अनियमितताएं उजागर हुईं. जांच के दौरान फिनैकल लॉग, ट्रांजैक्शन रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज, निकासी विवरण, ऑडिट ट्रेल एवं विभिन्न शाखाओं के रिकॉर्ड के विश्लेषण से आरोपियों की भूमिका उपयोग में लाई गई
जांच में आरोप सिद्ध होने पर 9 दिसंबर को ईओडब्ल्यू द्वारा आरोपी दीपक जैन, अजय सिंह परिहार, खुशबू खान, अफरोज खान, ललिता ठाकुर, कल्पना जैन, हेमलता जैन तथा अन्य संभावित व्यक्तियों के विरुद्ध धारा 420, 409, 120 बी सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है.
-------------------------------
लाखों रुपए की ठगी करने के मामले में , 6 युवक 13 युवतियां गिरफ्तार
शाजापुर। शाजापुर में स्टेट साइबर की टीम ने दबिश दी। लोगों को मोबाइल पर शेयर ट्रेडिंग की फर्जी एडवाइजरी लिंक देकर लाखों रुपए की ठगी करने के मामले में जांच की जा रही है। टीम द्वारा शाजापुर में स्थित मजार-ए-यूसुफी के पास स्थित एक भवन पर दबिश देकर 6 युवक एवं 13 युवतियों को पकड़ा। करीब 4 घंटे से ज्यादा चली कार्रवाई के दौरान किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं दिया गया।
कार्रवाई पूरी होने के बाद स्टेट साइबर टीम की उप पुलिस अधीक्षक लीना मारोठ ने बताया कि लोगों को मोबाइल पर फर्जी एडवाइजरी की लिंक भेज कर लाखों रुपए की ठगी करने के मामले में लगातार इनपुट मिल रहा था। इसके चलते गुरुवार को स्टेट साइबर की टीम के साथ मिलकर शाजापुर पहुंचकर दबिश दी। इस दौरान टीम ने यूसुफ दरगाह के पास स्थित एक घर से कल 6 युवक एवं 13 युवतियों को पकड़ा है। उनके बैंक स्टेटमेंट की जांच की जा रही है।
प्रारंभिक तौर पर पता पूछताछ में लगा है कि इन लोगों के द्वारा प्रतिमाह 7 से 8 लख रुपए की राशि लोगों से जमा कराई गई है। हालांकि अभी आगामी कार्रवाई के बाद सबकुछ स्पष्ट हो सकता है। कार्रवाई के बाद टीम द्वारा सभी को अपने साथ लाई गई पुलिस बस में बैठाकर ले जाया गया। इस पूरी कार्रवाई के दौरान करीब आधा दर्जन से ज्यादा वाहन एवं दो दर्जन से ज्यादा स्टेट साइबर टीम का स्टॉफ मौजूद रहा।
बीतों दिनों एमपी के बालागाट जिले में व्हाट्सऐप पर भेजी जा रही नकली फाइलों के कारण लोगों के मोबाइल फोन हैक होने और बैंक खातों से राशि चोरी होने के कई मामले सामने आए हैं। साइबर सेल से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 10 से 15 लोग इस जाल में फंस चुके हैं। इनमें से 3 से 4 पीडि़तों से लाखों रुपए की ठगी होने की पुष्टि हुई है। जबकि कई लोगों के मोबाइल और संदेश सेवा खाते नियंत्रित किए जाने के प्रमाण मिले हैं।
----------------------------------
बालाघाट में 29 लाख के इनामी नक्सली दीपक ने किया सरेंडर: साथी के साथ पहुंचा CRPF कैंप
बालाघाट। मध्य प्रदेश के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में पुलिस और सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। 29 लाख रुपये का इनामी हार्डकोर नक्सली दीपक ठाकुर उर्फ दीपक ने अपने एक साथी रोहित के साथ आत्मसमर्पण कर दिया है। दोनों ने कोरका थाना क्षेत्र स्थित CRPF कैंप में पहुंचकर हथियार सहित सरेंडर किया।
दीपक ठाकुर बालाघाट जिले के पलारीगोंदी गांव का रहने वाला है। वह वर्ष 1995 से मलाजखंड दलम में सक्रिय था और कई बड़े नक्सली वारदातों में शामिल रहा। उसके सिर पर मध्य प्रदेश सरकार ने 25 लाख और छत्तीसगढ़ सरकार ने 4 लाख, कुल 29 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।आत्मसमर्पण के दौरान दीपक के पास से एक इंसास रायफल, 3 मैगजीन और 40 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। उसके साथी रोहित ने भी हथियार डाल दिए।
