This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

ADD-n.jpg

 

 

 

भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल में सोमवार रात एक बड़ा हादसा हो गया। यहां भानपुर क्षेत्र के वार्ड 74 में स्थित सनराइज मैरिज गार्डन में एक के बाद एक 10 गैस सिलेंडरों में धमाके हुए। जिससे आसपास के रिहायशी इलाकों में दहशत फैल गई। धमाकों के बाद पूरे इलाके में धुआं फैल गया और लोगों में भगदड़ मच गई। गनीमत रही कि हादसे में कोई जानहानि नहीं हुई।
घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों को आग बुझाने में करीब दो घंटे की मशक्कत करनी पड़ी। जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक पास के कई घरों की दीवारों में दरारें आ चुकी थीं और खिड़कियों के शीशे टूट गए थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि, सनराइज मैरिज गार्डन पिछले दो साल से रिहायशी इलाके में अवैध रूप से संचालित हो रहा था। यह गार्डन श्रीराम कॉलोनी, सिद्धिविनायक कॉलोनी और मोहाली खेजड़ा जैसे घनी आबादी वाले इलाकों के पास स्थित है। रहवासी लंबे समय से इस गार्डन की वजह से हो रही परेशानी और खतरों की शिकायत कर रहे थे।
लोगों का आरोप है कि इस गार्डन में अवैध रूप से घरेलू गैस सिलेंडरों की रिफिलिंग की जाती थी। इससे पहले भी यहां छोटी-मोटी आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया। विस्फोट के बाद क्षेत्रवासियों ने गार्डन संचालक रोहित साहू के खिलाफ FIR दर्ज करने और कठोर कार्रवाई की मांग की है।
धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। रहवासी जया कुशवाहा ने बताया, “हमारा घर गार्डन से सटा हुआ है। जैसे ही धमाके हुए, सब कुछ हिल गया। हम बच्चों को लेकर घर से भागे।” वहीं प्रदीप शर्मा ने बताया कि, गार्डन से निकलने वाला कचरा पास के खेतों में फेंका जाता था, जिससे बदबू और गंदगी फैली रहती थी।
इस हादसे ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि अगर पहले ही कार्रवाई की जाती, तो यह हादसा टल सकता था। अब क्षेत्रवासियों ने गार्डन को बंद करने और इसके संचालक पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

-------------------------------
दिल दहला देने वाली वारदात : पिता ने तीन बेटियों को जहर खिलाकर खुद ने खाया, चारों की मौत
दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। गैसाबाद थाना क्षेत्र के मुहरई गांव में एक पिता ने पहले अपनी तीन मासूम बेटियों को जहरीला पदार्थ खिला दिया और फिर खुद भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस दिल दहला देने वाली घटना में चारों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पारिवारिक विवाद और शराब के सेवन को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद इस खौफनाक कदम को अंजाम दिया गया।
ये घटना मंगलवार सुबह की है। गांव में रहने वाला विनोद अहिरवाल रोज की तरह अपनी तीन बेटियों को बाइक पर बाजार ले गया। बताया जा रहा है कि वह पड़ोसी गजेंद्र की बाइक लेकर निकला था। कुछ देर बाद गजेंद्र बाइक लेकर वापस लौटा, तो विनोद और बेटियों के बारे में पूछने पर उसने बताया कि वे तालाब किनारे बैठे हैं।
जब काफी देर तक वे नहीं लौटे तो परिजन चिंतित हो गए। घर के छोटे भाई को देखने के लिए भेजा गया, लेकिन तभी मोहल्ले के कुछ लड़के दौड़ते हुए आए और बताया कि तालाब किनारे विनोद और तीनों बच्चियां तड़प रही हैं। परिजन वहां पहुंचे और सभी को तत्काल हटा अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
हटा अस्पताल में पहुंचने पर डॉक्टरों ने विनोद अहिरवाल, डेढ़ साल की बेटी महक और पांच वर्षीय बेटी खुशबू को मृत घोषित कर दिया। सात साल की सबसे बड़ी बेटी को गंभीर हालत में दमोह जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी भी मौत हो गई। चारों के शवों का पोस्टमॉर्टम हटा में किया जाएगा।
मृतक की पत्नी जूली अहिरवाल ने बताया कि वह हरियाणा के बिडोला गांव (जिला बिमानी) में रहती है, वहीं उसकी ससुराल है। 11 अप्रैल को भाई की शादी में शामिल होने के लिए वह अपनी तीनों बेटियों के साथ मायके मुहरई गांव आई थी। 25 अप्रैल को पति विनोद भी गांव आया था। शादी वाले दिन उसने शराब पीकर जमकर झगड़ा किया, इसलिए जूली ने उसे बारात में जाने से रोक दिया। इसके बाद वह लगातार शराब पीने लगा और घर में झगड़े करता रहा। परिजनों के समझाने पर कुछ दिन शांत भी रहा, लेकिन शायद अंदर ही अंदर खतरनाक सोच बना चुका था।
इस वारदात के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है। चार लोगों की एक साथ मौत और वह भी एक ही परिवार से, यह दृश्य किसी का भी दिल दहला सकता है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। शवों का पोस्टमॉर्टम हटा अस्पताल में किया जा रहा है और पुलिस पूरे घटनाक्रम की तह तक जाने का प्रयास कर रही है।
---------------------------------
दो सूने मकानों में चोरी, पचास लाख के जेवर ले गए
रतलाम। शहर में चोरी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही है। पुलिस पिछली वारदातों के आरोपितों को पकड़ रही है तो चोर नई वारदातों का अंजाम दे रहे है। तीन दिन पहले ही पुलिस ने चार मकानों से जेवर व तीन स्थानों से वाहन चुराने का आरोपित को गिरफ्तार किया था। वहीं मंगलवार तड़के पांच से छह बजे के बीच चोरों ने दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र की शांति निकेतन कालोनी में दो सूने मकानों में ताले तोड़कर वारदात को अंजाम दिया तथा करीब पचास लाख रुपये के जेवर व 54 हजार रुपये नकद चुराकर ले गए। चोरों ने कलीमी कालोमी स्थित एक अन्य मकान में भी वारदात करने का प्रयास किया लेकिन वहां चोरों को कुछ नहीं मिला।
जानकारी के अनुसार चोरों ने शांति निकेतन कालोनी निवासी किराना व्यापारी मनीष जैन (मूणत) की झाबुआ जिले के ग्राम जामली में किराना दुकान तथा खेत है। वे परिवार के साथ 11 मई को सुबह करीब दस बजे घर पर ताला लगाकर ग्राम जामली गए थे। वहीं उनके पड़ोसी प्रापर्टी व्यवसायी विकास वितलिया पत्नी व बच्चों के साथ 11 मई की दोपहर घूमने के लिए गोवा चले गए।
मंगलवार तड़के चोर ताला तोड़कर पहले मनीष जैन के घर घुसे तथा जेवर व रूपये चुराकर बाहर निकले। इसके बाद वे उनके पड़ोसी विकास पितलिया के घर ताले तोड़कर घुसे तथा जेवर चुराकर ले गए। सुबह आसपास के लोगों ने दोनों मकानों के ताले टूटे देखकर मनीष जैन व विकास पितलिया को सूचना दी।
सुबह करीब साढ़े दस बजे मनीष जैन परिवार को साथ घर लौटे तो नीचे व ऊपर के कमरों में अलमारियों का सामान बिखरा हुआ था।
चेक करने पर पता चला कि चोर उनके घर से करीब साढ़े पांच सौ ग्राम वजनी सोने के जेवर, करीब छह सौ ग्राम वजनी चांदी के जेवर, सिक्के अादि तथा 54 हजार रुपये चुराकर ले गए।
वहीं सूचना मिलने पर विकास पितलिया की लोकेंद्र टाकीज क्षेत्र में रही बहन रंजना चौरड़िया, मां लाडबाई आदि घर पहुंचे। विकास के भी घर के ऊपर व नीचे के कमरों में अलमारियों का सामान बिखरा हुआ था।
रंजना चौरड़िया ने बताया कि फोन पर भाई विकास से चर्चा हुई है।
घर में रखे चालीस से पचास ग्राम वजनी सोने की दो पाटली, एक चेन, दो अंगूठी व तीन हाथ घड़ियां चोर ले गए। इसके अलावा और क्या चोरी गया है यह विकास व भाभी के आने पर पता चलेगा।
चोरों ने कलीमी कालोनी में कासिम सेफुद्दीन कादरी के सूने घर का भी ताला तोड़कर घर में प्रवेश किया। कासिम इंदौर रहते है तथा घर में जेवर व नकदी नहीं थे।इसलिए चोर खाली हाथ लौट गए।
दोनों जगह दो-दो चोर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए है तथा दोनों में कैद चोर एक जैसे दिख रहे है। चोरों ने पहले कासिम के यहां चोरी का प्रयास किया, लेकिन कुछ नहीं मिलने पर वे शांति निकेतन कालोनी पहुंचे तथा मनीष जैन व विकास पितलिया के यहां वारदात कर भाग निकले।
विकास पितलिया के घर लगे सीसीटीवी व अन्य कैमरों में दो चोर बाइक पर आते हुए, टामी या बड़े पेचकस से ताले तोड़ते हुए तथा बैग में जेवर व रुपये भरकर बाइक से जाते कैद हुए हुए हैं।
चोरों की बगैर नंबर की बाइक सागोद रोड पर शिक्षक कालोनी के सामने पंक्चर हो गई तो वे बाइक छोड़कर भाग निकले।
सूचना मिलने पर दीनदयाल नगर थाना प्रभारी मनीष डाबर, एसआई सचिन डाबर सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा पीड़ितजनों से जानकारी ली।
डाग स्क्वाड व फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ टीमों ने भी घटना स्थलों व अन्‍य क्षेत्रों में जांच की। डाॅग कुछ दूर जाकर रूक गया।थाना प्रभारी मनीष डाबर ने बताया कि चोरों की तलाश की जा रही है।