बालाघाट पुलिस और CRPF की संयुक्त टीम लगातार नक्सलियों पर दबिश बना रही थी। सरेंडर पॉलिसी और परिवार से मिलने की चाहत के चलते दीपक ने हथियार डालने का फैसला किया। दोनों नक्सलियों को सरेंडर पॉलिसी के तहत पुनर्वास और सुरक्षा प्रदान की जाएगी।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह सरेंडर बालाघाट-राजनांदगांव क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को समाप्त करने की दिशा में बड़ी कामयाबी है।
रायपुर. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां बीती रात स्क्रैप व्यापारी अशरफ मेमन सहित तीन लोगों की गला घोटकर हत्या कर दी गई। मृतकों में अशरफ मेमन के अलावा एक स्थानीय युवक और बिलासपुर का एक युवक शामिल है, जिसकी पहचान अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस ने इस मामले में तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
यह वारदात कोरबा शहर के पास उरगा थाना क्षेत्र के कुदरीपारा स्थित अशरफ के स्क्रैप यार्ड में हुई। बताया जा रहा है कि रात के समय वहां 8-10 लोग एकत्रित हुए थे। इसी दौरान कथित तौर पर तंत्र-मंत्र की गतिविधि चल रही थी, जिसके दौरान आपसी विवाद बढ़ा और तीन लोगों की हत्या कर दी गई। घटना के वक्त अशरफ का पुत्र भी यार्ड के बाहर मौजूद .
हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को अस्पताल के मर्चुरी में भेज दिया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है। जानकारी के अनुसार अशरफ मेमन लंबे समय से अवैध कबाड़ कारोबार से जुड़ा हुआ . उस पर हत्या के प्रयास, चोरी, मारपीट सहित कई गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज रहे हैं। हाल के दिनों में वह मुख्य रूप से राखड़ परिवहन के कारोबार से जुड़ा हुआ .
----------------------------
इंडिगो ने मुआवजे का किया एलान, यात्रियों को देगी 10-10 हजार
इंडिगो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के माध्यम से जानकारी दी कि 3, 4 और 5 दिसंबर को यात्रा करने वाले कुछ यात्री जो कई घंटों तक एयरपोर्ट पर फंसे रहे और भीड़भाड़ का गंभीर प्रभाव झेलना पड़ा ऐसे यात्रियों को इंडिगो 10,000 रुपये के ट्रैवल वाउचर प्रदान करेगी।
दिसंबर की शुरुआत में देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो को बड़ी ऑपरेशनल दिक्कतों का सामना करना पड़ा, जिसके चलते लगातार उड़ानें रद होती रहीं। अचानक पैदा हुई इस स्थिति ने यात्रियों को भारी परेशानी में डाल दिया।
कई एयरपोर्ट पर हजारों यात्री घंटों तक फंसे रहे, वहीं बैगेज कलेक्शन क्षेत्रों में सूटकेस के ढेर लग गए। अब जबकि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, इंडिगो ने 3, 4 और 5 दिसंबर को प्रभावित हुए यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है।
इंडिगो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के माध्यम से जानकारी दी कि 3, 4 और 5 दिसंबर को यात्रा करने वाले कुछ यात्री जो कई घंटों तक एयरपोर्ट पर फंसे रहे और भीड़भाड़ का गंभीर प्रभाव झेलना पड़ा ऐसे यात्रियों को इंडिगो 10,000 रुपये के ट्रैवल वाउचर प्रदान करेगी। इन वाउचर्स का उपयोग यात्री अगले 12 महीनों तक किसी भी इंडिगो उड़ान की बुकिंग में कर सकेंगे।
इंडिगो ने स्पष्ट किया कि यह 10,000 रुपये का वाउचर सरकारी नियमों के तहत मिलने वाले मुआवजे के अतिरिक्त होगा। सरकारी गाइडलाइंस के अनुसार यदि उड़ान प्रस्थान समय से 24 घंटे के भीतर रद्द हुई है तो ब्लॉक टाइम के आधार पर यात्रियों को 5,000 से 10,000 रुपये का मुआवजा दिया जाता है।
---------------------------
तलाक के समय पत्नी ने नहीं मांगी एलिमनी, कंगन भी लौटाए; SC तारीफ करते हुए बोला- बहुत दुर्लभ समझौता, खुश रहो