आष्टा। मध्य प्रदेश के आष्टा में मुंडन संस्कार के कार्यक्रम में शामिल हुए करीब 40 बच्चों की तबीयत आइसक्रीम खाने से अचानक बिगड़ गई। पुलिस ने इस मामले में आइसक्रीम वाले को गिरफ्तार कर लिया है।
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के आष्टा में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब आइसक्रीम खाने से अचानक 40 से अधिक बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। बच्चों के परिवार वालों ने आनन-फानन में अपने बच्चों को आष्टा, जावर, डोडी समेत अलग-अलग सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची और बच्चों के बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। इस मामले में पुलिस ने आइसक्रीम वाले को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, सीहोर जिले की जावर तहसील के गांव भाऊखेडा में एक मुंडन संस्कार का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे, जिसमें बच्चे भी शामिल थे। इस दौरान बच्चों ने एक आइसक्रीम वाले से मटका कुल्फी खाई, जिसके आधे घंटे बाद कई बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। बच्चों को उल्टी और दस्त की शिकायत शुरू होने लगी। बच्चों की तबीयत बिगड़ने से परिजन घबरा गए, उन्होंने तुरंत आनन-फानन में अपने बच्चों को आष्टा, जावर, डोडी सहित अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया। कुछ बच्चों को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
आष्टा सिविल अस्पताल के डॉक्टर संतोष करंजय ने भर्ती हुए 7 बच्चों का प्राथमिक उपचार किया और फिलहाल सभी बच्चे स्वस्थ बताए जा रहे हैं। वहीं जावर सिविल अस्पताल के बीएमओ डॉक्टर अमित माथुर ने बताया कि भर्ती हुए 4 बच्चों में एक की हालत नाजुक थी, जिसे जिला अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं बाकी के 3 बच्चों की हालत ठीक है।
फिलहाल, स्थानीय प्रशासन इस मामले पर गंभीरता से नजर बनाए हुए है और मौके पर तहसीलदार पंकज पवैया भी सिविल अस्पताल पहुंचकर बच्चों के इलाज को लेकर डॉक्टरों को उचित दिशा-निर्देश दिए हैं। इस मामले में स्थानीय विधायक गोपाल इंजिनियर ने भी पुलिस से बच्चों को दूषित आइसक्रीम खिलाने वाले पर कार्रवाई की बात कही है। बीती रात पुलिस ने लंबी तलाश के बाद आज सुबह आइसक्रीम विक्रेता अफजल उर्फ कल्लू को हिरासत में ले लिया है।
---------------------------
भाजपा के मंत्री ने कर्नल सोफिया को बताया सिंदूर उजाड़ने वालों की बहन
इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के महू में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री विजय शाह ने ऐसा बयान दे दिया है। जिसके बाद से प्रदेश की राजनीति में नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। मंत्री विजय शाह ने अपने संबोधन में कर्नल सोफिया पर एक विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हमारे देश के लोगों के कपड़े उतारे, हमने उनकी समाज की बहन को भेजकर ऐसी तैसी करवा दी।
मंत्री विजय शाह ने कहा था कि उन्होंने (आतंकियों) कपड़े उतार-उतार के हमारे हिंदुओं को मारा, और मोदी जी ने उनकी बहन (कर्नल सोफिया कुरैशी) को उनकी ऐसी की तैसी करने उनके घर भेजा। अब मोदी जी कपड़े तो उतार नहीं सकते थे इसलिए उनकी समाज की बहन को भेजा कि तुमने हमारी बहनों को विधवा किया है। तो तुम्हारे समाज की बहन आकर तुम्हें नंगा करके छोड़ेगी।
आगे उन्होंने कहा कि देश का सम्मान और मान-सम्मान और हमारी बहनों के सुहाग का बदला तुम्हारी जाति, समाज की बहनों को पाकिस्तान भेजकर बदला ले सकते हैं। मोदी जी ने कहा था कि घर में घुसकर मारूंगा। जमीन के अंदर गाड़ दूंगा। आतंकवादी तीन मंजिला घर में बैठे थे। बड़े बम से छत उड़ाई, फिर बीच की छत उड़ाई और अंदर जाकर उनके परिवार की ऐसी की तैसी कर दी। यह 56 इंच का सीना वाला ही कर सकता है।
हालांकि, वीडियो सामने आते ही मंत्री विजय शाह ने सफाई देते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जी ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ने वालों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है। मेरे भाषण को अलग संदर्भ में न देखें। कुछ लोग इसे अलग संदर्भ में देख रहे हैं। वो हमारी बहनें हैं और उन्होंने पूरी ताकत से सेना के साथ मिलकर काम किया है।
-----------------------------
भोपाल हादसा: बिना रजिस्ट्रेशन, बीमा, फिटनेस स्कूल बस दौड़ रही थी सड़कों पर, लापरवाह RTO निलंबित
राजधानी भोपाल के बाणगंगा चौराहे पर कल 12 मई को जिस स्कूल बस ने सिग्नल पर खड़े वाहन चालकों को टक्कर मारी जिसमें एक युवती की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए जाँच में सामने आया कि वो बस बगैर रजिस्ट्रेशन, बगैर फिटनेस और बगैर बीमे के सड़क पर दौड़ रही थी, लापरवाही सामने आन एके बाद भोपाल आरटीओ जितेंद्र शर्मा को निलंबित कर दिया है।
भोपाल बस हादसे के बाद पुलिस थाना टीटी नगर में मामला दर्ज कर जांच में लिया गया है उधर परिवहन विभाग ने भी विभाग के स्तर पर जब जाँच शुरू की तो भोपाल परिवहन कार्यालय की बड़ी लापरवाही निकलकर सामने आई, परिवहन विभाग के वाहन पोर्टल में उपलब्ध रिकार्ड के अनुसार बस के संबंध में शुरूआती जानकारी में पाया गया कि बस की फिटनेश वैधता, पंजीकरण की वैधता एवं बीमा वैधता समाप्त हो चुकी थी।
विभाग ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी परिवहन अधिकारी जितेंद्र शर्मा से स्कूल बस का रिकॉर्ड मांगा है, मालूम चला है कि 6 महीने पहले बस का रजिस्ट्रेशन, बीमा और फिटनेस समाप्त हो चुका यानि पिछले 6 महीने से ये बस स्कूली बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रही थी और इसने कल 12 मई को एक युवती की जान ले ली और कई लोगों को घायल कर दिया जिनका इलाज जेपी अस्पताल में चल रहा है।
भोपाल संभाग आयुक्त ने परिवहन विभाग से जानकारी सामने पर प्रथम दृष्टया क्षेत्रीय परिवाहन अधिकारी भोपाल जितेंद्र शर्मा की इसमें बड़ी लापरवाही मानी है और उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, निलंबन अवधि में उनको भोपाल संभाग आयुक्त कार्यालय में अटैच किया गया है।
आपको बता दें इस बस हादसे में जिस 22 वर्षीय युवती की मृत्यु हुई है उसका नाम आयशा खान है, 14 जून 2025 को आएशा शादी होने वाली थी, घर में तैयारियां चल रहीं थी जो मातम में बदल गई ।