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक आपसी सहमति से तलाक के मामले में महिला की जमकर तारीफ की। दअसल महिला ने तलाक लेते समय किसी तरह का गुजारा भत्ता यानी एलिमनी नहीं मांगी। इतना ही नहीं, विवाह के समय पति की मां द्वारा उपहार में दिए गए सोने के कंगन भी वापस कर दिए। अदालत ने इसे अत्यंत दुर्लभ समझौता बताते हुए अपने संवैधानिक अधिकारों के तहत विवाह को भंग कर दिया।
लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति के.वी. विश्वनाथन की खंडपीठ के समक्ष सुनवाई हेतु सूचीबद्ध था। सुनवाई की शुरुआत में ही महिला की ओर से पेश वकील ने अदालत को सूचित किया कि उनकी मुवक्किल किसी प्रकार का भरण-पोषण या अन्य आर्थिक प्रतिपूर्ति की मांग नहीं कर रही हैं।
अदालत को बताया गया कि केवल सोने के कंगन लौटाना शेष है। पीठ ने पहले गलतफहमी में यह समझा कि पत्नी अपना स्त्री-धन वापस मांग रही है, लेकिन जैसे ही वकील ने स्पष्ट किया कि ये कंगन तो महिला खुद लौटा रही है, जो शादी के समय पति की मां ने उन्हें भेंट किए थे, तो न्यायमूर्ति पारदीवाला मुस्कुरा उठे। उन्होंने कहा- यह बहुत ही दुर्लभ समझौता है जो हमने देखा है। आजकल ऐसे उदाहरण कम ही देखने को मिलते हैं।
अदालत ने अपने आदेश में लिखा- यह उन विरले मामलों में से एक है, जहां किसी भी प्रकार की मांग नहीं की गई। उलटे पत्नी ने विवाह के समय मिले सोने के कंगन लौटा दिए। हमें बताया गया कि ये कंगन पति की मां के हैं। हम इस कदम की सराहना करते हैं, क्योंकि ऐसा आजकल कम ही देखने को मिलता है।
सुनवाई के दौरान जैसे ही पत्नी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़ीं, तो न्यायमूर्ति पारदीवाला ने उनसे कहा- हमने इस बात का उल्लेख किया है कि यह उन दुर्लभ मामलों में से है जहां किसी प्रकार का लेन-देन नहीं हुआ। हम आपकी सराहना करते हैं। अतीत को भूलकर खुशहाल जीवन बिताइए।
इसके बाद अदालत ने अंतिम आदेश पारित करते हुए कहा- उपरोक्त परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, हम अनुच्छेद 142 के तहत अपने विशेषाधिकार का उपयोग करते हुए दोनों पक्षों के बीच विवाह संबंध को समाप्त करते हैं। यदि पक्षकारों के बीच कोई अन्य कार्यवाही लंबित है, तो वह भी यहीं समाप्त की जाती है।
यह निर्णय ऐसे समय आया है जब अक्सर तलाक मामलों में संपत्ति, भरण-पोषण और अन्य आर्थिक दावों को लेकर लंबी कानूनी प्रक्रिया देखने को मिलती है। इस मामले में महिला द्वारा किसी भी दावे से परहेज करना और उपहार वापस करना अदालत के अनुसार असाधारण और सराहनीय कदम है।
जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर के अधारताल क्षेत्र की एक महिला ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि राजस्थान के कोटा स्थित बूंदी रोड इलाके में उसके साथ हुई घटना ने उसे और उसके परिवार को दहशत में डाल दिया है। महिला के अनुसार वह परिवार सहित दर्शन के लिए कोटा गई थी। दर्शन करके लौटते समय जैसे ही उनकी वैन एक होटल के सामने रुकी, तभी अचानक आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने वाहन को घेर लिया और उन पर हमला कर दिया।
शिकायत में महिला ने बताया कि आरोपियों ने अचानक वाहन का दरवाजा खोलकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और सोने-चांदी के जेवरात सहित कीमती सामान लूट लिया। महिला का कहना है कि बदमाश इतने आक्रामक थे कि विरोध करने पर उन्हें गंभीर चोटें आने से बाल-बाल बचना पड़ा। घटना के दौरान परिवार के अन्य सदस्य भी बेहद डरे और सहमे हुए थे।सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि बदमाशों ने मारपीट के बीच महिला की 13 वर्षीय नाबालिग बेटी को जबरन गाड़ी से उतारकर अगवा कर लिया। यह देखते ही महिला और उसके साथ मौजूद लोगों में चीख-पुकार मच गई, लेकिन बदमाश कुछ ही मिनटों में बच्ची को लेकर फरार हो गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता तुरंत जबलपुर लौट आई और अधारताल पुलिस थाने में विस्तृत रिपोर्ट दर्ज कराई।अधारताल पुलिस ने मामले को प्राथमिकता से लेते हुए FIR दर्ज कर ली है और कोटा पुलिस से संपर्क कर संयुक्त कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि पीड़िता की शिकायत के अनुसार पूरे घटनाक्रम की तस्दीक के लिए कोटा के होटल, सड़क और आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। साथ ही बदमाशों की गाड़ी और उनके संभावित ठिकानों की तलाश भी जारी है। साथ ही पुलिस ने कहा कि कोटा पुलिस से संपर्क कर जल्द ही आरोपियों को गिरफ्त में लिया जाएगा।
-------------------------------------
गुटखा कारोबारी वाधवानी पर 1946 करोड़ की GST कार्रवाई, अवैध फैक्ट्रियों-फर्जी कंपनियों का महाजाल बेनकाब
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर के गुटखा कारोबारी किशोर वाधवानी पर जीएसटी विभाग ने ऐसा आर्थिक प्रहार किया है, जिसने पूरे प्रदेश के व्यापार जगत में हड़कंप मचा दिया है। जीएसटी विभाग ने वाधवानी पर 1946 करोड़ रुपए की टैक्स डिमांड ठोंक दी है, जो मध्य प्रदेश में किसी भी एक कारोबारी के खिलाफ अब तक जारी हुई सबसे बड़ी जीएसटी कार्रवाई मानी जा रही है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, 2017 से 2020 के बीच सिगरेट और पान मसाले के कारोबार की आड़ में करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी की गई। आरोप है कि बिना लाइसेंस फैक्ट्रियों का संचालन, फर्जी फर्मों के जरिए माल की सप्लाई, बिना बिल बिक्री और गलत इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर सरकार को चूना लगाया गया।
इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा डीजीजीआई द्वारा 2020 में चलाए गए विशेष अभियान “ऑपरेशन कर्क” में हुआ। जांच अधिकारियों ने डिजिटल डेटा, खातों की पड़ताल, बैंक लेन-देन और कागजी रजिस्टर खंगाल कर एक-एक कड़ी को जोड़ते हुए यह महाघोटाला उजागर किया। सूत्र बताते हैं कि जांच में सामने आया कि कैसे नकली बिल, बेनामी लेन-देन और परतदार कंपनियों के जरिए सरकार की आंखों में धूल झोंकी जाती रही। यही नहीं, सिगरेट और पान मसाले का उत्पादन कई ऐसे ठिकानों पर होता रहा, जिनका कोई आधिकारिक रिकॉर्ड तक नहीं था।
ऑर्डर पारित होते ही अब वसूली की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। जीएसटी विभाग एलोरा टोबैको और इससे जुड़ी अन्य फर्मों से टैक्स रिकवरी की तैयारी में जुट गया है। यदि तय अवधि में राशि जमा नहीं हुई, तो संपत्ति कुर्की, खाते सील और माल जब्ती तक की कार्रवाई संभव बताई जा रही है।
गौर करने वाली बात यह है कि वर्ष 2019 में ही वाधवानी के कई ठिकानों पर डीजीजीआई की टीम ने दस्तक दे दी थी। तब भारी मात्रा में दस्तावेज, हार्ड डिस्क, मोबाइल डेटा और लेन-देन से जुड़े रिकॉर्ड जब्त किए गए थे। इन सबूतों की तह तक पहुंचने में वर्षों लगे और अब जाकर विभाग ने ऐतिहासिक डिमांड ऑर्डर जारी किया है।
करीब दो हजार करोड़ की इस डिमांड ने न सिर्फ इंदौर, बल्कि पूरे प्रदेश के व्यापारिक हलकों में खलबली मचा दी है। टैक्स विशेषज्ञ इसे एक “मिसाल बनती कार्रवाई” बता रहे हैं, जो बड़े कारोबारियों के लिए स्पष्ट संदेश है कि अब टैक्स चोरी की कोई जगह नहीं बचेगी।
जीएसटी अधिकारियों का साफ कहना है कि “जो भी कानून से बचकर छिपकर राजस्व की चोरी करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना ही बड़ा कारोबारी क्यों न हो।” फिलहाल कारोबारी की तरफ से आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन विभागीय कार्रवाई से यह तय माना जा रहा है कि आगे चलकर और भी खुलासे हो सकते हैं।