अमृतसर। पंजाब में अमृतसर जिले के मजीठा क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। वहीं 6 अन्य लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। पीड़ितों का इलाज अमृतसर के सरकारी अस्पताल में चल रहा है, जिनमें से कुछ की हालत इतनी खराब है कि, वे बोलने की स्थिति में भी नहीं हैं। इस घटना से भंगाली कलां, मरडी कलां और जयंतीपुर गांवों में मातम पसर गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गए। पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लिया है, उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं प्रशासन यह पता लगाने में जुटा है कि, यह जहरीली शराब कहां से और कैसे आई। पीड़ित परिवारों के अनुसार, इलाके में लंबे समय से नकली शराब का धंधा चल रहा था लेकिन प्रशासन ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया।
मंगलवार सुबह अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी पीड़ितों से मिलने गांव पहुंचीं। उन्होंने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन देने के साथ ही कहा कि, जिन लोगों में जहरीली शराब के हल्के लक्षण भी दिख रहे हैं, उन्हें अस्पताल भेजा जाएगा।
पुलिस ने जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जिसे नकली शराब रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। उसके साथ-साथ कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू, साहिब सिंह उर्फ सराय, गुरजंट सिंह और निंदर कौर को भी गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी मनिंदर सिंह ने बताया कि, आरोपियों पर धारा 105 BNS और 61A एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और पूरे नेटवर्क की जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि, यह नेटवर्क कहां-कहां फैला है और कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं, इसकी गहराई से छानबीन की जा रही है।
3 साल में जहरीली शराब का चौथा बड़ा मामला
पंजाब में जहरीली शराब से मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले तीन सालों में यह चौथी बड़ी घटना है।
2020: अमृतसर, तरनतारन और बटाला में जहरीली शराब से 100 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
2023: पठानकोट में नकली शराब पीने से 21 लोगों की मौत हुई थी।
अन्य जिले: नवांशहर और होशियारपुर जैसे जिलों में भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं।
घटना से इलाके में भारी आक्रोश है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ। एक पीड़ित महिला ने बताया कि उसका बेटा शराब पीने के बाद उल्टियां करने लगा और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने लंबे समय से नकली शराब के कारोबार की शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
पंजाब सरकार ने इस मामले में सख्ती बरतने का निर्देश दिया है। पुलिस और आबकारी विभाग की टीमों ने इलाके में छापेमारी तेज कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे नेटवर्क को खत्म किया जाएगा और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
---------------
भारत का कड़ा रुख : बोला- सिर्फ PoK पर ही होगी बात, तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं
नई दिल्ली। भारत ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर से जुड़ा कोई भी मुद्दा केवल भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय स्तर पर ही सुलझाया जाएगा, और इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं होगी। मंगलवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान को अवैध रूप से कब्जा किए गए कश्मीर (PoK) को खाली करना ही होगा। उन्होंने दोहराया कि भारत की यह नीति पुरानी और स्थायी है, इसमें कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।
विदेश मंत्रालय ने 7 से 13 मई तक लगातार सात प्रेस कॉन्फ्रेंस कीं, जिसमें भारत के सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति, उपलब्धियों और पाकिस्तान के आरोपों पर जवाब दिए गए।
7 मई: पहली ब्रीफिंग में ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की जानकारी दी गई।
8 मई: रणनीति और प्रोसेस पर विस्तार से चर्चा हुई।
9 मई: पाकिस्तान के झूठे आरोपों को खारिज कर ऑपरेशन की सफलता बताई गई।
10 मई: सीजफायर उल्लंघन और जवाबी हमले पर फ्री हैंड मिलने की पुष्टि हुई।
13 मई: रणधीर जायसवाल ने PoK और आतंकवाद पर भारत की स्थिति को साफ किया।
हर जंग हारने के बाद पाकिस्तान ढोल बजाता है : विदेश मंत्रालय
प्रवक्ता जायसवाल ने प्रेस को बताया, “हमने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने आम लोगों पर हमला किया।” उन्होंने यह भी कहा कि 9 मई की रात पाकिस्तान का हमला नाकाम कर दिया गया था, भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण पाकिस्तानी एयरबेस तबाह कर दिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास अब DGMO लेवल की बातचीत के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा और उसने खुद बातचीत की पहल की। “हर बार की तरह, पाकिस्तान फिर अपनी हार को छिपाने के लिए शोर मचा रहा है।”
भारत ने साफ कर दिया है कि कश्मीर का मसला द्विपक्षीय है, इसमें किसी तीसरे देश या संगठन की कोई भूमिका नहीं हो सकती। विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि TRF (The Resistance Front) को संयुक्त राष्ट्र में आतंकी संगठन के रूप में सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया चल रही है। “TRF लश्कर-ए-तैयबा का ही फ्रंट है, जिसने हमलों की जिम्मेदारी ली थी,” प्रवक्ता ने कहा।
भारत और पाकिस्तान के DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स) के बीच बातचीत हो चुकी है। भारत ने दो टूक कहा है कि अगर पाकिस्तान हमला करेगा, तो भारत भी हमला करेगा। लेकिन अगर वो शांत रहता है, तो भारत भी शांति बनाए रखेगा।
------------------------------
पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों के पोस्टर काश्मीर में लगाए गए, 20 लाख रुपए का इनाम घोषित
श्रीनगर. आतंकवाद मुक्त कश्मीर संदेश वाले पोस्टर जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में कई स्थानों पर दिखाई दिए हैं. पोस्टरों में आतंकवादियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की गई है. एजेंसियों ने आश्वासन दिया है कि मुखबिरों की पहचान पूर्णत: गोपनीय रखी जाएगी.
सुरक्षा एजेंसियों ने तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों के पोस्टर लगाए हैं, जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में शामिल थे. पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत हो गई थी. आतंकवाद मुक्त कश्मीर संदेश वाले ये पोस्टर जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में कई स्थानों पर लगाए गए हैं. पोस्टरों में आतंकवादियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है.
एजेंसियों ने आश्वासन दिया है कि मुखबिरों की पहचान पूर्णत: गोपनीय रखी जाएगी. पहलगाम शहर से लगभग 6 किलोमीटर दूर बैसरन घास के मैदान में आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में 25 पर्यटकों व एक नेपाली सहित कम से कम 26 लोग मारे गए. यह भयावह घटना 2019 में पुलवामा नरसंहार के बाद कश्मीर घाटी में सबसे घातक हमला है.
तीनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के हैं. आदिल हुसैन थोकर अनंतनाग का निवासी है, और दो पाकिस्तानी नागरिक अली भाई उर्फ तल्हा भाई व हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान. पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्र ंट (टीआरएफ) ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है. भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया.
पाकिस्तान ने जवाब में भारत के सैन्य ठिकानों व अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के पास स्थित नागरिक इलाकों पर हमला किया. हालांकि भारत ने इस्लामाबाद की अकारण आक्रामकता पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और उसके 11 प्रमुख हवाई ठिकानों पर हमला किया, जिससे उसकी आक्रामकता कमजोर हो गई. नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कई दिनों की शत्रुता के बाद भारत और पाकिस्तान 10 मई को युद्धविराम समझौते पर पहुंचे. भारत ने कहा कि उसने केवल सैन्य कार्रवाई रोकी है, लेकिन वह इस्लामाबाद के साथ कोई कूटनीतिक स्तर की वार्ता नहीं करेगा.

 

ग्वालियर। ‘इश्क दी गली विच नो एंट्री’ फिल्मी गाने पर रील बनाने वाले दूल्हा दुल्हन पर एक्शन देखने मिला है। ग्वालियर ट्रैफिक पुलिस ने गाड़ी मालिक पर 500 रुपये जुर्माना लगाया है। वहीं गाड़ी मालिक ने जुर्माना भरने के बाद भविष्य में रील बनाने के लिए जान जोखिम में न डालने की अपील भी लोगो से की है।
दरअसल ग्वालियर में बीते दिनों एक रील काफी चर्चाओं में रही। तानसेन ROB सड़क पर बनाया गया एक रील सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। रील में कार के बोनट पर दुल्हन बैठ कर नाच रही थी। वहीं दूल्हेराजा कार की छत पर खड़े होकर तलवार बाजी करते हुए नजर आये थे। यह रील जैसे ही ट्रैफिक पुलिस के पास पहुंची तो रील में दिख रही कार के RTO नम्बर के जरिये गाड़ी मालिक की तलाश शुरू की गई।
ट्रैफिक पुलिस ने ग्वालियर के रहने वाले गाड़ी मालिक नीलेश श्रीवास को जुर्माने की जानकारी दी। जिसके बाद नीलेश ने 500 रुपये का जुर्माना भरा। नीलेश ने यह भी बताया की उसके दोस्त अंशु तोमर की शादी के दौरान अंशु ने रील शूट किया था। आगे से कोई भी इस तरह की जोखिम भरी रील शूट न करे। क्योंकि यह खुद के साथ दूसरे के जीवन को परेशानी में डाल सकती है। वहीं ट्रैफिक DSP नरेश अन्नोटिया का कहना है कि भविष्य में भी यदि कोई इस तरह ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करेगा तो उसके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