------------------------------------
नहर में गिरी ट्रैक्टर-ट्रॉली: तीन किसानों की दर्दनाक मौत, गांव में पसरा मातम
भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड जिले के लहार थाना क्षेत्र अंतर्गत नानपुरा गांव के पास उस समय हृदय विदारक हादसा हो गया जब धान बेचकर घर लौट रहे एक ही परिवार के तीन किसानों की ट्रैक्टर-ट्रॉली समेत नहर में जा गिरी। हादसे में तीनों किसानों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात करीब 12:30 बजे ट्रैक्टर-ट्रॉली बंबा की पुरानी व जर्जर पुलिया से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रैक्टर असंतुलित होकर सीधे गहरी नहर में जा गिरा। ट्रैक्टर के नीचे दबने और पानी में डूबने से तीनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
रात के समय खेतों में सिंचाई कर रहे आसपास के किसानों ने नहर में ट्रैक्टर डूबा देख शोर मचाया और तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही लहार थाना प्रभारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जेसीबी मंगवाकर ट्रैक्टर को बाहर निकाला गया, तब तीनों शव बरामद हुए। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए लहार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है। हादसे की सूचना मिलते ही पूरे नानपुरा गांव में मातम पसरा हुआ है। एक ही परिवार के तीन लोगों की अचानक मौत से परिजन बदहवास हैं।
सागर. एमपी के सागर नेशनल हाईवे-44 पर बांदरी के पास आज बुधवार की सुबह एक भीषण सड़क हादसा हो गया। यहां तेज रफ्तार कंटेनर और पुलिस के वाहन में आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। हादसे में पुलिस वाहन में सवार 4 जवानों की मौत हो गई, जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल है। वहीं, टीम में शामिल डॉग सुरक्षित है।
जानकारी के अनुसार मुरैना जिले का बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड बालाघाट में ड्यूटी पर तैनात था। वहां से वे बीडीडीएस वाहन क्रमांक एमपी 03 ए 4883 में सवार होकर वापस मुरैना लौट रहे थे। इसी दौरान नेशनल हाईवे पर बांदरी के पास झिंझनी घाटी पर सामने से आ रहे कंटेनर से पुलिस वाहन की भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि डॉग मास्टर समेत चार जवानों की जान चली गई।
कंटेनर और पुलिस वाहन की टक्कर इतनी भीषण थी कि ड्राइवर और जवान गाड़ी के अंदर ही फंस गए। पुलिस वाहन आगे से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। जेसीबी की मदद से वाहन काटकर शवों को बाहर निकाला गया। इसके बाद शवों का पंचनामा बनाकर बांदरी अस्पताल भेजा गया।
मृतकों की पहचान जवान प्रद्युमन दीक्षित, अमन कौरव और ड्राइवर परमलाल तोमर (तीनों मुरैना निवासी) के रूप में हुई है। वहीं, चौथे मृतक डॉग मास्टर विनोद शर्मा भिंड के निवासी थे। हादसे में आरक्षक राजीव चौहान (निवासी मुरैना) गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
-------------------------------
होटल स्टाफ की घिनौनी हरकत, कुबेरेश्वर धाम में होटल रूम से रिकॉर्ड हुआ निजी वीडियो
सीहोर के कुबेरेश्वर धाम क्षेत्र में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां दो होटलों के कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने एक दंपती का निजी वीडियो खिड़की के जरिए शूट कर सोशल मीडिया पर फैलाया। यह घटना इस पवित्र इलाके की सुरक्षा और प्राइवेसी दोनों पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।
क्या है पूरा मामला?