---------------------------------
स्कूल बस ने 8 गाड़ियों को रौंदा, लेडी डॉक्टर की मौत, 6 घायल
भोपाल के बाणगंगा चौराहे पर सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब एक स्कूल बस ने अचानक नियंत्रण खोते हुए रेड सिग्नल पर खड़े 8 वाहनों को टक्कर मार दी। इस दर्दनाक हादसे में इंटर्नशिप कर रही एक महिला डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 6 अन्य लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें यह भयावह मंजर साफ देखा जा सकता है। वीडियो में दिखता है कि बाणगंगा चौराहे पर सिग्नल रेड होने के कारण कई वाहन रुके हुए थे। इसी दौरान पीछे से एक स्कूल बस तेज रफ्तार में आई और एक के बाद एक वाहनों को रौंदती चली गई।
बस के ठीक सामने एक स्कूटी पर बैठी युवती उसकी चपेट में आ गई। टक्कर लगते ही वह स्कूटी समेत बस के अगले हिस्से में फंस गई और करीब 50 फीट तक घिसटती चली गई। जैसे ही स्कूटी बस से बाहर निकली, युवती अगले पहिए के नीचे आ गई और मौके पर ही उसकी जान चली गई। बाद में उसकी पहचान एक इंटर्न डॉक्टर के रूप में हुई, जो अस्पताल में ट्रेनिंग कर रही थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस ड्राइवर चौराहे पर पहुंचते ही ‘हटो-हटो’ चिल्ला रहा था, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह ब्रेक फेल की स्थिति को समझ चुका था। लेकिन भीड़भाड़ वाले चौराहे पर वह बस को नियंत्रित नहीं कर पाया। बस ने खड़े वाहनों को पीछे से धक्का मारा, जिससे एक कार आगे खिसककर दूसरी कार से टकरा गई और वह बाइक सवार को भी घायल कर गई।
हादसे में लापरवाही का बड़ा खुलासा भी हुआ है। जिस स्कूल बस से यह दुर्घटना हुई, उसका फिटनेस सर्टिफिकेट नवंबर 2024 में ही एक्सपायर हो चुका था। बावजूद इसके यह बस बेधड़क सड़कों पर दौड़ रही थी। भोपाल आरटीओ जितेंद्र शर्मा ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि संबंधित स्कूल आईपीएस स्कूल को नोटिस भेजा गया है और पूछताछ की जाएगी कि एक्सपायर्ड फिटनेस वाली बस सड़क पर क्यों थी।
आरटीओ ने स्पष्ट किया कि मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार, बिना फिटनेस के वाहन सड़क पर चलाना एक दंडनीय अपराध है। इस मामले में नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि बस के ब्रेक फेल होने की असल वजह क्या थी। घटना में घायल हुए छह लोगों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां दो की हालत नाजुक बनी हुई है।
---------------------------------
सीएम बोले- नक्सलियों सरेंडर करो वरना मार दिए जाओगे, 64 पुलिसकर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
बालाघाट। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नक्सलवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बालाघाट में नक्सलियों को खुली चेतावनी दी है। उन्होंने दो टूक कहा कि सरेंडर कर लो, नहीं तो मार दिए जाओगे। जो निर्दोषों का खून बहाते हैं, उन्हें इस धरती पर जीने का कोई हक नहीं है। सीएम आज बालाघाट के रानी अवंतीबाई स्टेडियम में आयोजित क्रम-से-पूर्व पदोन्नति अलंकरण समारोह में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों की बहादुरी की सराहना की और 64 जवानों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया।
सीएम मोहन यादव ने नक्सलियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वे भोले-भाले ग्रामीणों को गुमराह कर झूठ फैलाते हैं और कायरतापूर्ण हरकतें करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि “सरकार, पुलिस बल और समाज अब एकजुट होकर ऐसे लोगों के खिलाफ मोर्चा खोल चुका है। जरूरत पड़ी तो और अभियान चलाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश सरकार मिलकर संयुक्त रूप से नक्सल प्रभावित इलाकों में अभियान चला रही है, और यह तभी रुकेगा जब शांति पूरी तरह बहाल होगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 19 फरवरी को चार महिला नक्सलियों के एनकाउंटर में शामिल रही टीम के 64 पुलिसकर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया। इनमें 62 हॉक फोर्स, एक पुलिस बल और एक 36वीं बटालियन के जवान शामिल हैं।
डीजीपी कैलाश मकवाना के साथ सीएम ने सभी पुलिसकर्मियों की वर्दी पर स्टार लगाकर उन्हें सम्मानित किया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि यह सम्मान उन बहादुरों के लिए है जिन्होंने बालाघाट को नक्सल प्रभावित जिलों की सूची से बाहर निकालने में योगदान दिया।
इस समारोह में मुख्यमंत्री ने 169.19 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया। इसमें 86.22 करोड़ रुपए के पूर्ण निर्माण कार्यों का लोकार्पण और 82.97 करोड़ रुपए की लागत से नए कार्यों का भूमिपूजन शामिल हैं। इन कार्यों में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की 34 योजनाएं, लोक निर्माण विभाग की 23 योजनाएं, ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण की 10 सड़कें और अन्य विभागों की योजनाएं शामिल रहीं।
सीएम मोहन यादव ने बालाघाट में 69.80 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज का भी भूमिपूजन किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में अब तक 11 नए आयुर्वेदिक कॉलेज खोले जा चुके हैं, और इस साल 8 नए मेडिकल कॉलेज और खुलने जा रहे हैं। सीएम के मुताबिक, पहले जहां केवल 12 आयुर्वेदिक कॉलेज थे, अब यह संख्या 50 पहुंच चुकी है, और लक्ष्य है कि इसे जल्द 61 तक ले जाया जाए।
सीएम ने आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रशंसा की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सेना के अदम्य शौर्य की सराहना की। उन्होंने कहा, “3-4 दिन की कार्रवाई में हमारी सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है।”

जबलपुर। एमपी के जबलपुर में पुलिस का बर्बर चेहरा एक बार फिर सामने आया है। यहां के मझगवां में चालानी कार्यवाही के दौरान थानाप्रभारी धन्नू सिंह वर्दी का रौब दिखाते हुए एक व्यक्ति को घसीटते हुए थाना ले गए। पति को घसीटते देख पत्नी चीखी-चिल्लाई लेकिन टीआई व उनके अधीनस्थ कर्मचारियों ने किसी की न सुनी और घसीटते हुए ले गए। इस मामले का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने रात में थाना के समक्ष धरना देकर प्रदर्शन किया।
खबर है कि मझगवां टीआई टीआई धन्नू सिंह अपने स्टाफ के साथ बाजार भ्रमण पर निकले थे। इस दौरान सड़क पर बाइक खड़ी देखकर उन्होंने चालानी कार्यवाही शुरु कर दी। इसमें एक बाइक प्रतापपुर गांव के भोलू अनंतराम की भी थी। वे अपनी पत्नी व दो साल के बेटे के साथ बाजार में खरीददारी करने आए थे। कार्यवाही होते देख भोलू दौड़कर थाना प्रभारी के पास आए और कहा कि साहब गाड़ी तो सड़क किनारे खड़ी है। इस पर टीआई आक्रोशित हो गए और स्वयं ही बाइक को थाने ले जाने लगे। भोलू ने विरोध किया तो टीआई ने उसे ही खींचकर ले जाने लगे, पत्नी ने देखा तो चीखी चिल्लाई लेकिन टीआई धन्नूसिंह ने उनकी एक न सुनी और भोलू को घसीटते रहे, इस दौरान मझगवां थाने के पुलिसकर्मी वीडियो बना रहे थे। वहीं कुछ लोगों ने भी वीडियो बनाया जिसमें भोलू की पत्नी कह रहे है कि मेरे पति को क्यों मार रहे है। मौके पर उपस्थित लोगों ने भी यही कहा कि साहब गाड़ी का चालान कर दें, इस तरह से कार्यवाही न करें। करीब आधा घंटा तक यह घटनाक्रम चला। लेकिन आक्रोशित टीआई धन्नू सिंह ने किसी भी नहीं सुनी और प्रतापपुर निवासी भोलू अनंतराम की कॉलर पकड़कर खींचते हुए थाने ले गए। थानाप्रभारी के इस तरह के व्यवहार का ग्रामीणों ने विरोध किया तो थाना के समक्ष धरना देकर प्रदर्शन शुरु कर दिया। मामला वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा तो समझाइश देकर शांत करा दिया गया। इधर पुलिस अधिकारी का कहना है कि चालानी कार्रवाई की जा रही थी। दंपती ने बीच सड़क पर अपनी बाइक खड़ी की थी। जब थाना प्रभारी ने बाइक को सड़क से किनारे करते हुए चालान कटवाने की बात कही तो दंपती पुलिस से भिड़ गए।
--------------------------------
रिश्वतखोर पटवारी को 4 साल की जेल व 50 हजार रुपए अर्थदंड
सागर। किसान की जमीन के बंटवारे के एवज में रिश्वत लेने वाले पटवारी शैलेंद्र सकवार को विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम शहाबुद्दीन हाशमी की अदालत ने 4 साल के सश्रम कारावास व 50 हजार रुपए अर्थदंड की सजा से दंडित किया है। मामले की पैरवी एडीपीओ एलपी कुर्मी ने की। जानकारी के अनुसार भूपेंद्र लोधी ने 3 नवंबर 2019 को लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी, जिसमें उसने बताया कि लिधौरा हाट गांव में उसकी करीब 5 एकड़ पैतृक कृषि भूमि है, जिसका उसके पिता कोमल सिंह लोधी व चाचा प्रताप सिंह लोधी के बीच बंटवारा होना है। पिता ने तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था, जिसके बाद तहसीलदार ने हल्का पटवारी शैलेंद्र सकवार को आगे की कार्रवाई के लिए अधिकृत किया, एक साल बीतने के बाद भी पटवारी ने जमीन का सीमांकन-बंटवारा नहीं कराया। इसके बाद जब भूपेंद्र पटवारी के पास पहुंचे तो उन्होंने काम करने के एवज में 30 हजार रुपए रिश्वत की मांग की और 15 हजार रुपए में बात तय हो गई। तत्कालीन लोकायुक्त एसपी रामेश्वर यादव ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए ट्रैप दल नियुक्त किया और आगे की कार्रवाई शुरू की गई। लोकायुक्त टीम ने 5 नवंबर की सुबह आरोपी पटवारी शैलेंद्र सकवार को केशवगंज वार्ड स्थित उसी के घर में सुबह 9.15 बजे रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया था। लोकायुक्त ने प्रकरण दर्ज कर मामले की विवेचना के बाद चालान न्यायालय में पेश किया, जहां साक्ष्यों के आधार पर विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम शहाबुद्दीन हाशमी की अदालत ने अपना फैसला सुनाया है।