3-4 दिसंबर 2025 को राजस्थान से एक परिवार (पति, पत्नी और बेटी) कुबेरेश्वर धाम दर्शन के लिए आया था। उन्होंने रात रुकने के लिए डमरूवाला होटल का रूम नंबर 201 बुक किया। आरोप है कि सामने स्थित उपासना पैलेस होटल के कुछ कर्मचारियों ने कमरे की खुली खिड़की से मोबाइल पर उनकी निजी वीडियो रिकॉर्ड कर ली।
कमरे में परदे खुले थे और लाइट चालू थी। इसी मौके को देखते हुए स्टाफ ने यह गलत हरकत कर दी। बाद में वीडियो सोशल मीडिया के कुछ ग्रुप्स में वायरल होते ही हड़कंप मच गया। डमरूवाला होटल के मैनेजर ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई और आरोप लगाया कि यह होटल की छवि खराब करने की साजिश है।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने चार कर्मचारियों के खिलाफ आईटी एक्ट और निजता भंग करने की धाराओं में केस दर्ज किया है। साइबर टीम यह पता कर रही है कि वीडियो किस-किस तक पहुंचा और इसे सबसे पहले किसने शेयर किया। एडिशनल एसपी सुनीता रावत ने बताया कि मामला संज्ञान में है और जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद ही आगे की ठोस कार्रवाई की जाएगी। मामले को ब्लैकमेलिंग रैकेट से जोड़कर भी देखा जा रहा है। इस वजह से पुलिस ने वीडियो फैलाने वालों की तलाश तेज कर दी है।
--------------------------------------
आरिफ मसूद ने वंदे मातरम् गाने से किया इनकार, गान को लेकर संसद में चर्चा पर जताया अफसोस
भोपाल। संसद के शीतकालीन सत्र के बीच वंदे मातरम् पर जमकर बहस हुई। इस बीच गृहमंत्री अमित शाह ने वंदे मातरम् गाने से मना करने वालों की एक सूची जारी की है, जिसमें मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का भी नाम है। वहीं आरिफ मसूद ने इसका जवाब भी दिया है।
दरअसल, गृहमंत्री अमित शाह के जारी किए लिस्ट में मामला साल 2019 का है, जब आरिफ मसूद ने वंदे मातरम् गाने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि मैं वंदे मातरम् नहीं गा पाऊंगा। अमित शाह की सूची में नाम होने के मामले पर आरिफ मसूद ने कहा, ‘देश में इंडिगो की फ्लाइट बंद है, पैसेंजर परेशान हैं, किसान को खाद नहीं मिल रहा, रोजगार को लेकर युवा रो रहा है और एक गान को लेकर देश की सबसे बड़ी संसद में चर्चा हो रही है, यह चिंता और अफसोस की बात है।
आरिफ मसूद से जब सवाल किया गया कि आपका नाम भी वंदे मातरम अस्वीकार्य करने वालों की सूची में शामिल है। तो उन्होंने जवाब दिया कि मैंने विरोध नहीं किया। मैं इसको नहीं गा पाऊंगा। वे लोग वंदे मातरम की बात कर रहे हैं जो आजादी के लड़ाई में नहीं थे, न वंदे मातरम उनके मुंह पर था। हम लोग हाथ में झंडा लिए हुए थे और गोलियां खा रहे थे। उन्हें बात करने का अधिकार नहीं है।
वहीं इस मामले पर बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि आरिफ मसूद जैसे जो नेता हैं उन्हें समस्या भारत की आत्मा से है। जो अपने आप को भारत के सम्मान से अलग कर लें, वह कैसे मध्य प्रदेश, देश का प्रतिनिधित्व कर सकता है। यह कांग्रेसियों को आत्ममंथन करने की आवश्यकता है। सिर्फ वोट और तुष्टीकरण के लिए ऐसा करने वाले नेताओं को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। वंदे मातरम हमारी मातृभूमि गुणगान है। इसे कैसे ऐतराज हो सकता है। यह भारत विरोधी है, संविधान विरोधी है। इस देश के हर एक जान का अपमान है।
- तंत्र-मंत्र कर रहे 10 लोगों में मचा विवाद, कबाड़ी सहित 3 लोगों की हो गई हत्या
- सोलापुर–मुंबई एक्सप्रेस के AC कोच से 5 करोड़ का सोना गायब, ट्रेन में सोता रह गया कारोबारी
- 56 इंच की छाती का क्या फायदा? राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे के बयान से मचा बवाल