----------------------------
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा बोले- आपरेशन सिंदूर अधूरा, पहलगाम में गोली बरसाने वाले आतंकी मौत से दूर
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सीजफायर और आईपीएल को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने दिग्विजय सिंह के ट्वीट को लेकर कहा कि- विपक्षी पार्टी सभी ने एक स्वर में बिना किसी सवाल के सरकार और सेना का समर्थन किया था। सरकार कैसे कह रही है कि ऑपरेशन सिंदूर पूरा हो गया। अभी आपरेशन सिंदूर अधूरा है और पहलगाम में गोली बरसाने वाले आतंकी मौत से दूर है। मामले में ट्रंप की भी एंट्री हो गई। कहा- सरकार इंदिरा जी के निर्णय को याद करें।
पीसी शर्मा ने सवाल उठाया कि-आईपीएल (IPL) क्रिकेट वालों को मालूम था कि 7 दिन में सीजफायर हो जाएगा और तारीख भी सामने आई। सीजफायर, ट्रंप और आईपीएल कैसे जुड़ गए। दिग्विजय सिंह जी भी यही बात कह रहे हैं। यही कारण है कि उन्होंने सर्वदलीय बैठक और संसद का सत्र बुलाने की बात कही है।
यूथ कांग्रेस चुनाव को लेकर कांग्रेस में अंतर द्वंद को लेकर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सवाल खड़े किए है। कहा- अध्यक्ष पद के लिए 45 लोग चिन्हित किए और मामले में आपत्ति पर आई है। सिर्फ यूथ कांग्रेस के सदस्य को अधिकार होना चाहिए। जिन्होंने झंडा नहीं उठाया उन्हें भी मौका मिल रहा है। यूथ कांग्रेस के नेता इन मामलों को उठा भी रहे हैं।पहले अप्वॉइंट होता था चुनाव पद्धति अभी कुछ साल पहले से आई है। प्रक्रिया को लेकर ऊपर स्तर पर बातचीत करेंगे।

प्रमुख समाचार

अमृतसर। पंजाब में अमृतसर जिले के मजीठा क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। वहीं 6 अन्य लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। पीड़ितों का इलाज अमृतसर के सरकारी अस्पताल में चल रहा है, जिनमें से कुछ की हालत इतनी खराब है कि, वे बोलने की स्थिति में भी नहीं हैं। इस घटना से भंगाली कलां, मरडी कलां और जयंतीपुर गांवों में मातम पसर गया है।घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गए। पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत...

मध्य प्रदेश

आष्टा। मध्य प्रदेश के आष्टा में मुंडन संस्कार के कार्यक्रम में शामिल हुए करीब 40 बच्चों की तबीयत आइसक्रीम खाने से अचानक बिगड़ गई। पुलिस ने इस मामले में आइसक्रीम वाले को गिरफ्तार कर लिया है। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के आष्टा में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब आइसक्रीम खाने से अचानक 40 से अधिक बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। बच्चों के परिवार वालों ने आनन-फानन में अपने बच्चों को आष्टा, जावर, डोडी समेत अलग-अलग सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस...

अपराध

भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल में सोमवार रात एक बड़ा हादसा हो गया। यहां भानपुर क्षेत्र के वार्ड 74 में स्थित सनराइज मैरिज गार्डन में एक के बाद एक 10 गैस सिलेंडरों में धमाके हुए। जिससे आसपास के रिहायशी इलाकों में दहशत फैल गई। धमाकों के बाद पूरे इलाके में धुआं फैल गया और लोगों में भगदड़ मच गई। गनीमत रही कि हादसे में कोई जानहानि नहीं हुई।घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों को आग बुझाने में करीब दो घंटे की मशक्कत...
More inअपराध  

गुना सिटी

गुना।(गरिमा टीवी न्यूज़) गुना कलेक्‍टर किशोर कुमार कन्‍याल के द्वारा शासन के निर्देशानुसार सार्वजनिक वितरण प्रणाली सुदृढी़करण एवं जनोन्‍मुखी बनाने हेतु एवं जमाखोरों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत 10 क्विंटल 50 किलो चावल जप्‍त किया गया।जिला आपूर्ति अधिकारी अवधेश पाण्‍डेय के निर्देशन में आज को कैंट स्थि‍त राठौर आटा चक्‍की कैंट, थाने के पास दुकान का निरीक्षण करने पर उसमें 21 प्‍लास्टिक की बोरियों में 10 क्विंटल 50 किलो चावल संग्रहित होना पाया गया। उक्‍त चावल के...

फोटो गैलरी

35,10,0,50,1
25,600,60,1,300,200,25,800
90,150,1,50,12,30,50,1,70,12,1,50,1,1,1,5000
0,2,1,0,2,40,15,5,2,1,0,20,0,1
गरिमा के जन्म के 15 मिनिट बाद का फोटो
गरिमा के जन्म के 15 मिनिट बाद का फोटो
गरिमा के 1 वर्ष बाद का फोटो
गरिमा के 1 वर्ष बाद का फोटो
गरिमा के 2 वर्ष बाद का फोटो
गरिमा के 2 वर्ष बाद का फोटो
बीमार होने के बाद भोपाल अस्पताल मे भर्ती गरिमा
बीमार होने के बाद भोपाल अस्पताल मे भर्ती गरिमा
हाई कोर्ट के आदेश के बाद गरिमा के शव को जमीन से निकालते हुऐ
हाई कोर्ट के आदेश के बाद गरिमा के शव को जमीन से निकालते हुऐ
निकालने के बाद गरिमा के शव को पैक कर जॉच के लिऐ भेजा गया
निकालने के बाद गरिमा के शव को पैक कर जॉच के लिऐ भेजा गया
दोषी डॉक्टर के खिलाफ मामला कायम कराने के लिऐ पुलिस अधिक्षक से मिले पत्रकार
दोषी डॉक्टर के खिलाफ मामला कायम कराने के लिऐ पुलिस अधिक्षक से मिले पत्रकार
गरिमा के शव की जॉच होने के बाद पुनः उसी स्थान पर चबूतरा का निर्माण किया गया
गरिमा के शव की जॉच होने के बाद पुनः उसी स्थान पर चबूतरा का निर्माण किया गया
पूजा स्थल मे गरिमा
पूजा स्थल मे गरिमा