- TMC के निलंबित विधायक का दावा- ‘बाबरी मस्जिद’ निर्माण के लिए अब तक 1.3 करोड़ का मिला दान
- सेंट्रल जेल में संदिग्ध हालात में कांग्रेस नेता जीवन ठाकुर की मौत, 30 घंटे से अंतिम संस्कार नहीं
- चलता-फिरता किले से कम नहीं पुतिन की 'Aurus Senat', टियर गैस लॉन्चर सिस्टम मौजूद
- जवान ने आरपीएफ थाना के अंदर हेड कॉन्स्टेबल को सिर पर 4 गोली मारकर की हत्या
- संसद के भीतर विपक्षी सांसदों ने लगाए वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे, संचार साथी पर बैकफुट पर सरकार
प्रमुख समाचार
रायपुर. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां बीती रात स्क्रैप व्यापारी अशरफ मेमन सहित तीन लोगों की गला घोटकर हत्या कर दी गई। मृतकों में अशरफ मेमन के अलावा एक स्थानीय युवक और बिलासपुर का एक युवक शामिल है, जिसकी पहचान अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस ने इस मामले में तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है।यह वारदात कोरबा शहर के पास उरगा थाना क्षेत्र के कुदरीपारा स्थित अशरफ के स्क्रैप यार्ड में हुई। बताया जा रहा है... मध्य प्रदेश
भोपाल। राजधानी के हमीदिया अस्पताल में बुधवार तड़के दो नवजात शिशुओं के अधजले शव मिलने से पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। इस सनसनीखेज घटना ने अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों के अनुसार, पुरानी पानी की टंकी को लंबे समय से डस्टबिन की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसमें आग लगने के बाद शवों का पता चला। पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।सुबह कचरे में लगी आग को बुझाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने फायर... अपराध
भोपाल. एमपी की राजधानी भोपाल में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने बैंक ऑफ इंडिया जोन के दो कर्मचारियों व पांच खाताधारकों द्वारा किए गए संगठित बैंक धोखाधड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज की है. यह धोखाधड़ी बैंक की कैटेगराइज्ड मार्केट ब्रांच, हमीदिया रोड, एमपी नगर, भेल एरिया, प्रोफेसर्स कॉलोनी, सैफिया कॉलेज सहित कुल सात से अधिक शाखाओं में वर्षों तक संचालित की जाती रही. इनके द्वारा 227 बचत खातों से लगभग 44.11 लाख की राशि निकाली गई है.ईओडब्ल्यू के... गुना सिटी
12 December 2025
गुना। (गरिमा टीवी न्यूज़) गुना जिले में कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल के आदेश की धज्जियां निचले अधिकारी/ कर्मचारी उडा रहे हैं। कलेक्टर ने कई आदेश लोकहित में जारी किए हैं, लेकिन उनका धरातल पर कोई अमल नहीं हो पा रहा हूं। वे आदेश सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गए हैं। शहर में आवारा सांड लगातार लोगों के लिए मुसीबत बन गए हैं। सब्जीमंडी हो या बस स्टैंड अथवा शहर की अन्य कोई जगह आवारा सांडों के आतंक से शहर का कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है। वहीं बुधवार को सुबह 10 बजे के करीब मथुरा नगर कॉलोनी... फोटो गैलरी
सड़कों पर लगाए गेट, 4 कॉलोनियों का रास्ता...
फरार बदमाशों में से 1 का हरिद्वार में...
चौकीदारी कर रहा हत्यारा राजस्थान से पकड़ाया ...
एससी-एसटी एक्ट के विरोध में मुंडन आज
पेट्रोल-डीजल: केंद्र ने साधे एक तीर से कई...
आपके शहर में पेट्रोल-डीजल कितना सस्ता
इस मोर्चे पर एयरटेल से आगे निकली जियो...
बैंकिंग रेग्युलेशन ऐक्ट है कोचर के इस्तीफे की...
पेट्रोल सरकारी खजाने-तेल कंपनियों पर असर
आपकी दवा असली है या नकली, ऐसे करें...
पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में...
चीन के खाने पर जी रहे हैं उत्तराखंड...



